हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12

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  • द्वारा लिखित bhupendra
  • अंतिम संशोधित दिनांक 8-02-2023
  • द्वारा लिखित bhupendra
  • अंतिम संशोधित दिनांक 8-02-2023

हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा 2023 के बारे में

About Exam

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, हिमाचल प्रदेश का एक स्कूल बोर्ड है। 1968 की हिमाचल प्रदेश अधिनियम संख्या 14 के तहत 1969 में धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की स्थापना हुई थी। बोर्ड की देखरेख राज्य के उच्च शिक्षा निदेशालय द्वारा की जाती है। बोर्ड केवल 34 सदस्यों के साथ शुरू हुआ था  लेकिन अब इसके सदस्यों की संख्या बढ़कर 643 हो गई है।

वर्तमान में राज्य के तकरीबन 8000 स्कूल हिमाचल प्रदेश स्कूल बोर्ड से जुड़े हुए हैं। बोर्ड द्वारा समूचे राज्य में 1846 परीक्षा केंद्र स्थापित है। छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए, बोर्ड ने शिमला में एक संपर्क कार्यालय के अलावा, राज्य भर में 26 पुस्तक वितरण और मार्गदर्शन/सूचना केंद्र बनाए हैं। हिमाचल प्रदेश बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में हर साल तकरीबन 1  लाख से अधिक छात्र शामिल होते हैं। कक्षा 12 की परीक्षा हर छात्र के करियर का एक महत्वपूर्ण चरण होता है, क्योंकि इसमें प्राप्त अंक अच्छे कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए निर्णायक होते हैं।

एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 विवरणिका

हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 वीं की परीक्षा के लिए विवरणिका वर्तमान में उपलब्ध नहीं है।

एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 परीक्षा सारांश

बोर्ड की देखरेख राज्य के उच्च शिक्षा निदेशालय द्वारा की जाती है। यह हिमाचल प्रदेश में एक सक्रिय राज्य सरकार का विभाग है जो कक्षा 12 के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षाओं की देखरेख करता है। प्राधिकरण ने राज्य की शिक्षा प्रणाली के सभी स्तरों पर कार्य किया है। राज्य के उच्च विद्यालयी शिक्षा निदेशालय ने प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य कर दिया है। लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए और उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक सुधारों को बढ़ावा देने के लक्ष्य के साथ सभी स्तरों पर  निःशुल्क सेवा प्रदान किया जाता है। 

बोर्ड ने पाठ्यक्रम और पाठ्यसाम्रगी को अपडेट करने के लिए भी निरंतर प्रयास किए हैं ताकि छात्र व छात्राओं के दिमाग को किसी भी प्रकार के हठधर्मिता से मुक्त किया जा सके और हाल के वैज्ञानिक और समाजशास्त्रीय अनुसंधान पर आधारित नई अवधारणाओं को पेश किया जा सके। हिमाचल प्रदेश बोर्ड ने भारत की समग्र संस्कृति, दुनिया के अन्य देशों के साथ भारत के संबंधों, संयुक्त राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक और विश्व व्यापार संगठन जैसे अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के अध्ययन को शामिल करने का प्रयास किया है।

एचपी बोर्ड आधिकारिक वेबसाइट लिंक

https://hpbose.org/

हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 एग्जाम पैटर्न 2023

Exam Pattern

इस सेक्शन में एचपी बोर्ड 12वीं के एग्जाम पैटर्न के बारे में बताया गया है:

एचपी बोर्ड 12वीं एग्जाम 2023 चयन प्रक्रिया

2023 में एचपीबीओएसई कक्षा 12 के लिए पात्रता मानदंड

एचपीबीओएसई पात्रता आवश्यकताएँ निम्नलिखित हैं:

  • छात्र व  छात्राओं को कक्षा 10 और 11 में एचपी बोर्ड या किसी अन्य मान्यता प्राप्त बोर्ड से उत्तीर्ण होना चाहिए।
  • नियमित आवेदक के लिए, उन्हें शैक्षणिक वर्ष के दौरान न्यूनतम 75% उपस्थिति बनाए रखनी होगी।

एचपी बोर्ड 12वीं परीक्षा 2023 परीक्षा पैटर्न विवरण - स्कोरिंग पैटर्न (+/- मार्किंग)

किसी भी परीक्षा में बेहतर तैयारी व प्रदर्शन के लिए जरुरी होता है कि छात्र व छात्राओं को उस एग्जाम का पैटर्न पता हो। अगर स्टूडेंट्स को यह पता रहे कि उनके एग्जाम में कौन से सेक्शन से कितने सवाल व कितने नंबर के प्रश्न पूछे जाते है तो उनकी तैयारी आसान हो सकती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम लेख के इस विशेष भाग में हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 के लिए परीक्षा पैटर्न से जुड़ी जानकारी लाए हैं।  यहाँ हमने कुछ मुख्य विषयों के एग्जाम पैटर्न की जानकारी दी है, जो कुछ इस प्रकार है:

परीक्षा पैटर्न विवरण – विषयवार प्रश्नों की संख्या

यहाँ हमने हर मुख्य विषय के लिए परीक्षा पैटर्न शेयर किया है, जो कुछ इस प्रकार है:

जीव विज्ञान 

जीव विज्ञान साइंस यानी विज्ञान के महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। आगे चलकर जिन्हें नीट या मेडिकल की तैयारी करनी है वे इस विषय पर खास ध्यान दें। अब हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 का परीक्षा पैटर्न कुछ इस प्रकार है:

1. प्रश्न पत्र में दो खंड होते हैं, खंड-A और खंड-B 

2. खंड A में प्रत्येक 1 अंक के 20 प्रश्न शामिल हैं। इनमें से 16 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और 4 प्रश्न कथन और तर्कशक्ति टाइप के होते हैं।
3. खंड B में 11 प्रश्न शामिल हैं अर्थात प्रश्न संख्या 21 से 31 
4. प्रश्न संख्या 21 से 27 (कुल 7 प्रश्न) संक्षिप्त उत्तर प्रकार और प्रत्येक 2 अंक के हैं। (7×2 = 14 अंक) 
5. प्रश्न संख्या 28 और 29 (कुल 2 प्रश्न) निबंधात्मक प्रकार हैं और प्रत्येक 3 अंक के हैं। (2×3= 6 अंक) 
6. प्रश्न संख्या 30 और 31 (कुल 2 प्रश्न) निबंधात्मक प्रकार के होते हैं और प्रत्येक के 5 अंक होते हैं। (2×5 = 10 अंक) 
7. प्रश्न संख्या 24, 26, 28, 31 में आंतरिक विकल्प होगा। 

रसायन विज्ञान

रसायन विज्ञान यानी केमिस्ट्री भी एक साइंस का एक महत्वपूर्ण विषय है, ऐसे में रसायन विज्ञान का पाठ्यक्रम कुछ इस प्रकार है:

समय : 03 घंटे 
प्रश्नों की कुल संख्या: 
i. प्रश्न 1 से 20 वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न (बहुविकल्पीय प्रश्न, रिक्त स्थान और सत्य /असत्य) 1 अंक प्रत्येक
ii. प्रश्न संख्या 21 से  29 विषयवस्तु आधारित प्रश्न (प्रत्येक 2 अंक) 
iii. प्रश्न संख्या 30 से 33 विषयवस्तु आधारित प्रश्न (प्रत्येक 3 अंक)

भौतिकी 

भौतिकी यानी फिजिक्स भी एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसकी तैयारी में काफी समझ की जरुरत होती है।  ऐसे में अगर इसका परीक्षा पैटर्न पता हो तो काफी लाभकारी हो सकता है। तो फिजिक्स यानी भौतिकी विषय के लिए एग्जाम पैटर्न कुछ इस प्रकार शेयर किया गया है:

समय : 03 घंटे  
प्रश्नों की कुल संख्या= 33 
परीक्षा का पैटर्न 40% वस्तुनिष्ठ प्रश्न और 60% विषयवस्तु आधारित प्रश्न है। 

क्रम संख्या प्रश्नों का प्रकार प्रश्नों की संख्या अंक भार कुल अंक
1 एक अंक का प्रश्न (बहुविकल्पीय प्रश्न) 20 1 20
2 दो अंक के प्रश्न (लघुत्तरात्मक प्रकार) 9 2 18
3 तीन अंक के प्रश्न (दीर्घ उत्तर प्रकार) 4 3 12
    33   50

गणित 

गणित एक महत्वपूर्ण विषय होने के साथ-साथ छात्र व छात्राओं के लिए एक जटिल विषय भी है। इसमें जितना अभ्यास व समझकर पढ़ाई किया जाएगा यह विषय उतना ही आसान होता चला जाएगा। ऐसे में लेख के इस भाग में हम गणित यानी मैथ्स विषय के लिए परीक्षा पैटर्न कुछ इस प्रकार दिया गया है:

समय : 03 घंटे 
1. 1 से 20 तक के प्रश्न प्रत्येक 1 अंक के हैं (बहुविकल्पीय प्रश्न)
2. प्रश्न 21 और 22 प्रत्येक 3 अंक के हैं। 
3. 23 से 25 तक के प्रश्न 4-4 अंकों के हैं। 
4. प्रश्न 26 और 27 प्रत्येक के 6 अंक हैं। 

परीक्षा पैटर्न विवरण - कुल समय

प्रत्येक परीक्षा में तीन घंटे की परीक्षा समय सीमा होगी।

एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं एग्जाम कैलेंडर

छात्र नीचे दी गई तालिका में विभिन्न विषयों के लिए संभावित परीक्षा तिथियों की जांच कर सकते हैं:

दिनांक नियमित टर्म- I विषय
15 सितंबर 2022 गणित
16 सितंबर 2022 i) नृत्य (कथक/भरत नाट्यम)*
ii) ललित कला*: पेंटिंग, ग्राफिक, मूर्तिकला और अनुप्रयुक्त कला (वाणिज्यिक कला)
 17 सितंबर 2022 अर्थशास्त्र
19 सितंबर 2022 अंग्रेज़ी
20 सितंबर 2022 मनोविज्ञान
21 सितंबर 2022 i) जीव विज्ञान
ii) बिजनेस स्टडीज
iii) इतिहास
22 सितंबर 2022 संस्कृत
23 सितंबर 2022 i) रसायन विज्ञान
ii) हिंदी
24 सितंबर 2022 i) दर्शनशास्त्र
ii) फ्रेंच*/उर्दू
26 सितंबर 2022 i) अकाउंटेंसी
ii) भौतिकी
27 सितंबर 2022 राजनीति विज्ञान
28 सितंबर 2022 मानव पारिस्थितिकी और गृह विज्ञान (H.Sc.)
29 सितंबर 2022 i) शारीरिक शिक्षा
ii) योग
iii) कंप्यूटर विज्ञान (आईपी)
iv) कृषि विज्ञान(एनएसक्यूएफ)
v) ऑटोमोटिव (एनएसक्यूएफ)
vi) हेल्थकेयर (एनएसक्यूएफ)
vii) सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम
सेवाएं (आईटीईएस) (एनएसक्यूएफ)
viii) मीडिया और मनोरंजन (एनएसक्यूएफ)
ix) खुदरा (एनएसक्यूएफ)
x) शारीरिक शिक्षा (एनएसक्यूएफ)
xi) निजी सुरक्षा* (एनएसक्यूएफ)
xii) दूरसंचार (एनएसक्यूएफ)
xiii) पर्यटन और आतिथ्य (एनएसक्यूएफ)
xiv) बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्त सेवाएं और
बीमा) (एनएसक्यूएफ)
xv) परिधान, मेड अप और होम फर्निशिंग (एनएसक्यूएफ)
xvi) सौंदर्य और कल्याण (एनएसक्यूएफ)
xvii) इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर (एनएसक्यूएफ)
xviii) प्लम्बर*(एनएसक्यूएफ)
30 सितंबर 2022 समाज शास्त्र
1 अक्टूबर 2022 लोक प्रशासन
3अक्टूबर 2022 i) संगीत (हिंदुस्तानी वोकल)
ii) हिंदुस्तानी इंस्ट्रुमेंटल मेलोडिक
iii) हिंदुस्तानी इंस्ट्रुमेंटल पर्क्यूशन
4 अक्टूबर 2022 भूगोल
6 अक्टूबर 2022 वित्तीय साक्षरता

एचपी बोर्ड कक्षा 12 डेट शीट की एक कॉपी प्राप्त करने के लिए चरणों का पालन करें

इस लेख में हमने पहले ही हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 से जुड़ा डेटशीट यानी परीक्षा तिथि शेयर किया है। इसके अलावा, छात्र व छात्राएं आधिकारिक वेबसाइट यानी ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट करके भी हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 की डेट शीट पा सकते हैं। तो लेख के इस खास भाग में हम एचपीबीओएसई कक्षा 12 परीक्षा तिथि प्राप्त करने के लिए कुछ मुख्य चरण बता रहे हैं, जिसे फॉलो करके छात्र व छात्राएं आसानी से हिमाचल प्रदेश बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 डेटशीट पा सकते हैं। तो नीचे दिए गए चरणों का पालन करें और ऑफिसियल वेबसाइट से हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 की डेट शीट पाएं:

  • हिमाचल प्रदेश बोर्ड के आधिकारिक वेबपेज hpbose.org पर जाएं।
  • HP बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट के होमपेज पर ‘Examination’ टैब पर क्लिक करें।
  • ड्रॉप-डाउन मेन्यू से “Date Sheet” चुनें। नीचे दिए गए दृष्टांत पर एक नज़र डालें:

  • आपको एक ऐसे पृष्ठ पर ले जाया जाएगा जिसमें कई कक्षाओं के लिए डेट शीट हैं। उपयुक्त लिंक का चयन करें।
  • HP बोर्ड कक्षा 12वीं की डेट शीट 2023 स्क्रीन पर पीडीएफ के रूप में दिखाई देगी। भविष्य के संदर्भ के लिए पीडीएफ फाइल का प्रिंटआउट लें।

इसके अतिरिक्त, छात्र वर्ष 2022-23 के लिए एचपी बोर्ड कक्षा 12 की डेट शीट पीडीएफ प्रारूप में प्राप्त कर सकते हैं.

एचपी बोर्ड कक्षा 12 डेट शीट 2023 पर उल्लिखित विवरण

HP बोर्ड कक्षा 12 की डेट शीट पर कई मुख्य डिटेल्स भी मौजूद होते हैं, जिनकी जानकारी छात्र व छात्राओं को होनी चाहिए। ये डिटेल्स क्या है इसकी जानकारी हम लेख इस मुख्य भगा में शेयर कर रहे हैं। तो हिमाचल प्रदेश बोर्ड के डेटशीट में दिए गए कुछ मुख्य जानकारी कुछ इस प्रकार है:

  1. परीक्षा तिथि 
  2. परीक्षा दिवस 
  3. परीक्षा समय
  4. विषय सूची 
  5. महत्वपूर्ण अनुस्मारक
  6. विषय के कोड

हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 सिलेबस 2023

Exam Syllabus

बिना पाठ्यक्रम के किसी भी एग्जाम की तैयारी नहीं की जा सकती है। ऐसे में छात्र व छात्राओं को हिमाचल परदेश बोर्ड कक्षा 12 के सिलेबस यानी पाठ्यक्रम की अधिक से अधिक जानकारी होनी जरुरी है ताकि वे बेहतर ढंग से तैयारी कर सकें। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम यहां हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 का पाठ्यक्रम शेयर कर रहे हैं। तो हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 के सिलेबस के लिए लेख का यह विशेष भाग जरुर पढ़ें

एचपी बोर्ड कक्षा 12 सिलेबस 2022-23: एचपीबीओएसई ने शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के पाठ्यक्रम से हटाए गए टॉपिक की एक सूची की घोषणा की है। भविष्य की परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं सिलेबस 2023 को 30% तक कम करके डाउनलोड कर सकते हैं। आधिकारिक वेबसाइट hpbose.org पर, आप एचपीबीओएसई कक्षा 12 परीक्षा 2022-23 परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम प्राप्त कर सकते हैं। 

अंग्रेजी सिलेबस

कक्षा 12 वीं में अंग्रेजी एक अनिवार्य विषय है। अंग्रेजी का प्रश्न पत्र तीन घंटे का होगा। इस परीक्षा में कुल 85 अंक हैं। एचपीबीओएसई कक्षा 12 के पाठ्यक्रम 2022 के अनुसार, अपठित गद्यांश, लेखन कौशल और पाठ्यपुस्तक के प्रश्न पूछे जाएंगे।

गणित सिलेबस

गणित एक महत्वपूर्ण व स्कोरिंग विषय है। हालांकि, कई छात्र व छात्राएं इसे एक जटिल सब्जेक्ट भी समझते हैं। ऐसे में अगर इस विषय में ज्यादा से ज्यादा अभ्यास किया जाए तो इस विषय में आसानी से मार्क्स स्कोर किए जा सकते हैं। वहीं अभ्यास करने के लिए जरुरत है पहले से इसके पाठ्यक्रम को जानना। बता दें कि तीनों अनुभागों के लिए, HP बोर्ड कक्षा 12 गणित पाठ्यक्रम 2022 समान है। अगर पहले से गणित के सिलेबस को जानकर-समझकर पूरा कर लिया जाए तो इसके अभ्यास के लिए काफी वक़्त मिल सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए व विद्यार्थियों की सुविधा के लिए हम गणित का पाठ्यक्रम शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है: 

इकाई संख्या इकाई का नाम अध्याय और टॉपिक
I संबंध और फलन 1. संबंध और फलन
संबंधों के प्रकार: परावर्ती, सममित, सकर्मक और तुल्यता संबंध, एकेकी और आच्छादक फलन, सयुंक्त फलन, प्रतिलोम फलन, द्विआधारी संक्रिया
2. प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन
परिभाषा, परास, प्रांत, प्रमुख मूल्य शाखाएं, व्युत्क्रम त्रिकोणमितीय कार्यों के रेखांकन, प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन के प्राथमिक गुण
II बीजगणित 3. आव्यूह 
अवधारणा, अंकन, कोटि, समानता, आव्यूह का प्रकार, शून्य आव्यूह, आव्यूह का स्थानापन्न, सममित और विषम सममित आव्यूह, सयोजन, आव्यूह का गुणन और अदिश गुणा, संयोजन सामान्य विशेषता, गुणन और अदिश गुणन. आव्यूह के गुणा का अक्रमविनिमेयता और अशून्य आव्यूह का अस्तित्व जिसका गुणनफल शून्य आव्यूह होता है (क्रम 2 के वर्ग आव्यूहों तक सीमित, प्रारंभिक पंक्ति और स्तम्भ संक्रिया अवधारणा, व्युत्क्रमणीय आव्यूह और व्युत्क्रम की विशिष्टता, यदि अस्तित्व है; (यहां सभी आव्यूह में वास्तविक प्रविष्टियां होंगी)
4. सारणिक
वर्ग आव्यूह का सारणिक (3 x 3 आव्यूह), सारणिक की विशेषता, उपसारणिक और सहखंड, एक त्रिभुज का क्षेत्रफल ज्ञात करने में सारणिकों के अनुप्रयोग, आसन्न और वर्ग आव्यूह का प्रतिलोम, संगति, असंगति और उदाहरणों द्वारा रैखिक समीकरण के निकाय के हलों की संख्या, दो या तीन चरों में रैखिक समीकरणों की प्रणाली को हल करना (अद्वितीय समाधान होना) आव्यूह के प्रतिलोम का उपयोग
III कलन 5. सांतत्य तथा अवकलनीयता
सांतत्य तथा अवकलनीयता, सयुंक्त फलन का अवकलज, क्षृंखला नियम, प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन का अवकलन, अस्पष्ट फलन का अवकलन, चरघातांकी तथा लघुगणकीय फलन की अवधारणा और उनके अवकलज, लघुगणकीय अवकलन, प्राचलिक रूप में व्यक्त फलन के अवकलज द्वित्तीय कोटि के अवकलज के प्राचल रूप में व्यक्त फलन के अवकलज, रोले और लाग्रांज के प्रमेय का माध्य मान (बिना उपपत्ति) और उनकी ज्यामितीय व्याख्या
6. अवकलज के अनुप्रयोग
अवकलज के अनुप्रयोग में सम्मिलित: परिवर्तन की निकाय दर, बढ़ते/घटते फलन, स्पर्श रेखा और अभिलम्ब, सन्निकटन में अवकलज के अनुप्रयोग, उच्चिष्ठ और निम्निष्ठ (ज्यामितीय रूप से प्रेरित प्रथम अवकलज टेस्ट और उपपत्ति उपकरण के रूप में द्वित्तीय अवकलज टेस्ट), सामान्य मुद्दे (जो मूल सिद्धांतों और विषय की समझ के साथ-साथ वास्तविक जीवन की स्थितियों को स्पष्ट करता है)
7. समाकलन
समाकलन अवकलन का प्रतिलोम प्रक्रम है। प्रतिस्थापन, आंशिक अंशों और भागों के माध्यम से विभिन्न कार्यों का एकीकरण निम्नलिखित प्रकार के सरल समाकलन और उनके आधार पर समस्याओं का मूल्यांकन किया जाता है-

कलन के मूल प्रमेय, एक योग की सीमा के रूप में निश्चित समाकलन (बिना उपपत्ति), निश्चित समाकलन का मूल्यांकन और निश्चित समाकलन के सामान्य गुण
8. समाकलनों के अनुप्रयोग
सरल वक्रों, विशेष रूप से रेखाओं, वृत्तों, परवलय और दीर्घवृत्तों के अंतर्गत क्षेत्र की गणना के लिए अनुप्रयोग (केवल मानक रूप मे), ऊपर दिए गए दो वक्रों में से किसी एक के बीच का क्षेत्रफल (क्षेत्र स्पष्ट रूप से पहचाने जाने योग्य होना चाहिए)
9. अवकल समीकरण
एक अवकल समीकरण की परिभाषा, कोटि और डिग्री, सामान्य हल के साथ सामान्य और विशेष हल निर्माण, चर पृथ्थकरण विधि द्वारा अवकल समीकरण हल, प्रथम कोटि की समांगी अवकल समीकरण का हल और प्रथम डिग्री की रैखिक अवकल समीकरण हल के प्रकार है।
IV सदिश और त्रि-आयामी ज्यामिति 10. सदिश 
सदिश और अदिश, सदिश का आयाम और दिशा, एक सदिश की दिशा कोज्या और दिशा अनुपात, सदिश प्रकार (समान, एकांक, शून्य, समांतर, और संरेखीय सदिश), एक बिंदु के स्थिति सदिश, सदिश ऋणात्मक, सदिश घटक, सदिश योग, सदिश का अदिश से गुणा, सदिशों के अदिश (डॉट) गुणन के दिए गए अनुपात में एक रेखाखण्ड को विभाजित करते हुए एक बिंदु का स्थिति सदिश, सदिशों का सदिश गुणा, और सदिशों का अदिश त्रिगुणन, परिभाषा, ज्यामितीय व्याख्या, गुण, और उपयोग
11. त्रिविमीय ज्यामिति
दिशा कोज्या और दो बिंदु कार्तीय को जोड़ने वाली रेखा का अनुपात और रेखा के सदिश समीकरण, समतलीय और विषमतलीय रेखाएं, और दो रेखाओं के बीच की न्यूनतम दूरी सभी उदाहरण हैं। (i) दो समांतर रेखाओं (ii) दो समांतर तलों या (iii) एक रेखा और एक तल द्वारा निर्मित एक समतल कार्तीय और सदिश समीकरण कोण, एक तल से एक बिंदु की दूरी।
V रैखिक प्रोग्रामन 12. रैखिक प्रोग्रामन
परिचय, संबंधित शब्दावली जैसे की प्रतिबंध, मुख्य फलन, और अनुकूलन, रेखिक प्रोग्रामन पर आधारित भिन्न-भिन्न प्रकार के प्रश्न, रेखिक प्रोग्रामन पर आधारित प्रश्नों का गणितीय सूत्रीकरण, दो चरों वाले प्रश्नों के आलेखीय विधि द्वारा हल, संभाविक और असंभावित क्षेत्र (सिमित और असीमित क्षेत्र), संगत और असंगत हल, इष्टतम संभावित हल (तीन गैर-तुच्छ प्रतिबंधों तक)
VI प्रायिकता 13. प्रायिकता
प्रायिकता पर गुणन प्रमेय, सप्रतिबन्ध प्रायिकता, स्वतंत्र घटनाएँ, कुल प्रायिकता, बेज प्रमेय, यादृच्छिक चर और इसके प्रायिकता बंटन, माध्य और यादृच्छिक चर का विचरण, पुनरावर्तित स्वतंत्र (बर्नूली) अभिप्रयोगों और द्विपद बंटन

भौतिकी सिलेबस

लेख में अब हम फिजिक्स यानी भौतिकी का पाठ्यक्रम शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:

इकाई संख्या इकाई का नाम अध्याय और टॉपिक
1 स्थिर वैद्युतिकी 1. विद्युत आवेश और क्षेत्र
विद्युत आवेश: आवेश का संरक्षण, कूलम्ब का नियम- दो बिंदु आवेशों के बीच बल, भिन्न-भिन्न आवेशों के बीच बल, अध्यारोपण का सिद्धांत, और सतत आवेश वितरण
विद्युत क्षेत्र, बिंदु आवेश द्वारा विधुत क्षेत्र, विद्युत क्षेत्र रेखाएँ, विद्युत द्विध्रुव, द्विध्रुव विद्युत क्षेत्र, एकसमान विद्युत क्षेत्र में द्विध्रुव पर आघूर्ण, विद्युत फ्लक्स, गाउस प्रमेय कथन और इसका उपयोग करके असीमित लम्बे सीधे तार द्वारा उत्पन्न क्षेत्र ज्ञात करना, समान रूप से आवेशित अनंत समतल शीट और समान रूप से आवेशित पतले गोलाकार खोल (अंदर और बाहर का क्षेत्र)
2. स्थिर वैद्युत विभव और धारिता 
विद्युत विभव, विभवांतर, और एक बिंदु आवेश के कारण विद्युत विभव, एक द्विध्रुव, और आवेशों का निकाय; समविभव पृष्ठ, दो बिंदु आवेशों के निकाय की विद्युत स्थितिज ऊर्जा और एक चालक के अंदर स्थित विद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विध्रुव, मुक्त आवेश और बद्ध आवेश, साथ ही चालक और कुचालक। परावैद्युत और विद्युत ध्रुवण, संधारित्र और धारिता, श्रेणीक्रम और समांतर संधारित्र संयोजन, प्लेटों के बीच में परावैद्युत माध्यम के साथ तथा उसके बिना समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता, संधारित्र में संचित ऊर्जा।
2 धारा वैद्युतिकी 3. धारा वैद्युतिकी
विद्युत धारा, धातु के चालक में विद्युत आवेशों का प्रवाह, अपवाह वेग, गतिशीलता और विद्युत धारा के साथ उनका संबंध; ओम का नियम, विद्युत प्रतिरोध, V-I अभिलाक्षणिक (रैखिक और अरैखिक), विद्युत ऊर्जा और शक्ति, विद्युत प्रतिरोधकता और चालकता, प्रतिरोध की ताप पर निर्भरता, सेल का आंतरिक प्रतिरोध, विभवांतर और सेल का विद्युत वाहक बल, सेलों का श्रेणीक्रम और समांतर क्रम संयोजन, किरचॉफ का नियम और सामान्य उपयोग, व्हीटस्टोन सेतु, और मीटर सेतु (केवल गुणात्मक विचार), विभवमापी-सिद्धांत और दो सेलों के विद्युत वाहक बलों में तुलना करने तथा विभवांतर मापने में उपयोग; सेल के आंतरिक प्रतिरोध का मापन (केवल गुणात्मक विचार)
3 धारा का चुंबकीय प्रभाव और चुंबकत्व 4. गतिशील आवेश और चुंबकत्व
ओरेस्टेड प्रयोग, चुंबकीय क्षेत्र अवधारणा, बायो-सावर्ट नियम और एक धारावाही वृत्ताकार लूप के लिए इसका अनुप्रयोग, एम्पीयर का नियम और एक अपरिमित रूप से लंबे सीधे तार और टोरॉइड परिनालिका में इसके उपयोग, एक समान चुंबकीय क्षेत्र में गतिशील आवेश पर बल और विद्युत क्षेत्र (केवल गुणात्मक विचार), एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में धारावाही चालक पर बल, दो समानांतर धारावाही चालकों के बीच बल-एम्पीयर की परिभाषा, एक समान चुंबकीय क्षेत्र में धारा लूप द्वारा अनुभव किया जाने वाला बल आघूर्ण; चल कुंडली धारामापी-धारा सुग्राहिता और इसका अमीटर और वोल्टमीटर में रूपांतरण
5. चुंबकत्व और पदार्थ
एक चुंबकीय द्विध्रुव के रूप में धारा वलय और इसका चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण, एक परिक्रामी इलेक्ट्रॉन का चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण, एक समान सोलेनॉइड के रूप में एक दंड चुंबक, चुंबकीय बल रेखाएं, पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र और चुंबकीय तत्व। उदाहरणों के साथ प्रति चुंबकीय, अनुचुंबकिय और लोह चुंबकीय पदार्थ। विद्युत चुम्बक और उनकी शक्ति को प्रभावित करने वाले कारक, स्थायी चुम्बक।
4 विद्युत चुम्बकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धारा 6. विद्युत चुम्बकीय प्रेरण
फैराडे के नियम, प्रेरित विद्युत वाहक बल और धारा; लेंज़ नियम, भंवर धाराएँ, स्वप्रेरण और अन्योन्य प्रेरण.
7. प्रत्यावर्ती धाराएँ
प्रत्यावर्ती धाराएँ, शिखर और वर्ग माध्य मूल प्रत्यावर्ती धारा/वोल्टता मान; प्रतिघात और प्रतिबाधा; LC दोलन (केवल गुणात्मक), LCR श्रेणी परिपथ, अनुनाद; प्रत्यावर्ती धारा परिपथ ट्रांसफॉर्मर और प्रत्यावर्ती धारा जनित्र में शक्ति।
5 वैद्युत चुंबकीय तरंगे 8. वैद्युत चुंबकीय तरंगे
वैद्युत चुंबकीय तरंगों के गुण, साथ ही उनकी अनुप्रस्थ प्रकृति (केवल गुणात्मक विचार), विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम (रेडियो तरंगे, सूक्ष्म तरंगे, अवरक्त, द्रश्य, पराबैंगनी, X-किरणे, और गामा किरणे), साथ ही उनके उपयोग के बारे में सामान्य सूचना
6 प्रकाशिकी 9. किरण प्रकाशिकी और प्रकाशिक उपकरण
किरण प्रकाशिकी और प्रकाशिक उपकरण किरण प्रकाशिकी: प्रकाश अपवर्तन, पूर्ण आंतरिक परावर्तन और इसके उपयोग, प्रकाशिक तंतु, गोलीय पृष्ठ पर अपवर्तन, लेन्स, पतले लेंस का सूत्र, लैंसमेकर सूत्र, आवर्धन, लेंस की शक्ति, सम्पर्क में पतले लेंसों का संयोजन, प्रिज्म सूक्ष्मदर्शी और खगोलीय दूरदर्शी के माध्यम से प्रकाश का अपवर्तन (परवर्तनीय और अपवर्तनीय) और उनकी आवर्धन क्षमता आदि प्रकाशिक उपकरण के उदाहरण हैं।
10. तरंग प्रकाशिकी
तरंगाग्र और हाइजेंस सिद्धांत, तरंगाग्र का उपयोग करते हुए समतल पृष्ठ पर समतल तरंगों का परावर्तन और अपवर्तन, परावर्तन और अपवर्तन को हाइजेंस सिद्धांत का उपयोग करते हुए प्रदर्शित करना। विक्षोभ, यंग का द्वि झिर्री प्रयोग और फ्रिंज़ चौड़ाई व्यंजक, संबद्ध स्रोतों और प्रकाश का निरंतर विक्षोभ, एकल स्लिट के कारण विवर्तन, केंद्रीय उच्चिष्ठ चौड़ाई
7 पदार्थ की द्वैत प्रकृति 11. विकिरण की द्वैत प्रकृति और पदार्थ
विकिरण और पदार्थ की द्वैत प्रकृति होती है, विकिरण की द्वैत प्रकृति, प्रकाश विद्युत प्रभाव, हर्ट्ज़ और लेनार्ड का प्रेक्षण, और आइंस्टीन की प्रकाश विद्युत समीकरण -प्रकाश की कणीय प्रकृति, दे ब्रॉग्ली संबंध, पदार्थ तरंगे -कणों की तरंग प्रकृति
8 परमाणु और नाभिक 12. परमाणु 
अल्फा कणों द्वारा प्रयोग; रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल; बोर मॉडल, ऊर्जा स्तर, और हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम
13. नाभिक
नाभिक निर्माण और परमाणु विखंडन आकार, परमाणु संलयन; द्रव्यमान-ऊर्जा संबंध, द्रव्यमान क्षय
9 इलेक्ट्रॉनिक युक्तियाँ 14. इलेक्ट्रॉनिक युक्तियाँ
अर्धचालक पदार्थ, युक्तियाँ और साधारण परिपथ, चालकों में ऊर्जा बैंड, अर्धचालक और कुचालक (केवल गुणात्मक विचार), अर्धचालक डायोड-अग्र और पश्च बायस में I-V अभिलाक्षणिक वक्र, दिष्टकारी के रूप में डायोड; विशिष्ट प्रयोजन के लिए p-n संधि डायोड: LED, प्रकाशिक डायोड, सोर सेल और उनकी विशेषता
10 संचार प्रणाली संचार के निकाय घटक (केवल ब्लॉक आरेख), सिग्नल बैंडविड्थ (स्पीच, टेलीविज़न, और डिजिटल आंकड़े), संचरण माध्यम बैंडविड्थ, वायुमंडल में विद्युत चुम्बकीय तरंग प्रसार, आकाश, और अंतरिक्ष तरंग प्रसार
मॉडुलन आवश्यक है: एक आयाम संग्राहक तरंग का निर्माण और पता लगाया जाता है।

रसायन विज्ञान सिलेबस

भौतिकी के बाद साइंस यानी विज्ञान का एक और महत्वपूर्ण विषय है, रसायन विज्ञान यानी केमिस्ट्री। गणित की तरह ही केमिस्ट्री में भी कई सारे फ़ॉर्मूला हैं, जिन्हें समझने की आवश्यकता है। तो अधिक से अधिक प्रैक्टिस व सही वक़्त पर रसायन विज्ञान का सिलेबस पूरा करने के लिए इसके पाठ्यक्रम का पता होना आवश्यक है। तो विद्यार्थियों की सुविधा के लिए केमिस्ट्री का सिलेबस नीचे कुछ इस प्रकार दिया गया है:

इकाई संख्या इकाई का नाम अध्याय और टॉपिक
1 ठोस अवस्था विभिन्न बंधन बलों के आधार पर ठोसों का वर्गीकरण: आणविक, आयनिक, सहसंयोजक, और धात्विक ठोस, साथ ही अक्रिस्टलीय और क्रिस्टलीय ठोस (प्रारंभिक विचार), द्वि और त्रि विमीय जालक में एकांक सेल घनत्व की गणना, ठोसों में संकुलन, संकुलन दक्षता, रिक्तियाँ, एक घनीय सेल में प्रति इकाई सेल पर अणुओं की संख्या, बिंदु दोष, धातु के विद्युत और चुंबकीय गुण, चालक, अर्धचालक, और कुचालक बैंड प्रमेय, साथ ही n और p प्रकार के अर्धचालक
2 विलयन विलयन का प्रकार: विलयनों के प्रकार, ठोस-द्रव विलयन की सांद्रता का व्यंजक, द्रवों में गैसों की विलयता, ठोस विलयन, अनुसंख्यक की विशेषता-वाष्प दाब के सापेक्ष अवनमन, राउल्ट का नियम, क्वथनांक, हिमांक अवनमन, परासरण दाब, अनुसंख्यक गुणों का उपयोग करते हुए आणविक द्रव्यमान, असामान्य मोलर द्रव्यमान, वैंट हॉफ फैक्टर
3 विद्युत रसायन रेडॉक्स अभिक्रिया, वैद्युतअपघटनी विलयन में चालकता, विशिष्ट और मोलर चालकता, सांद्रता-निर्भर चालकता, कोहलरौश का नियम, विद्युत अपघटन और विद्युत अपघटन के नियम (सामान्य अवधारणा), शुष्क सेल-विद्युतअपघटनीय सेल और गैल्वैनी सेल, सीसा संचायक, सेल का विद्युत वाहक बल, मानक इलेक्ट्रॉड विभव, नेनर्स्ट समीकरण और रासायनिक सेलों में इसके उपयोग, गिब्स ऊर्जा परिवर्तन और सेल का विद्युत वाहक बल, ईंधन सेल, संक्षारण
4 रासायनिक बलगतिकी अभिक्रिया की दर (औसत और तात्क्षणिक), अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक: सांद्रता, तापमान, उत्प्रेरक; कोटि और अभिक्रिया की मोलरता, दर नियम और विशिष्ट दर नियतांक, समाकलित दर समीकरण और अर्ध आयु (शून्य और प्रथम कोटि की अभिक्रियाओं के लिए), संघट्ट प्रमेय सिद्धांत (प्रारंभिक विचार, गणितीय विवेचना नहीं), आरेनियस समीकरण, सक्रियता ऊर्जा।
5 पृष्ठ रसायन अवशोषण- भौतिक अधिशोषण और रासायनिक अधिशोषण, ठोसों पर गैस अधिशोषण को प्रभावित करने वाले कारक, उत्प्रेरण, समांगी और विषमांगी सक्रियता और चयनात्मकता; वास्तविक विलयनों के बीच एंजाइम, उत्प्रेरण, कोलाइडल अवस्था में अंतर; द्रवरागी, द्रवरागी बहुअणुक और वृहदाणुक कोलॉइड; कोलॉइडल गुण ; टिंडल प्रभाव, ब्राउनी गति, वैद्युत कण संचलन, स्कंदन
6 तत्वों के निष्कर्षण के सिद्धांत और प्रक्रम निष्कर्षण का सिद्धांत और प्रक्रम – सांद्रता, ऑक्सीकरण, अपचयन- विद्युत अपघटन विधि और परिष्करण; एलुमिनियम, कॉपर ज़िंक और लोहे की सम्भावना और निष्कर्षण का सिद्धांत
7 P-ब्लॉक तत्व वर्ग 15 तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, निर्माण, आक्सीकरण अवस्था, भौतिक और रासायनिक गुणों में रुझान, नाइट्रोजन बनाने के गुण और उपयोग; नाइट्रोजन का निर्माण, गुण और उपयोग; नाइट्रोजन के यौगिक, अमोनिया और नाइट्रिक अम्ल के निर्माण और गुण, नाइट्रोजन के ऑक्साइड (केवल संरचना); फास्फोरस- अपररूप निर्माण, फास्फोरस के यौगिक: फास्फीन का निर्माण और गुण, हैलाइड, और आक्सोअम्ल (केवल प्राथमिक विचार)
वर्ग 16 तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्था, प्राप्ति, भौतिकीय और रासायनिक गुणों में ट्रेंड, डाईऑक्सीजन: निर्माण, गुण और उपयोग, ऑक्साइड, ओज़ोन और सल्फर का वर्गीकरण-अपररूप निर्माण; सल्फर के यौगिक: निर्माण, सल्फर-डाई ऑक्साइड गुण और उपयोग, सल्फ्यूरिक अम्ल: निर्माण प्रक्रिया, गुण, और उपयोग; सल्फर ऑक्सोअम्ल (केवल संरचना)
वर्ग 17 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्था, प्राप्ति, भौतिकीय और रासायनिक गुणों की प्रवृति; हैलोजन यौगिक, निर्माण, गुण, और क्लोरीन और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के उपयोग, अंतराहैलोजनों, और हैलोजन ऑक्सीअम्ल (केवल संरचना).
वर्ग 18 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, प्राप्ति, भौतिकीय और रासायनिक गुणों की प्रवृति, उपयोग
8 d- और f-ब्लॉक तत्व सामान्य परिचय: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, प्राप्ति और संक्रमण धातुओं के गुण, पहली पंक्ति की संक्रमण धातु के गुणों में सामान्य प्रवृति – धात्विक गुण, आयनन एन्थैल्पी, ऑक्सीकरण अवस्था, आयनन त्रिज्या, रंग, उत्प्रेरक के गुण, चुंबकीय गुण, संकुल यौगिक, मिश्रधातु निर्माण, K2Cr2O7 और KMnO4 का निर्माण और गुण
लेंथेनॉयड – इलेक्ट्रॉनिक संरचना, ऑक्सीकरण अवस्था, रासायनिक सक्रियता, और लेंथेनॉइड लैंथेनॉयड संकुचन और उसके परिणाम
एक्टिनाइड: इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्था, और लैंथेनाइड में तुलना
9 उपसहंसयोजन यौगिक उपसहंसयोजन यौगिक : उपसहंसयोजन यौगिक का परिचय, लिगेन्ड , सहसंयोजक संख्या, वर्ण, चुंबकीय गुण और आकार, और एकल नाभिकीय सहसंयोजक यौगिकों के IUPAC नामकरण, बंध, वर्नर का सिद्धांत, VBT, और CFT; संरचना और त्रिविम समावयवता; और सहसंयोजक यौगिकों के महत्व आदि का वर्णन है। (गुणात्मक समावेश में, धातुओं का निष्कर्षण और जैविक तंत्र)
10 हैलोएल्केन और हैलोएरीन हैलोएल्केन: नामकरण, C-X बंध की प्रकृति, भौतिकीय और रासायनिक गुण, प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं का तंत्र, हेलोऐल्केन का प्रकाशिक घूर्णन
हैलोएरीन: C-X बंध की प्रकृति, प्रतिस्थापन अभिक्रिया (एकल प्रतिस्थापन यौगिकों में हेलोजन को केवल दिशात्मक प्रभाव), डाइक्लोरोमेथेन, ट्राईक्लोरोमेथेन, टेट्राक्लोरोमेथेन, आयडोफार्म, फ्रेऑन, और DDT: उपयोग और पर्यावरण पर प्रभाव
11 ऐल्कोहॉल, फिनॉल और ईथर ऐल्कोहॉल -नामकरण, निर्माण की विधि, भौतिक और रासायनिक गुण (केवल प्राथमिक ऐल्कोहॉल का), प्राथमिक द्वित्तीयक और तृत्तीय ऐल्कोहॉल की पहचान, निर्जलीकरण की क्रियाविधि, और मेथनॉल और एथेनॉल के उपयोग पर विशेष प्रकाश
फिनॉल- नामकरण, निर्माण विधि, भौतिकीय और रासायनिक गुण, फिनॉल का अम्लीय प्रकृति, इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन, और फिनॉल के उपयोग
ईथर – नामकरण, निर्माण विधि, भौतिकीय और रासायनिक गुण, और उपयोग
12 एल्डिहाइड, कीटोन एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल एल्डिहाइड और कीटोन : नामकरण, कार्बोनिल समूह की प्रकृति, निर्माण की प्रक्रिया, भौतिक और रासायनिक गुण, नाभिकरागी संयोजन क्रियाविधि, एल्डिहाइड में अल्फा हाइड्रोजन की प्रतिक्रियाशीलता, उपयोग
कार्बोक्सिलिक अम्ल: नामकरण, अम्लीय प्रकृति, निर्माण की प्रक्रिया, भौतिक और रासायनिक गुण; उपयोग.
13 नाइट्रोजन युक्त कार्बनिक यौगिक एमीन: नामकरण, वर्गीकरण, संरचना, निर्माण की विधि, भौतिकीय और रासायनिक गुण, उपयोग, और प्राथमिक द्वित्तीयक तृत्तीय एमीन की पहचान, सायनाइड और पाठ में उपयुक्त बिंदुओं पर आइसोसायनाइड्स का उल्लेख किया जाएगा।
डाइऐजोनियम लवण: संश्लेषित, रासायनिक अभिक्रियाएं, और संश्लेषित कार्बनिक रसायन में उपयोग
14 जैव अणु कार्बोहाइड्रेट्स- कार्बोहाइड्रेट्स एल्डोज और केटोसिस के रूप में वर्गीकरण, मोनोसैकेराइड (ग्लूकोज़ और शर्करा), D-L विन्यास ओलिगोसैकैराइड (सुक्रोज़, लैक्टोस, माल्टोज़), और पॉलिसेकेराइड (स्टॉर्च, सेलुलोस, ग्लाइकोजन); कार्बोहाइड्रेट का महत्व
प्रोटीन: एमिनो अम्ल, पेप्टाइड बंध, पॉलिपेप्टाइड, प्रोटीन, प्रोटीन संरचना- प्राथमिक, द्वित्तीयक, तृत्तीयक, और चतुष्क संरचना (केवल गुणात्मक विचार), प्रोटीन विकृतीकरण; एंजाइम हार्मोन- संरचना के साथ सामान्य अवधारणा
विटामिन- वर्गीकरण और क्रिया
न्यूक्लिक अम्ल: DNA और RNA
15 बहुलक सहबहुलकीकरण, कुछ महत्वपूर्ण बहुलक: प्राकृतिक और संश्लेषित जैसे पॉलिथीन, नायलॉन पॉलिएस्टर, बैकेलाइट, रबर. जैव निम्नीकरणीय और अजैव निम्नीकरणीय
16 दैनिक जीवन में रसायन दवाओं में रसायन- दर्दनाशक, प्रशांतक, रोगाणुरोधकों, कीटाणुनाशक, रोगाणुरोधी, उर्वरता रोधी दवाएं, प्रतिजैविक, प्रतिअम्लीय, प्रतिहिस्टामिन
भोजन में रसायन- संरक्षक, कृत्रिम मीठा एजेंट, एंटीऑक्सीडेंट का प्राथमिक विचार, सफाई एजेंट- साबुन और डिटर्जेंट, सफाई क्रिया

जीव विज्ञान सिलेबस

केमिस्ट्री के बाद अब बारी आती है हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 के जीव विज्ञान यानी बायोलॉजी के सिलेबस को जानने की। आगे चलकर जो छात्र व छात्राएं मेडिकल की तैयारी करना चाहते हैं, उन्हें इस विषय पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है। तो हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 के जीव विज्ञान का सिलेबस कुछ इस प्रकार है:

इकाई संख्या इकाई का नाम अध्याय और टॉपिक
1 लैंगिक जनन अलैंगिक जनन: पौधों में वानस्पतिक प्रसार, सूक्ष्म।
लैंगिक जनन: फूल संरचना, नर और मादा युग्मकोद्भिद् का विकास, परागण: प्रकार, एजेंसियां और उदाहरण, बहिःप्रजनन युक्तियाँ, पराग स्त्रीकेसर संकर्षण, दोहरा निषेचन, निषेचन के बाद की घटनाएं, भ्रूणपोष का विकास, भ्रूण, बीज और फल, विशेष प्रकार: असंगजनन तथा बहुभ्रूणता, बीज का महत्व और फल निर्माण।
2 आनुवंशिकी और विकास वंशागति और विविधता: मेंडेलियन वंशानुक्रम, मेंडलवाद द्वारा विचलन: अपूर्ण प्रभाविता, सह प्रभाविता, बहुअलील, प्लियोट्रॉपी, वंशानुक्रम का गुणसूत्र सिद्धांत, पॉलीजेनिक वंशानुक्रम के प्राथमिक विचार, गुणसूत्र और जीन।
आनुवंशिक सामग्री के लिए खोज और आनुवंशिक सामग्री के रूप में DNA: DNA और RNA की संरचना, DNA पैकेजिंग, DNA प्रतिकृति (अर्ध-रूढ़िवादी), केंद्रीय सिद्धांत, प्रोटीन
जैवसंश्लेषण: प्रतिलिपि, अनुवाद, जेनेटिक कोड, जीन व्यवहार और विनियमन (लेक ऑपरान)
3 जीव विज्ञान और मानव कल्याण पादप प्रजनन: परिचय, पादप प्रजनन में चरण और पादप प्रजनन के उपयोग, और एकल कोशिका प्रोटीन, बायोफोर्टिफिकेशन
ऊतक संवर्धन: कोशिकीय पूर्णशक्तता, ऊतक संवर्धन के तकनीक और उपयोग
मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव : खाद्य प्रसंस्करण, औद्योगिक उत्पादन, सीवेज ट्रीटमेंट, ऊर्जा का उत्पादन (बायोगैस), जीवाणु एजेन्ट (जैविक कीटनाशक) और जैव उर्वरक
आनुवंशिक रूप से परिवर्तित जीव – Bt कृषि
बायोपाइरेसी और पेटेंट
4 जैव प्रौद्योगिकी और उसके उपयोग अनुवांशिक अभियांत्रिकी (पुनरसंयोजन DNA तकनीक), क्लोनिंग
स्वास्थ्य में उपयोग: मानव इंसुलिन और वैक्‍सीन उत्पादन, जीन थैरेपी
जैव सुरक्षा
5 पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी पारिस्थितिकी, पर्यावरण, पर्यावास और आला का अर्थ: जीव और पर्यावरण.
जनसंख्या और पारिस्थितिक अनुकूलन: जनसंख्या परामर्श-पारस्परिकता, प्रतिस्पर्धा, परभक्षण, परजीविता. जनसंख्या विशेषता वर्धन, जन्म दर और मृत्यु दर, आयु वितरण
पारिस्थितिकी तंत्र: प्रारूप और अवयव; उत्पादकता और अपघटन; ऊर्जा प्रवाह; संख्या, जीवभार, और ऊर्जा पिरामिड; पोषण चक्र (कार्बन और फॉस्फोरस); पारिस्थितिक अनुक्रम; पारिस्थितिक सेवाएं – कार्बन यौगिकीकरण, परागण, बीज प्रकीर्णन, और ऑक्सीजन निर्मुक्त (संक्षिप्त में)
जैव विविधता और उसका संरक्षण: संकल्पना, प्रारूप, और महत्व; जैव विविधता हानि; जैव विविधता संरक्षण; हॉटस्पॉट, संकटग्रस्त प्रजातियां, विलुप्त, रेड डाटा बुक, जीवमंडल संरक्षण, राष्ट्रिय उद्यान, सेंचुरी
पर्यावरण के मुद्दे : वायु और जल प्रदूषण और उनका नियंत्रण, ठोस कचरा प्रबन्धन का अर्थ, कीटनाशकों और उनके प्रभाव, रडियोधर्मी कचरा, हरित गृह प्रभाव और ग्लोबल वार्मिंग, संताप मंडल में ओजोन का अवक्षय, वनोन्मूलन, पर्यावरणीय मुद्दों को संबोधित करने वाली सफलता की कहानियों के रूप में कोई तीन स्थितियों का अध्ययन

मुझे एचपी बोर्ड कक्षा 12 सिलेबस 2022-23 की कॉपी कैसे मिलेगी?

आप हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 का सिलेबस आसानी से हिमाचल परदेश बोर्ड के आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। कक्षा 12, 2021-22 के लिए एचपीबीओएसई पाठ्यक्रम को डाउनलोड करने के लिए चरण-दर-चरण निर्देश, कुछ इस प्रकार दिए गए हैं 

चरण 1: हिमाचल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट hpbose.org पर जाएं। 
चरण 2: होम स्क्रीन के शीर्ष पर जाएं और “Downloads” विकल्प पर क्लिक करें। 
चरण 3: ड्रॉप-डाउन मेन्यू से ‘Plus Two Class Syllabus’ चुनें। 
चरण 4: अब स्क्रीन पर 2022-23 के लिए एचपीबीओएसई कक्षा 12 का पाठ्यक्रम प्रदर्शित होगा।
चरण 5: पीडीएफ प्रारूप में पाठ्यक्रम प्राप्त करने के लिए, डाउनलोड विकल्प पर क्लिक करें।

हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा ब्लूप्रिंट 2023

अब हम लेख के इस भाग में हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 के हर विषय का ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं। बता दें कि ब्लूप्रिंट परीक्षा का डमी प्रश्न पत्र होता है, जिसके जरिये छात्र व छात्राएं ये जान व समझ पाते हैं कि एग्जाम में कैसे प्रश्न पूछे जा सकते हैं, कितने अंकों के सवाल पूछे जा सकते हैं, अंकों का विभाजन आदि ब्लूप्रिंट के जरिये पता किया जा सकता है। तो हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 के मुख्य विषयों के लिए ब्लूप्रिंट कुछ इस प्रकार है: 

एचपीबीओएसई कक्षा 12 अंग्रेजी ब्लूप्रिंट

सबसे पहले हम अंग्रेजी विषय का ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं। इंग्लिश हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 के मुख्य विषयों में से एक है। कई बार इस सब्जेक्ट को आसान समझकर विद्यार्थी इसे अनदेखा कर देते हैं, जो कि सही नहीं है। गणित की तरह ही इसमें भी अभ्यास की जरुरत होती है क्योंकि इसका ग्रामर सेक्शन स्कोरिंग तो होता ही है, लेकिन थोड़ा मुश्किल भी हो सकता है। ऐसे में इसमें अधिक से अधिक प्रैक्टिस की आवश्यकता होती है। हालांकि, अगर पता हो कि कौन से सेक्शन से कितने मार्क्स के सवाल पूछे जाएंगे तो इसकी तैयारी आसान हो सकती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए छात्र व छात्राओं की सुविधा के लिए हम नीचे अंग्रेजी विषय का ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:

अनुभाग Unit/Areas of Learning Marks
Section A Reading Skills and reading unseen prose passages and note-making 17
Section B Advanced writing skills 29
Section C (i) English Reader 26
Section C (ii) Supplementary reader 13
Total   85

एचपीबीओएसई कक्षा 12 गणित ब्लूप्रिंट

गणित विषय में छात्र व छात्राओं को कड़ी मेहनत व अभ्यास की आवश्यकता होती है।  ऐसे में अगर वे ये जान सके कि गणित विषय की परीक्षा में कौन से सेक्शन से कितने मार्क्स के सवाल पूछे जाते हैं तो उनके लिए तैयारी करना और आसान हो सकता है। बता दें कि परीक्षा में 85 अंकों का प्रश्न पत्र होगा जिसे तीन घंटे में पूरा करना होगा। एचपीबीओएसई कक्षा 12 सिलेबस 2023 में कलन और सदिश और त्रि-विमीय ज्यामिति सबसे महत्वपूर्ण इकाइयाँ हैं।  ऐसे में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए हम नीचे मैथ्स सब्जेक्ट का ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:

इकाई संख्या इकाई अंक
I संबंध और फलन 9
II बीजगणित 11
III कलन 38
IV सदिश और त्रि-विमीय ज्यामिति 13
V रैखिक प्रोग्रामन 6
VI प्रायिकता 8
  कुल अंक 85

एचपीबीओएसई कक्षा 12 भौतिकी ब्लूप्रिंट

गणित की तरह ही साइंस भी एक मुख्य विषय है जिसके अंतर्गत तीन महत्वपूर्ण विषय – भौतिकी यानी फिजिक्स, रसायन विज्ञान यानी केमिस्ट्री और जीव विज्ञान यानी बायोलॉजी आते हैं। ऐसे में यहाँ हम एक-एक करके हर विषय का ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं। बता दें कि इसमें एक सैद्धांतिक परीक्षा और एक प्रायोगिक परीक्षा प्रस्तुत की जाएगी। सैद्धांतिक परीक्षा 60 अंक की होती है, जबकि प्रायोगिक परीक्षा 25 अंक की होती है। सबसे पहले हम भौतिकी का ब्लूप्रिंट शेयर कर रहे हैं नीचे दी गई तालिका भौतिकी के इकाई-वार अंक वितरण के लिए एचपीबीओएसई कक्षा 12 पाठ्यक्रम 2022-23 दिखाती है, जो कुछ इस प्रकार है:

इकाई संख्या  इकाई नाम अंक
1 स्थिर वैद्युतिकी 7
2 धारा वैद्युतिकी 7
3 धारा और चुंबकत्व का चुंबकीय प्रभाव 7
4 विद्युत चुम्बकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धारा 7
5 विद्युत चुंबकीय तरंगे 3
6 प्रकाशिकी 12
7 पदार्थ की द्वैत प्रकृति 3
8 परमाणु और नाभिक 4
9 इलेक्ट्रॉनिक युक्तियाँ 6
10 संचार प्रणाली 4
  कुल 60

एचपीबीओएसई कक्षा 12 रसायन विज्ञान ब्लूप्रिंट

रसायन विज्ञान के टेस्ट के लिए, यहां दो पेपर होंगे: सैद्धांतिक और प्रायोगिक। सैद्धांतिक परीक्षा कुल 60 अंकों की होगी, जबकि प्रायोगिक परीक्षा 25 अंक की होती है। नीचे दी गई तालिका में आप रसायन विज्ञान का परीक्षा पैटर्न देख सकते हैं: 

इकाई संख्या इकाई का नाम अंक
1 ठोस-अवस्था 3
2 विलयन 4
3 विद्युत रसायन 5
4 रासायनिक बलगतिकी 4
5 पृष्ठ रसायन 3
6 तत्वों के निष्कर्षण के सिद्धांत और प्रक्रम 2
7 P-ब्लॉक तत्व 6
8 d-और f-ब्लॉक तत्व 5
9 उपसहसंयोजन यौगिक 3
10 हेलोऐल्केन और हेलोएरीन 4
11 ऐल्कोहॉल, फिनॉल और ईथर 4
12 एल्डिहाइड, कीटोन एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल 5
13 नाइट्रोजन युक्त कार्बनिक यौगिक 4
14 जैव अणु 3
15 बहुलक 3
16 दैनिक जीवन में रसायन 2
  कुल 60

एचपीबीओएसई कक्षा 12 जीव विज्ञान ब्लूप्रिंट

चिकित्सा क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए जीव विज्ञान एक महत्वपूर्ण विषय है। इसमें एक सैद्धांतिक और एक प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की जाती है। सैद्धांतिक परीक्षा 60 अंकों की होती है, जबकि प्रायोगिक परीक्षा 25 अंकों की होती है। दोनों परीक्षा को पूरा करने के लिए तीन घंटे का समय दिया जाता है। नीचे दी गई तालिका में, आप 2022-23 के लिए एचपी बोर्ड कक्षा 12 का ब्लूप्रिंट देख सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार है:

इकाई संख्या इकाई नाम अंक
1 लैंगिक जनन 11
2 आनुवंशिकी और विकास 17
3 जीव विज्ञान और मानव कल्याण 10
4 जैव प्रौद्योगिकी और उसके अनुप्रयोग 10
5 पारिस्थितिकी और पर्यावरण 12
  कुल 60

हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा 2023 स्कोर बढ़ाने के लिए अध्ययन योजना

Study Plan to Maximise Score

इस अनुभाग में आप एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 के तैयारी के टिप्स, परीक्षा देने की रणनीति और विस्तृत अध्ययन योजना के बारे में जान सकते हैं:

एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 तैयारी के टिप्स 

हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 की तैयारी के लिए छात्र व छात्राएं कड़ी मेहनत करते हैं। ऐसे में अगर उन्हें तैयारी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण टिप्स मिल जाए तो उनकी तैयारी और बेहतर हो सकती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अब हम लेख के इस विशेष भाग में हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 की परीक्षा से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तैयारी टिप्स लेख के इस भाग में शेयर कर रहे हैं

2022 में एचपीबीओएसई कक्षा 12 परीक्षा की तैयारी

कक्षा 12 उस करियर की एक सीढ़ी है जिसे विद्यार्थी भविष्य में अपनाना चाहते हैं। छात्र व छात्राओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे परीक्षा में अपना पूरा योगदान दें क्योंकि यह उनके आने वाले करियर का निर्धारण कर सकता है। इस एग्जाम के दौरान छात्र व छात्राओं के लिए कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प जरूरी है, लेकिन अपनी पढ़ाई को सही दिशा में ले जाने के लिए विद्यार्थियों का समझदारी से पढ़ाई करना भी जरुरी है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 की तैयारी शुरू करने में स्टूडेंट्स की सहायता के लिए यहां कुछ तैयारी टिप्स दिए गए हैं, जो कुछ इस प्रकार है:

  • स्मार्ट स्टडी प्लान बनाएं: सबसे पहले हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 के पूरे पाठ्यक्रम को पढ़ें और यह नोट करें कि सिलेबस में कौन-कौन से टॉपिक्स से प्रश्न पूछे जाने वाले हैं और पाठ्यक्रम कितना बड़ा है। फिर इसी सिलेबस के आधार पर एक अध्ययन कार्यक्रम बनाएं और प्रत्येक विषय को ध्यान में रखते समय का विभाजन करें।  आप एक विस्तृत स्टडी प्लान तैयार करें और फिर उसी अनुसार अपनी तैयारी की शुरुआत करें। हालाँकि, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि विषय मिश्रित और सुमेलित हों ताकि आप ऊब न जाएं। 
  • अपनी पाठ्यक्रम सामग्री को जानें: कक्षा 12 के अधिकांश विद्यार्थी पाठ्यक्रम से परामर्श नहीं लेते हैं क्योंकि उनका मानना है कि प्रश्न पूरी पाठ्यपुस्तक से लिए जाएंगे। अगर ऐसा है भी, तो आपको पाठ्यक्रम की समीक्षा करनी चाहिए और उसे समझने का प्रयास करना चाहिए। बिना सिलेबस को पढ़े अगर आप स्टडी प्लान बनाते हैं तो हो सकता है आपको उलझन महसूस हो और आपकी तैयारी अधूरी रह जाए। इसलिए पाठ्यपुस्तक के साथ-साथ पाठ्यक्रम को भी देखना आवश्यक है। 
  • परीक्षण की गतिशीलता: परीक्षा पैटर्न देखें और प्रश्नों और अंकों के वितरण को देखकर परीक्षा को समझने का प्रयास करें। इससे आपको यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि आप जिन अध्यायों का अध्ययन कर रहे हैं उन्हें कितना अंकभार देना है।
  • समझकर पढ़ें – अगर विद्यार्थी परीक्षा में अच्छा स्कोर करना चाहते हैं तो समझकर पढ़ना जरुरी है। किसी भी टॉपिक पढ़ते वक़्त स्टूडेंट्स का उस टॉपिक को लेकर कॉन्सेप्ट क्लियर होना आवश्यक है। खासकर जब बात हो गणित और विज्ञान जैसे विषयों की तो समझकर पढ़ना और ज्यादा जरुरी हो जाता है। समझकर पढ़े गए टॉपिक्स ज्यादा वक़्त तक याद रहते हैं और उन्हें अपने शब्दों में आसानी से एग्जाम में लिखा जा सकता है।  
  • नोट्स को अहमियत दें – किसी भी एग्जाम की तैयारी के लिए नोट्स बनाकर पढ़ना उपयोगी साबित हो सकता है। महत्वपूर्ण टॉपिक्स के लिए नोट्स बनाने को अहमियत दें। खासकर जिन विषयों में याद करने की आवश्यकता पड़ती हो। गणित में महत्वपूर्ण फ़ॉर्मूला हो या सामाजिक शास्त्र में महत्वपूर्ण तिथि, नाम या अन्य कोई याद रखने वाला टॉपिक हो। नोट्स के जरिये आसानी से इन्हें याद किया जा सकता है। ध्यान रहे कि नोट्स बनाने का यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप हर टॉपिक का नोट्स बना लें और बाद में इस उलझन में आ जाए कि कौन सा टॉपिक महत्वपूर्ण है और कौन सा नहीं। इसलिए सिर्फ महत्वपूर्ण या विशेष टॉपिक के ही नोट्स बनाएं। इसके साथ ही नोट्स बनाने के लिए अलग-अलग नोटबुक की जगह एक ही मोटी नोटबुक उपयोग करें और उसमें हर विषय का विभाजन करके नोट्स तैयार करें ताकि आपको कोई कंफ्यूजन न हो और आपको बार-बार हर विषय के लिए नोटबुक ढूंढने में अपना वक़्त न बर्बाद करना पड़े 
  • रिवीजन भी जरुरी है – यह तो सभी जानते हैं कि आप जो भी पढ़ें उसका रिवीजन जरुर करें। हालांकि, कई बार विद्यार्थी कंफ्यूज रहते हैं कि वे रिवीजन के लिए कौन सा वक़्त चुनें। कई छात्र व छात्राएं ये सोचते हैं कि एक बार पूरा पाठ्यक्रम कम्पलीट हो जाए उसके बाद वे एक बार में रिवीजन करेंगे, वहीं कुछ स्टूडेंट्स सोचते हैं कि परीक्षा के ठीक पहले रिवीजन करना सही है। हालांकि, यह पूरी तरह से सही नहीं है। हमारा सुझाव है कि रिवीजन को एग्जाम के ठीक पहले के भरोसे न छोड़ें। स्टडी प्लान बनाते वक़्त ही रिवीजन को अपने स्टडी प्लान में शामिल कर लें। आप जो भी टॉपिक पूरा करें अगले दिन उसका रिवीजन करें। अगर आप हर रोज रिवीजन नहीं करना चाहते हैं तो बेहतर है हफ्ते में एक दिन रिवीजन  पढ़े गए सारे टॉपिक्स का रिवीजन करें।ध्यान रहे उस दिन कोई नया टॉपिक या विषय न पढ़ें। अगर आप नियमित रिविजन करेंगे तो एक बार में एग्जाम से पहले अपको अपने आप पर प्रेशर महसूस नहीं होगा।  
  • हैंड राइटिंग पर ध्यान दें – हो सकता है कई विद्यार्थियों को यह पहले से ही पता हो और कुछ स्टूडेंट्स इस बात से अनजान हो कि एग्जाम में लिखावट भी काफी मायने रखती है। परीक्षा में आपकी हैंड राइटिंग कितनी साफ़-सुथरी है इस पर भी आपको अच्छे अंक मिल सकते हैं।  कई बार सही उत्तर होते हुए भी विद्यार्थियों को मिलने वाले अंक कट सकते हैं। दरअसल, ओवर राइट होने की वजह से कई बार उत्तर ठीक से समझ नहीं आता है, जिस कारण विद्यार्थी को मिलते हुए अंक कट जाते हैं।  वहीं, अगर हैंड राइटिंग अच्छी हो और मैथ्स जैसे विषय में प्रश्न सॉल्व करने का प्रोसेस सही हो तो अच्छी लिखावट व सही प्रोसेस के लिए कुछ अंक मिल सकते हैं। इसलिए हर विद्यार्थी को हमारा सुझाव है कि वे अपने स्टडी प्लान में हैंड राइटिंग प्रैक्टिस को भी समय दें और स्पीड में अच्छी हैंड राइटिंग हो, इसकी प्रैक्टिस करें क्योंकि परीक्षा के दौरान समय काफी कम होता है और उस कम समय में हैंड राइटिंग के चक्कर में आपके प्रश्न मिस न हो जाए।  इसलिए स्पीड में अच्छी हैंड राइटिंग की प्रैक्टिस करते रहें।
  • ब्रेक को स्टडी प्लान में शामिल करें – अगर पढ़ना आवश्यक है तो ब्रेक लेना भी उतना ही जरुरी है। पढ़ते-पढ़ते बोरियत को कम करने के लिए अपने स्टडी प्लान में ब्रेक को भी ऐड करें। पढ़ते-पढ़ते कितने ब्रेक लेने है और कब-कब, कितने-कितने देर का ब्रेक लेना है यह आप अपने स्टडी प्लान में पहले ही तय कर लें। अगर आप पहले से यह तय करके नहीं रखेंगे और कभी भी ब्रेक ले लेंगे तो आपको समय का अंदाजा नहीं रहेगा और आपको बार-बार पढ़ने के दौरान उठने का मन करेगा, जिस कारण आपकी पढ़ाई प्रभावित हो सकती है। इसलिए पहले से ही तय करके रखें कि ब्रेक को कैसे अपने पढ़ाई के रूटीन में शामिल करना है।
  • पढ़ने के लिए सही जगह व समय को चुनें – अगर परीक्षा की तैयारी सही तरीके से करनी है तो सिर्फ पढ़ाई करना ही नहीं, बल्कि सही जगह व वक़्त को चुनना भी जरुरी है। पढ़ने के लिए शांत जगह व वक़्त तय करें। कोशिश करें कि सुबह उठकर पढ़ें, हालाँकि हो सकता है हर कोई सुबह उठने में कम्फ़र्टेबल महसूस न करे। हो सकता है किसी को रात में पढ़ाई करने में अच्छा लगता हो तो वे अपनी सुविधानुसार ही कोई शांत समय तय करके पढ़ें। वक़्त के साथ-साथ जगह भी सोच-समझकर तय करें। पढ़ने के लिए ऐसी जगह चुनें जहाँ शांत माहौल हो ताकि आप एकग्रता के साथ पढ़ सकें। हालाँकि, ध्यान रहे अगर आप रात में पढ़ने में सुविधा महसूस करते हों तो रात में ही पढ़ें लेकिन अपनी नींद पूरी जरुर करें। अगर आपकी नींद पूरी नहीं होगी तो इसका असर आपकी एकाग्रता व पढ़ाई पर पड़ सकता है।
  • बेमन से बिल्कुल पढ़ने न बैठें – कई बार छात्र व छात्राएं बेमन से भी पढ़ने बैठ जाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि ये उनके रूटीन का हिस्सा है। जबकि यह सही नहीं है, हो सकता है कभी-कभी पढ़ने का मन न करे, अब इसके लिए अपने आप को दोषी समझने की आवश्यकता नहीं है। अगर आप उस बेमन से पढ़ने बैठेंगे तो शायद आपको कुछ समझ न आए या समझी हुई बातें आप ज्यादा देर तक याद न रख सके। बेमन से पढ़ाई करने से सिर्फ और सिर्फ समय बर्बाद होगा। इसलिए अगर आपको पढ़ने का मन न हो लेकिन फिर भी आप उस वक़्त को उपयोग करना चाहते हैं तो बेहतर है आप रिवीजन करके उस वक़्त को सेव कर लें। 
  • समझें कि सवाल क्या पूछ रहा है: आपको यह पता लगाना चाहिए कि परीक्षा के दौरान प्रश्न क्या पूछ रहा है। अधिकांश समय, प्रश्न कठिन टॉपिक से पूछे जाते हैं ताकि वे आपको भ्रमित कर सकें। प्रश्न का उत्तर देने से पहले उसका विश्लेषण करें। इतना ही नहीं, कई बार आसान प्रश्नों को भी घूमा-फिराकर पूछा जाता है ताकि विद्यार्थी कन्फ्यूज हों। ऐसे में यह जरुरी है कि सवाल को देखकर घबराएं नहीं, बल्कि शांत मन से प्रश्न को अच्छे से पढ़ें। जरुरत पड़े तो एक से ज्यादा बार सवाल को पढ़ें उसके बाद ही उत्तर दें।
  • निम्न कार्य करके तनाव को दूर करें: आप कक्षा 12 की परीक्षा के लिए पढ़ रहे हैं। तनावग्रस्त होना बिल्कुल सामान्य है। हालांकि, तनाव के आगे झुकना स्वीकार्य नहीं है। अपने आप को तनावग्रस्त महसूस करने देना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। अध्ययन के घंटों के भीतर, आराम करने के लिए छोटे-छोटे विराम लें। मन को शांत रखें व अपने आप पर और अपनी तैयारी पर पूरा भरोसा रखें। बार-बार दोस्तों से यह पूछने से बचें कि उनकी तैयारी कितनी पूरी हो चुकी है। कई बार इस कारण भी विद्यार्थी तनाव महसूस करने लगते हैं। दरअसल, वे अपनी तैयारी की तुलना अपने सहपाठियों व दोस्तों से करने लगते हैं, जिस कारण अपने आप पर प्रेशर महसूस करने लगते हैं और नतीजा चिंता व तनाव। इसलिए अपनी तैयारी पर कॉन्फिडेंट रहें और मन को शांत करके एग्जाम की तैयारी करते रहें। 
  • स्वस्थ जीवनशैली है जरुरी – हर विद्यार्थी को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता होती है। सही वक़्त पर उठाना, सही टाइम पर सोना, स्वस्थ आहार का सेवन करना। सुबह उठकर ध्यान लगाना या मेडीटेट करना, योग या एक्सरसाइज करना, एक स्वस्थ रूटीन का हिस्सा है।  ऐसे में हर छात्र व छात्रा को सिर्फ एग्जाम के वक़्त ही नहीं, बल्कि अन्य दिनों में भी इस तरह की दिनचर्या का पालन करना चाहिए ताकि वे अपने आप को स्वस्थ व तरोताजा महसूस कर सकें और तनाव से दूर रह सकें 

एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 परीक्षा देने की रणनीति

हिमाचल प्रदेश कक्षा 12, 2023 की परीक्षा की सिर्फ तैयारी पर ही ध्यान नहीं लगाना है, बल्कि एग्जाम देने की रणनीति को भी ध्यान में रखना है। ऐसे में लेख के इस विशेष भाग में हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12, 2023 की परीक्षा रणनीति से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दे रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:

2023 में हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा देने से पहले याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु

2023 में हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 की परीक्षा देने से पहले, छात्र व छात्राओं को कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखने की आवश्यकता है, ये महत्वपूर्ण निर्देश कुछ इस प्रकार हैं:

  • विद्यार्थियों को परीक्षा शुरू होने से कम से कम 30 मिनट पहले एग्जाम सेंटर में पहुँच जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा प्रश्न पत्र 2023 पर जाने के लिए अतिरिक्त 15 मिनट की अनुमति दी जाएगी। बेहतर है परीक्षा के एक दिन या कुछ दिन पहले एग्जाम सेंटर देख आए ताकि आपको हड़बड़ी न हो।
  • छात्र व छात्राओं को चेतावनी दी जाती है कि वे कोई भी अनैतिक तरीका न अपनाएं, क्योंकि ऐसा करने से उन्हें तुरंत परीक्षा हॉल से निष्कासित कर दिया जाएगा। हमेशा याद रखें कि एग्जाम के दौरान नक़ल करने से आप अपने आपको और अपने पेरेंट्स को धोखा देंगे।
  • हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा समय सारणी 2023 के अनुसार, छात्रों को अपनी स्वयं की स्टेशनरी लानी होगी क्योंकि परीक्षा हॉल में इसे दूसरों के साथ साझा करने की अनुमति नहीं है। इसलिए अपने साथ एक्स्ट्रा पेन, पेंसिल, स्केल व एग्जाम में उपयोग होने वाले अन्य जरुरत की स्टेशनरी साथ में रखें ताकि आपको अन्य छात्र व छात्राओं से ये सब मांगने की आवश्यकता न पड़े।
  • उम्मीदवारों को कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जैसे कैलकुलेटर या सेल फोन लाने की अनुमति नहीं है। इसलिए किसी भी तरह का गैजेट एग्जाम हॉल में ले जाने की कोशिश बिल्कुल न करें।
  • हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 के एग्जाम के दौरान एडमिट कार्ड जरुर ले जाएँ ध्यान रहे एडमिट कार्ड एक जरुरी दस्तावेज है और एग्जाम हॉल में बिना एडमिट कार्ड के किसी भी छात्र या छात्रा को एग्जाम हॉल में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 
  • छात्रों को यह ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा हॉल टिकट 2023 पर पेंसिल से भी कुछ भी लिखने की अनुमति नहीं है।
  • अपना हॉल टिकेट बिल्कुल साफ़-सुथरा रखें।

एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 विस्तृत अध्ययन योजना

हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा 2023 की रणनीति के बाद अब बारी आती है हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 की तैयारी के लिए एक डिटेल स्टडी प्लान जानने की। उम्मीद है यह विस्तृत स्टडी प्लान जानने के बाद और इसे ध्यान में रखते हुए तैयारी करने से छात्र व छात्राओं के लिए उपयोगी साबित होगा।  तो हिमाचल प्रदेश बोर्ड क्लास 12 का विस्तृत स्टडी प्लान कुछ इस प्रकार है:

  • डेटा को याद रखने के बजाय, छात्रों को मूलभूत अवधारणाओं को समझना चाहिए और सीखना चाहिए कि उन्हें विभिन्न समस्याओं पर कैसे लागू किया जाए। जानकारी को व्यवहार में लाने से ही कोई वांछित छात्रवृत्ति प्राप्त करने में सक्षम होगा। इसके अलावा, छात्रों को एक प्रभावी अध्ययन व्यवस्था बनाने के लिए परीक्षा के रुझान और पाठ्यक्रम से परिचित होना चाहिए। याद रखें समझकर पढ़ना काफी लाभकारी हो सकता है।
  • जो उम्मीदवार सूत्रों, परिभाषाओं और समीकरणों में महारत हासिल करने के लिए नोट्स लेते हैं, वे अपनी तैयारी में काफी सफल हो सकते हैं। इन सूत्रों को लिखने से, सिद्धांत रूप में, उन्हें याद रखना आसान हो जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, भारी-भरकम किताबें ले जाने के बजाय, जहां चाहें वहां नोट्स ले जाना एक आसान तरीका है। आपको रिवीजन के दौरान पूरे अध्याय का अध्ययन करने की आवश्यकता नहीं है; पाठ्यक्रम की समीक्षा करने के लिए बस इन नोट्स को अच्छी तरह से पढ़ें। 
  • यदि वे रिवीजन नहीं करते हैं तो प्रत्येक तैयारी पद्धति में किसी न किसी रूप में संशोधन शामिल होना चाहिए। छात्र आसानी से महत्वपूर्ण टॉपिक को भूल सकते हैं । नतीजतन, एक नए अध्याय पर जाने से पहले, यह अनुशंसा की जाती है कि आप पहले से कवर किए गए पाठ्यक्रम की समीक्षा करें। यह आपको महत्वपूर्ण विषयों के शीर्ष पर बने रहने और अंतिम-मिनट के तनाव से बचने मदद कर सकता है। इसलिए रिवीजन को अपने हर रोज की के स्टडी प्लान का हिस्सा बनाएं। बेहतर है आप पहले से ही कुछ घंटे रिवीजन के लिए तय कर लें। आप चाहें तो हर रोज या हफ्ते में एक दिन भी रिवीजन करने का मन बना सकते हैं। ध्यान रहे अगर आप हफ्ते में एक दिन रिवीजन का मन बना रहे हैं तो उस दिन कोई नया विषय पढ़ने के लिए न उठाएं, बल्कि रिवीजन पर ही फोकस करें। 
  • ग्रुप स्टडीज हमेशा से ही एक अच्छा विकल्प रहता है। छात्र व् छात्राएं अपने दोस्तों के साथ ग्रुप स्टडीज का प्लान बना सकते हैं। इससे उन्हें और ज़्यादा सीखने का मौका मिलेगा। कई बार शिक्षक के बार-बार समझाने पर भी समझ नहीं आता है, लेकिन वही अगर कोई दोस्त समझाए तो आसानी से समझ आ जाता है। ऐसे में अगर किसी कांसेप्ट को समझने में परेशानी हो तो आसानी से आप ग्रुप स्टडीज के जरिये अपने कांसेप्ट को क्लियर कर सकते हैं। इसके साथ ही ग्रुप स्टडीज में बोरिंग टॉपिक्स भी इंटरेस्टिंग हो सकते हैं। हालाँकि, ध्यान रहे आपको ग्रुप स्टडीज में क्या-क्या पढ़ना इसके नोट्स आप पहले से बना लें ताकि पढ़ाई के दौरान चर्चा करने में आपका वक़्त बर्बाद न हो। ध्यान रहे ग्रुप स्टडीज का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप इधर-उधर की बातें करने में अपना वक़्त बर्बाद करें।  
  • पुराने प्रश्न पत्रों को हल करें, इससे ज़्यादा से ज़्यादा प्रैक्टिस तो होगी ही साथ ही साथ एग्जाम पैटर्न को समझने में भी मदद मिल सकती है। इसके अलावा, छात्र व छात्राओं को मार्किंग पैटर्न के बारे में भी जानकारी मिलेगी। इतना ही नहीं वे परीक्षा के माहौल को भी समझ सकेंगे। बेहतर है जब भी विद्यार्थी पिछले वर्ष के मॉडल पेपर सॉल्व करें तो एक टाइमर सेट कर लें और अपने सामने अपने किसी परिवार के सदस्य, दोस्त या सीनियर को बैठा लें ताकि आपको एग्जाम के पूरे माहौल को समझने और उसका सामना करने में मदद मिल सके। फिर जब प्रश्न पात्र पूरा हल हो जाए तो ध्यान दें कि कौन से सेक्शन, कौन से प्रश्न में अधिक व कौन से प्रश्न या सेक्शन में कम वक़्त लगा। इससे उन्हें अपने कमजोर व तैयार टॉपिक्स व विषयों को समझने व जानने में मदद मिलेगी। 
  • एक बार जब अप यह समझ जाए कि आपकी कितनी तैयारी हो चुकी है तो उसी अनुसार आगे अपने स्टडी प्लान में बदलाव करें। ध्यान रहे बार-बार स्टडी प्लान में बदलाव न करें, अगर आप बार-बार स्टडी प्लान में बदलाव करेंगे तो हो सकता है आपको अपने आप में ही कंफ्यूजन होने लगे। इसलिए बेहतर है कोई सिलेबस, टॉपिक या विषय की पूरी तैयारी होने के बाद ही स्टडी प्लान में बदलाव करें।  
  • अपना स्टडी प्लान ऐसे बनाएं कि एग्जाम के कुछ महीने पहले ही आपका सिलेबस पूरा हो जाए  और एग्जाम के पहले आप पर ज्यादा दबाव न हो।  यहाँ तक कि रिवीजन के लिए भी वक़्त रखें ताकि आपको एग्जाम के पहले रिवीजन तक न करना पड़े बस ऊपर-ऊपर से टॉपिक्स को देखना हो। इतना ही नहीं, हैंड राइटिंग प्रैक्टिस भी कर लें, खासकर स्पीड में लिखने के दौरान लिखावट स्पष्ट हो ऐसी प्रैक्टिस करें, क्योंकि एग्जाम में साफ़-सुथरी और स्पष्ट लिखावट के एक्स्ट्रा अंक मिल सकते हैं।
  • अध्ययन के घंटों के दौरान छोटे ब्रेक लेना और उस दौरान कुछ एक्स्ता एक्टिविटी करना, जैसे टहलना, साइकिल चलाना, या बैडमिंटन के 15 मिनट के खेल से उम्मीदवारों को खुद को रिचार्ज करने और अगले गहन अध्ययन सत्र के लिए तैयार करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, छात्र व छात्राओं को अपने आपको फ्रेश रखने के लिए आराम भी जरुरी है। सही वक़्त पर सोना व उठाना। अगर रात को पढ़ने की आदत है और आप सही वक़्त पर सो नहीं पा रहे हैं तो बेहतर है अपनी नींद जरुर पूरी करें। इसके साथ ही साथ सही खानपान, पोषक तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थ, फल व सब्जियों का सेवन भी जरुरी है।  
  • अपने आप को शांत रखें और अपनी व अपनी पढ़ाई की तुलना किसी और से न करें।  याद रखें हर किसी के सीखने, पढ़ने का तरीका एक जैसा नहीं होता है।  इसलिए अपने आप को और अपनी तैयारी को कम न समझें, अब इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं कि आप अपने आप में अहंकार करें।  अपने आप में कॉन्फिडेंस रखें, लेकिन ओवर कॉन्फिडेंस नहीं। अपनी तैयारी पर भरोसा करें और मन में आत्मविश्वास के साथ एग्जाम देने की तैयारी करें व परीक्षा देने जाएँ।  
  • समझकर पढ़ने पर ज्यादा जोर डालें क्योंकि समझकर पढ़ने से कोई भी विषय या टॉपिक ज्यादा दिनों तक याद रहता है।  इसलिए रटने से ज्याद समझने पर धयन केन्द्रित करें। खासकर जब बात हो गणित, विज्ञान जैसे विषयों की तो इन सब्जेक्ट्स में समझना जरुरी है। हाँ, कुछ फ़ॉर्मूला व अन्य चीज़ें होंगीं जिन्हें याद भी करने की आवश्यकता हो सकती है। ऐसे में इन फ़ॉर्मूला को याद रखने के लिए आप इनके नोट्स बनाकर इन्हें ओने साथ रख सकते हैं, क्योंकि नोट्स आसान तरीका है महत्वपूर्ण फ़ॉर्मूला को बार-बार पढ़ने का। 
  • परीक्षा से पहले कुछ नया न पढ़ें या दोस्तों की देख-देखी कोई नया टॉपिक या विषय न उठाएं। एग्जाम से पहले कुछ नया पढ़ने से हो सकता है प्रेशर के कारण आपको टॉपिक ज़्यादा समझ न आये। अगर ऐसा होता है तो  आपका आत्मविश्वास डगमगा सकता है और आपके द्वारा की गई पूरी तैयारी पर इसका असर हो सकता है।  इसलिए अपने आप पर और अपनी तैयारी पर भरोसा रखें और उसी पर ध्यान दें।  

हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा 2023 पेपर एनालिसिस

Previous Year Analysis

इस अनुभाग में आप पिछले वर्ष के पेपर और पिछले वर्ष की कट-ऑफ इत्यादि के बारे में जान सकते हैं:

एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा 2023 पिछले वर्ष के पेपर

छात्र व छात्राओं को पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों से लाभ हो सकता है क्योंकि वे इन प्रश्न पत्रों से परीक्षा में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नों के बारे में जान सकेंगे। विद्यार्थी अपनी रणनीति बनाकर एचपीबीओएसई कक्षा 12 के प्रश्न पत्रों को हल करने का अभ्यास कर सकते हैं। 

आप HP बोर्ड कक्षा 12 के प्रश्नपत्रों को जितनी बार चाहें डाउनलोड और अभ्यास कर सकते हैं और रिवीजन कर सकते हैं। छात्र प्रश्न पत्रों पर अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करके अपने अंतिम ग्रेड का अंदाजा लगा सकते हैं। वे पुराने प्रश्न पत्रों को हल करते वक़्त अपनी खामियों का अंदाजा लगा सकते हैं और उन्हें सुधारने का प्रयास कर सकते हैं। 12वीं कक्षा के लिए HP बोर्ड के प्रश्न पत्र छात्रों को उनकी प्रतिक्रिया, लेखन गति और सटीकता में सुधार करने में सहायता करते हैं। 

एचपी बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा तैयारी सुझाव

कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प रहना महत्वपूर्ण हैं, लेकिन आपको स्मार्ट तरीके से अध्ययन करने की भी आवश्यकता है ताकि आपकी पढ़ाई सही रास्ते पर चल सके। यहां कुछ उपयोगी एचपीबीओएसई कक्षा 12 परीक्षा तैयारी युक्तियाँ दी गई हैं:

  1. डेट शीट की जांच करके पहले ही एक अध्ययन रणनीति तैयार कर लें। विषय व टॉपिक के वेटेज के अनुसार दिन भर में प्रत्येक विषय के लिए या तो समान समय आवंटित करें या टॉपिक के महत्व के हिसाब से समय को कम या ज्यादा बांट लें। 
  2. परीक्षा पैटर्न की जांच करें और प्रश्नों और अंकों के वितरण की जांच करके HP बोर्ड पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र कक्षा 12 को हल करने का प्रयास करें। इससे आपको यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि आप जिन अध्यायों का अध्ययन कर रहे हैं उन्हें कितना समय देना है। 
  3. HP बोर्ड कक्षा 12 की पाठ्यसामग्री पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करें और पढ़ाई के दौरान सभी ध्यान भटकाने वाली वस्तुओं से दूर रहें। याद रखें भले ही आप एक घंटा ही पढ़ें, लेकिन वो एक घंटा भी आप पूरी ईमानदारी से ध्यान लगाकर पढ़ें। पता चला आप 4 घंटे किताब लेकर बैठें हैं, लेकिन आपका ध्यान पढ़ाई में लगा ही नहीं तो ऐसी पढ़ाई का कोई मतलब नहीं है। 
  4. अपनी गति बढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम समाप्त करने के बाद आवंटित अवधि में HP बोर्ड के पिछले वर्ष के कक्षा 12 के प्रश्न पत्रों को हल करना शुरू करें। यह HP बोर्ड कक्षा 12 के परिणाम में एक उच्च अंक प्राप्त करने में सहायता करेगा। साथ ही यह आपके लिए प्रैक्टिस भी होगा, जिससे असल एग्जाम के दौरान आपकी स्पीड बेहतर होगी और आप आसानी से अपना पेपर पूरा कर सकेंगे। 
  5. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करते समय टाइमर जरुर लगाएं और हो सके तो अपने सामने किसी दोस्त को या सीनियर या परिवार के किसी सदस्य को बैठा लें ताकि आपको महसूस हो कि आप सच में परीक्षा दे रहे हैं और आप उसी अनुसार पेपर हल करें। 
  6. आप असल एग्जाम सोचकर रणनीति बनाएं, पहले प्रश्नों को पढ़ें, फिर पढ़ते-पढ़ते परीक्षा में प्रश्नों को किस क्रम में हल करना है यह स्ट्रेटेजी बनाएं। 
  7. हमारा सुझाव है कि हमेशा आसान प्रश्नों से शुरुआत करें।  इसके अलावा, अगर अधिक अंक वाले प्रश्न आपको लगता है कि आसानी से हल हो सकते हैं तो आप उन प्रश्नों से भी शुरुआत कर सकते हैं। ध्यान रहे शुरुआत हमेशा ऐसे प्रश्नों से करें जिसको लेकर आप कॉंफिडेंट हों, ताकि आप एग्जाम को लेकर थोड़ा सहज हो जाएँ और आपके अंदर कॉन्फिडेंस आ जाए। 
  8. परीक्षा में लिखावट साफ़-सुथरी होनी चाहिए और ओवर राइट करने से बचें। कई बार ओवर राइट करने से मिलने वाले अंक भी रह जाते हैं, क्योंकि चेक करने वाले को समझ न आने के वजह से अंक कट सकते हैं। 
  9. जैसे कि हमने पहले ही बताया है कि पिछले साल के प्रश्न पत्र को ऐसे हल करें जैसे कि आप सच में एग्जाम दे रहे हों। तो पेपर पूरा होने के बाद एक बार पूरा पेपर अच्छे से पढ़ें और जहां सुधार की जरुरत महसूस हो वहाँ ओवर राइट न करते हुए हल्का काटकर सुधार करें, ताकि असल एग्जाम के दौरान आप इस आदत को अपनाएं। हाँ, आपकी पहली कोशिश यह जरुर रहनी चाहिए कि आप गलत जवाब देने से बचें और अगर कहीं कुछ गलती होती है तो उसको अच्छे से ठीक करें। 
  10. मन को शांत रखकर एग्जाम दें और हड़बड़ी न दिखाएं। अपने आप पर और अपनी तैयारी पर पूरा भरोसा रखें। 

एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा पिछले वर्ष की टॉपर सूची

एचपीबीओएसई कक्षा 12 टॉपर 2020 सूची

रैंक नाम और विद्यालय प्रतिशत
1 प्रकाश कुमार (कुल्लू साइंस स्कूल ऑफ एजुकेशन, ढालपुर) 99.4%
2 शुभम जायसवाल (जिला ऊना) 99.2%
3 तनीषा (जिला कांगड़ा) 99%
4 अभिनव करमानी (जिला कांगड़ा) 98.8%
5 अंकुश शर्मा (जिला हमीरपुर) 98.6%

टॉपर सूची/सक्सेस स्टोरीज़

Topper List Success Stories

विवरण के साथ टॉपर्स की सूची

हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन परीक्षा के बाद HP बोर्ड कक्षा 12 के टॉपर्स की लिस्ट जारी करेगा। वहीं, पिछले साल 14 जुलाई 2021 को दोपहर 2 बजे बोर्ड ने नतीजे घोषित किए गए थे। टॉपर का नाम, रैंक और अंक HP बोर्ड कक्षा 12 की टॉपर सूची 2021 में शामिल किया गया था। बोर्ड ने आधिकारिक वेबसाइट hpbose.org पर 2021 के लिए एचपीबीओएसई कक्षा 12 के टॉपर्स की घोषणा किया था।

2021 के लिए एचपीबीओएसई कक्षा 12 के टॉपर्स की सूची

एचपीबीओएसई कक्षा 12, 2021 की टॉपर्स सूची, हम नीचे टेबल के जरिये साझा कर रहे हैं। ये कुछ इस प्रकार हैं:

एचपी बोर्ड +2 स्ट्रीम

टॉपर का नाम

प्रतिशत

एचपी बोर्ड +2 बोर्ड साइंस टॉपर (HP Board +2 result science topper)

प्रकाश कुमार

99.4%

एचपीबीओएसई 12वीं रिजल्ट आर्ट्स टॉपर (HPBOSE 12th result arts topper)

श्रुति कश्यप

98.2%

एचपीबीओएसई प्लस टू रिजल्ट कॉमर्स टॉपर (HPBOSE plus two result commerce topper)

मेघा गुप्ता

97.6%

इसके अलावा, छात्र व छात्राएं पिछले वर्षों से विज्ञान, वाणिज्य और कला सहित सभी शाखाओं के लिए HP बोर्ड कक्षा 12 के टॉपर्स का नाम भी देख सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई तालिका देखें-

HP बोर्ड कक्षा 12 टॉपर 2020 सूची

शाखा टॉपर का नाम अंक
विज्ञान प्रकाश कुमार 99.4%
वाणिज्य मेघा गुप्ता 97.6%
कला श्रुति कश्यप 98.2%

परीक्षा परामर्श

Exam counselling

छात्र परामर्श

छात्र परामर्श प्रकोष्ठ का उद्देश्य छात्रों को आत्म-जागरूक बनने और चिंता और तनाव से निपटने के दौरान उनकी पूरी क्षमता का एहसास करने में सहायता करना है। परामर्श प्रकोष्ठ छात्रों को अपनी शैक्षणिक और सामाजिक समस्याओं को व्यक्त करने के लिए एक मजेदार और मैत्रीपूर्ण वातावरण प्रदान करता है। 

परामर्श प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित किया जाता है, उनका समर्थन किया जाता है, और उन्हें स्कूल में उत्कृष्टता प्राप्त करने और अपने स्थानीय और वैश्विक समुदायों में योगदान करने के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान किए जाते हैं। इस रणनीति का उद्देश्य वयस्कों को पुनर्स्थापित करने के बजाय विद्यार्थियों को मजबूत करना है। 

एक सुरक्षात्मक रणनीति जो यह सुनिश्चित करने में सक्रिय होने पर जोर देती है कि बच्चे महत्वपूर्ण कौशल और आदतें सीखते हैं, उन्हें व्यक्तियों के रूप में बढ़ने में मदद मिलेगी। निवारक शिक्षा देने के लिए व्यक्तिगत और समूह संगोष्ठियों के साथ-साथ कक्षा प्रशिक्षण का उपयोग किया जाता है। यह पाठ्यक्रम हमारे बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है क्योंकि वे अपने विकास के चरणों के माध्यम से प्रगति करते हैं।

माता-पिता/अभिभावक परामर्श

माता-पिता बनना सबसे अधिक फायदेमंद हो सकता है, लेकिन यह आपके लिए अब तक का सबसे अधिक कर देने वाला अनुभव भी हो सकता है। चलना सीखने के बाद, आप अपने बच्चे को बातचीत करने या संघर्ष को प्रबंधित करने जैसे जीवन कौशल सिखा सकते हैं। जब बहुत सारी पेरेंटिंग किताबें चुनने के लिए होती हैं तो अभिभूत महसूस करना आसान होता है (प्रत्येक ने दावा किया है कि आपके बच्चे को पालने के लिए एक आदर्श तरीका खोजा गया है)।

अभिभावक थेरेपी आपको ज्ञान, सलाह, कौशल और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के लिए एक गैर-न्यायिक सेवा है। पारिवारिक परामर्श के विपरीत, जिसके अपने स्वयं के लाभ हैं, अभिभावक थेरेपी इस बात पर ध्यान केंद्रित करती है कि आप, माता-पिता के रूप में, अपने परिवार की गतिशीलता को कैसे प्रभावित करते हैं। 

अभिभावक थेरेपी माता-पिता को उनकी प्राकृतिक पालन-पोषण शैली को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने के लिए कई रणनीतियों या तौर-तरीकों को नियोजित करती है और कुछ बाधाएं इसे कैसे प्रभावित और संशोधित करती हैं। जब एक माता-पिता अपने मुद्दों का सामना करना जानते हैं, तो वे अपना पूरा ध्यान अपने परिवार में सामंजस्य बनाए रखने, बढ़ने या बहाल करने पर दे सकते हैं। 

जब कुछ साल पहले माता-पिता-बच्चे के युग्म को समस्या हुई, तो बच्चे के साथ परामर्श शुरू हुआ। जबकि बाल परामर्श कभी-कभी आवश्यक होता है, माता-पिता के पास व्यवहार परिवर्तन करने की बेहतर शक्ति होती है जिससे पूरे परिवार को लाभ होता है।

महत्वपूर्ण तिथियाँ

About Exam

आवेदन करने की प्रारंभिक और अंतिम तिथि

आवेदन शुल्क

श्रेणी कोटा तरीका लिंग राशि
OBC, SC, General, ST PWD ऑफलाइन महिला, ट्रांसजेंडर, पुरुष ₹ 550

प्रवेश पत्र तिथि

HP बोर्ड कक्षा 12 प्रवेश पत्र आधिकारिक वेबसाइट पर, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (एचपीबीओएसई) HP बोर्ड कक्षा 12 प्रवेश पत्र जारी करता है। विद्यार्थी अपने यूजर आईडी और पासवर्ड की जांच करके अपने हॉल टिकट को पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं।

हिमाचल प्रदेश बोर्ड के एडमिट कार्ड में कई तरह के विवरण मौजूद होते हैं, जिसकी जानकारी हम लेख के इस भगा में शेयर कर रहे हैं।

एचपीबीओएसई कक्षा 12 प्रवेश पत्र 2022 पर मौजूद विवरण

हिमाचल प्रदेश बोर्ड के एडमिट कार्ड में सिर्फ रोल नंबर ही नहीं, बल्कि कई अन्य महत्वपूर्ण डिटेल्स भी मौजूद होते हैं, जिनकी जानकारी हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 का एग्जाम देने वाले छात्र व छात्राओं को होनी चाहिए। तो इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम लेख के इस भाग में हिमाचल प्रदेश बोर्ड के एडमिट कार्ड में मौजूद विवरण की जानकारी दे रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:

  • विद्यार्थी नाम 
  • रोल नंबर / पंजीकरण संख्या
  • परीक्षा केंद्र
  • परीक्षा की तिथि और दिन
  • परीक्षा का समय
  • उपस्थित होने का समय
  • छात्र का फोटो
  • हस्ताक्षर 
  • महत्वपूर्ण निर्देश


यदि आपका HP बोर्ड कक्षा 12 प्रवेश पत्र गलत है तो आपको क्या करना चाहिए?

उम्मीदवारों को इसे डाउनलोड करने के बाद HP बोर्ड कक्षा 12 प्रवेश पत्र पर सभी विवरणों की जांच करनी चाहिए। दस्तावेज़ में कोई समस्या या गलती होने पर उम्मीदवार शिक्षकों या प्राचार्यों से संपर्क करें। 

संबंधित पृष्ठ भी देखें  
हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 6 हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 9
हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 7 हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 10
हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 8 हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 11

परीक्षा परिणाम

Exam Result

परिणाम घोषणा

मैं अपना एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 ग्रेड परिणाम कैसे देख सकता हूँ?

SOS के लिए HP बोर्ड कक्षा 12 का परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित किया जाता है। परिणाम देखने का लिंक परीक्षा निकाय द्वारा आधिकारिक तौर पर इसे जारी करने के बाद ही उपलब्ध होता है। छात्र अपने HP बोर्ड SOS कक्षा 12 के परिणाम को जारी होने के बाद नीचे दिए गए चरणों का पालन करके देख और डाउनलोड कर सकते हैं:

चरण 1: एचपीबीओएसई की आधिकारिक वेबसाइट hpbose.org पर जाएं।

चरण 2: मुखपृष्ठ के शीर्ष मेनू से, “SOS” टैब चुनें।

चरण 3: एक नया पेज खुलेगा, जो हिमाचल प्रदेश स्टेट ओपन स्कूल का होमपेज (HPSOS) होगा। HP बोर्ड SOS वेबपेज पर, ‘SOS रिजल्ट’ विकल्प पर क्लिक करें।

चरण 4: परिणाम एक सूची में प्रदर्शित किया जाएगा। ड्रॉप-डाउन मेनू से ‘HPSOS कक्षा 12 परीक्षा परिणाम, जून’ चुनें।

चरण 5: परिणामों के लिए लॉगिन पेज दिखाई देगा। अपना ‘रोल नंबर’ दर्ज करने के बाद ‘खोज’ बटन पर क्लिक करें।

HPSOS कक्षा 12 का परिणाम छठे चरण में स्क्रीन पर दिखाई देगा। अपने परिणामों की जांच करें और भविष्य में उपयोग के लिए सहेजें।

एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 स्कोरबोर्ड पर उल्लेखित विवरण

आपके एचपी बोर्ड कक्षा 12 के स्कोरकार्ड में निम्नलिखित जानकारी शामिल होगी::

  1. उम्मीदवार का रोल नंबर
  2. नामांकन संख्या पंजीकरण संख्या
  3. जन्म का वर्ष
  4. पिता का नाम 
  5. विषय कोड अंक, प्रत्येक विषय में सुरक्षित माता का नाम, विषय का नाम और विषय कोड अंक (लिखित और व्यावहारिक दोनों के लिए)
  6. अधिकतम अंक
  7. कुल अंक प्रतिशत में प्राप्त कुल अंक

एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 परिणाम घोषित होने के बाद क्या होता है?

HP बोर्ड SOS कक्षा 12 की मार्कशीट की हार्ड कॉपी आधिकारिक वेबसाइट पर एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 के परिणाम घोषित होने के बाद आपूर्ति की जाएगी। छात्र अपनी सामग्री अपने विशेष स्कूल या अध्ययन केंद्र से ले सकते हैं। 

एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 की मार्कशीट एक आवश्यक दस्तावेज है। छात्रों को इसे सुरक्षित रखना चाहिए क्योंकि कॉलेज / विश्वविद्यालय में प्रवेश और नौकरी के साक्षात्कार के दौरान दस्तावेज़ सत्यापन के लिए इसकी आवश्यकता होगी। 

एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 परिणाम का पुनर्मूल्यांकन

जो छात्र अपने एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 परिणाम से असंतुष्ट हैं, वे पुनर्मूल्यांकन का अनुरोध कर सकते हैं। पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने से पहले, छात्रों को पहले निम्नलिखित नियमों को समझना चाहिए:

  1. छात्रों द्वारा पुनर्मूल्यांकन के लिए केवल सैद्धांतिक परीक्षा ही पात्र हैं। 
  2. छात्र को पुनर्मूल्यांकन के लिए जमा किए जा रहे परीक्षा पर न्यूनतम 20% प्राप्त होना चाहिए। 
  3. छात्रों को एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 के परिणाम जारी होने के 30 दिनों के भीतर रीचेकिंग के लिए आवेदन करना होगा।
  4. स्कोरकार्ड में मूल अंकों को परीक्षा के पुनर्मूल्यांकन के बाद प्राप्त अंकों/अंकों से बदल दिया जाएगा।
  5. यदि आप पुनर्मूल्यांकन/रीचेकिंग के परिणामों से खुश नहीं हैं, तो आपके पास उत्तर पुस्तिका की एक प्रति का अनुरोध करने के लिए 15 दिनों का समय है। इन प्रतियों को प्राप्त करने के 15 दिनों के भीतर, छात्र कुल अंकों या किसी भी अचिह्नित प्रश्नों में किसी भी त्रुटि के लिए सत्यापित कर सकते हैं और अधिकारियों को सूचित कर सकते हैं। सचिव/पुनर्मूल्यांकन शाखा आवश्यक परिवर्तन करेगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Freaquently Asked Questions

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र1. धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन की जिम्मेदारियां क्या हैं?
उ. हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला निम्नलिखित कार्य करता है- हिमाचल प्रदेश में स्कूली शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों को निर्धारित करना है। बोर्ड कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तकें भी प्रदान करता है। इसके अलावा, बोर्ड निर्दिष्ट पाठ्यक्रमों के आधार पर परीक्षाओं के संचालन का प्रभारी होता है।

प्र2. धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन की स्थापना कब हुई थी?
उ. 1968 के हिमाचल प्रदेश अधिनियम संख्या 14 के अनुसार, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला की स्थापना 1969 में हुई थी। राज्य के उच्च शिक्षा निदेशालय बोर्ड के प्रभारी हैं। 

प्र3. एचपीबीओएसई SOS कक्षा 12 के परिणाम कब जारी होंगे?
उ. HP बोर्ड द्वारा SOS कक्षा 12 के परिणाम की घोषणा की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है। परिणाम जल्द ही सार्वजनिक किए जाने की उम्मीद है। 

प्र4. एचपीबीओएसई कक्षा 12 वीं कक्षा के परिणाम की जांच करने के लिए क्या जानकारी की आवश्यकता है?
उ. एचपीबीओएसई कक्षा 12 परिणाम की जाँच करने के लिए, आपको अपना रोल नंबर दर्ज करना होगा। 

प्र5. मैं एचपीबीओएसई कक्षा 12 के परिणाम की एक प्रति कैसे प्राप्त करूं?
उ. परिणाम HP बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। जैसे ही परिणाम उपलब्ध होंगे, हम इस पेज पर लिंक को अपडेट कर देंगे।

प्र6.  क्या हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 की परीक्षा कठिन है? 
उ. हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 की परीक्षा का स्तर मध्यम है और अगर सही तरीके से विद्यार्थी इसकी तैयारी करे तो इसे आसानी से पार किया जा सकता है। जरुरत है तो बस सही रणनीति की, छात्र व छात्राएं हमारे इस विशेष लेख में दिए गए तैयारी टिप्स को फॉलो करके भी अपने हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 के एग्जाम की तैयारी को बेहतर और आसान बना सकते हैं।

क्या करें, क्या ना करें

अब हम लेख के इस विशेष भगा में हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12 की तैयारी व परीक्षा के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं इससे जुड़ी जानकारियां शेयर करेंगे। तो लेख का यह महत्वपूर्ण भाग जरुर पढ़ें:

क्या करें :

सबसे पहले शुरुआत करते हैं हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 की तैयारी व परीक्षा के दौरान क्या करें से:

  1. हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 की परीक्षा की तैयारी के दौरान पूरी तरह कॉंफिडेंट रहें और अपनी तैयारी व अपने आप पर पूरा भरोसा रखें। 
  2.  हिमाचल बोर्ड कक्षा 12 के अपने पाठ्यक्रम को प्रबंधनीय भागों में बांटे और उसी अनुसार अपनी तैयारी और स्टडी प्लान बनाएं।
  3. सिलेबस को पूरा करने के साथ-साथ रिवीजन को भी अपनी स्टडी प्लान में शामिल करें। आप चाहें तो हर रोज रिवीजन के लिए वक़्त निर्धारित कर लें या हफ्ते में एक रिवीजन के लिए निकालें। हालाँकि, ध्यान रहे वो एक दिन आप सिर्फ रिवीजन करें, कोई अन्य नया टॉपिक या विषय न पढ़ें।  
  4. पिछले वर्ष के टेस्ट का अभ्यास करें जिन्हें आप Embibe जैसे ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। 
  5. जब आप परीक्षा देने जाएँ तो अपने साथ स्टेशनरी की सारी जरुरी चीज़ें ले जाएं। बेहतर एक्स्ट्रा पेन, पेंसिल, रबर, स्केल ले जाएं ताकि आपको एग्जाम हॉल में किसी से मांगने की आवश्यकता न हो। 
  6.  एग्जाम सेंटर पर वक़्त से थोडा पहले पहुंचे ताकि किसी तरह की हड़बड़ी न हो। बेहतर परीक्षा केंद्र एग्जाम से कुछ दिनों पहले ही देखकर आ जाएं ताकि परीक्षा के दिन परीक्षा केंद्र ढूंढने में समय बर्बाद न हो।
  7.   जब परीक्षा में प्रश्न पत्र मिल जाए तो जल्दबाजी न करें। पहले पूरे प्रश्न पत्र को ध्यान से पढ़ें व समझें। साथ ही साथ प्रश्न पत्र पढ़ते वक़्त की परीक्षा में प्रश्नों को हल करने की रणनीति बना लें। 
     
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  8. हमारा सुझाव है कि हमेशा आसान प्रश्नों से शुरुआत करें और बाकी परीक्षाओं के माध्यम से अपना काम करें। अगर आपको कोई अधिक अंक के प्रश्न का उत्तर सही तरीके से पता है तो आप अधिक अंक वाले प्रश्न से भी शुरुआत कर सकते हैं। ध्यान रहे आसान प्रश्नों या आते हुए सवालों को पहले सॉल्व करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और एग्जाम देने का डर भी कम हो सकता है। 
  9. यदि आवश्यक हो तो पेंसिल और रूलर का उपयोग करके गणित और भौतिकी जैसे विषयों के लिए प्रासंगिक आंकड़े और आरेख बनाएं।
  10. साफ और व्यवस्थित तरीके से लिखें। ओवर राइट करने से बचें, अगर आप ओवर राइट करेंगे तो हो सकता है कि आपके कुछ अंक कट जाएं। इसलिए जितना हो सके स्पष्ट शब्दों में उत्तर लिखें।
  11. आंसर शीट देने से पहले एक बार सारे उत्तर पढ़कर रिविजन कर लें और कहीं अगर कुछ गड़बड़ लगे तो उसे स्पष्ट लिखावट में सुधार लें।

क्या ना करें

अब हम बताएंगे कि हिमाचल प्रदेश बोर्ड परीक्षा कक्षा 12, 2022 की तैयारी व परीक्षा के दौरान किन बातों से बचना चाहिए, ये कुछ इस प्रकार हैं:

  1. अपने भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को जोखिम में न डालें। परीक्षा की तैयारी के दौरान ब्रेक लेते रहें और शारीरिक और मानसिक कसरत का समय निर्धारित करें।
  2. अन्य विद्यार्थियों या अपने दोस्तों से अपनी तुलना न करें। आप अपने रास्ते पर हैं, और दूसरों से अपनी तुलना करने के बजाय, आपको अपने ग्रेड बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। अपने अप पर भरोसा रखें और अपनी तैयारी पर भी।
  3. यदि आपके मॉक टेस्ट अच्छे नहीं रहे, तो निराश न हों। अपनी गलतियों को पहचानें और उन्हें सुधारने की कोशिश करें। कहते हैं न कि गलतियों से सीख मिलती है तो इसी कहावत को मन में रखें और सकारत्मक सोच के साथ आगे की तैयारियां करें।
  4. परीक्षा देते वक़्त एग्जाम खत्म करने के लिए परीक्षा में जल्दबाजी न करें। ध्यान से और धैर्य के साथ एग्जाम दें और निर्धारित समय का पूरा उपयोग करके परीक्षा को पूरा करें।
  5. गणित में गणना की त्रुटियों से बचना चाहिए। 
  6. एग्जाम में कोई भी प्रश्न छोड़ें नहीं, याद रखें इस परीक्षा में किसी तरह की नेगेटिव मार्किंग नहीं है इसलिए सारे प्रश्नों को अटेम्प्ट जरुर करें।  बता दें कि गणित में अगर किसी प्रश्न को हल करने का अगर प्रोसेस सही हो तो उसे हल करने के प्रोसेस पर कुछ अंक प्राप्त किए जा सकते हैं।  इसलिए खासतौर पर गणित जैसे महत्वपूर्ण विषय में आप हर प्रश्न को अटेम्प्ट जरुर करें।

शैक्षिक संस्थानों की सूची

About Exam

स्कूलों / कॉलेजों की सूची

2021 के लिए हिमाचल प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों की सूची देखें, जो बोर्डिंग और डे-कम-बोर्डिंग स्कूलों में विभाजित हैं।

विद्यालय प्रकार
पाइनग्रोव स्कूल, सोलन सह-शिक्षा
लॉरेंस स्कूल, सनावरी सह-शिक्षा
बिशप कॉटन स्कूल, शिमला बालक
जवाहर नवोदय विद्यालय, डुंगरीनो सह-शिक्षा
जवाहर नवोदय विद्यालय, पंडोही सह-शिक्षा
आर्मी पब्लिक स्कूल, डगशाई सह-शिक्षा
एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय, निचारी सह-शिक्षा
इंटरनेशनल सहज पब्लिक स्कूल, धर्मशाला सह-शिक्षा
जवाहर नवोदय विद्यालय, किन्नौरी सह-शिक्षा
जवाहर नवोदय विद्यालय, कोठीपुर सह-शिक्षा
जवाहर नवोदय विद्यालय, नहनो सह-शिक्षा
जवाहर नवोदय विद्यालय, पपरोला सह-शिक्षा
जवाहर नवोदय विद्यालय, पेखुबेल सह-शिक्षा
जवाहर नवोदय विद्यालय, ठियोगी सह-शिक्षा

आप दिए गए लिंक पर क्लिक करके स्कूलों की पूरी सूची प्राप्त कर सकते हैं: विद्यालय सूची

अभिभावक काउंसिलिंग

About Exam

अभिभावक काउंसिलिंग

परामर्श के महत्व पर जोर नहीं दिया जा सकता है। माता-पिता को अपने बच्चे की स्थिति के बारे में मुद्दों और चिंताओं को संभालने के लिए विशेषज्ञ सहायता की आवश्यकता होती है। विलंबित सहायता परिणामस्वरूप, माता-पिता और देखभाल करने वालों को अधीरता, तनाव, चिंता और निराशा सहित अपने बच्चों में विकास संबंधी विसंगतियों और कमियों के परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस दीर्घकालिक प्रभाव का उनके सामाजिक और भावनात्मक कल्याण के बारे में माता-पिता की धारणाओं पर प्रभाव पड़ता है, साथ ही पारिवारिक संबंधों में पर्याप्त परिवर्तन जो परिवारों को तोड़ सकते हैं। घर की सेटिंग में बच्चे के सामंजस्यपूर्ण विकास को बढ़ाने के लिए माता-पिता को विकासात्मक देरी / बौद्धिक अक्षमता की प्रकृति को समझने में सहायता की पेशकश की जाती है।

एक या दोनों माता-पिता ऐसा कर सकते हैं। अभिभावक परामर्श माता-पिता को उनके बच्चों को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों से निपटने के लिए आवश्यक समर्थन, कौशल और ज्ञान देता है। अभिभावक को अपने बच्चों के संभावित कार्य अवसरों के बारे में अधिक जागरूक होना चाहिए।

आगामी परीक्षा

Similar

आगामी परीक्षाओं की सूची

कक्षा 12 अधिकांश सतत शिक्षा पाठ्यक्रमों के लिए प्रारंभिक चरणों में से एक है। कक्षा 12 के लिए पाठ्यक्रम और तैयारी हमें कई राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं को पास करने और भविष्य की प्रगति के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने में मदद करेगी।

आइए उन कई राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं पर एक नज़र डालते हैं जो कक्षा 12 के बाद उपलब्ध हैं:

शाखा परीक्षा
इंजीनियरिंग संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन
जेईई एडवांस
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस एडमिशन टेस्ट (BITSAT) प्रवेश परीक्षा
COMED-K
IPU-CET (B. Tech)
मणिपाल (B. Tech)
VITEEE
AMU (B. Tech)
NDA Entrance with PCM (MPC)
मेडिकल राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET)
AIIMS
JIPMER
रक्षा सेवाएं इंडियन मैरीटाइम यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
भारतीय नौसेना बी.टेक प्रवेश योजना
भारतीय सेना तकनीकी प्रवेश योजना (TES)
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी परीक्षा (I)
फैशन और डिजाइन राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT) प्रवेश परीक्षा
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन एडमिशन
ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिज़ाइन (AIEED)
सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन परीक्षा
फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट
मायर्स एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ैशन डिज़ाइन
नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट इन आर्किटेक्चर 
पर्यावरण योजना और प्रौद्योगिकी केंद्र (CEPT)
सामाजिक विज्ञान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
आईआईटी मद्रास मानविकी और सामाजिक विज्ञान प्रवेश परीक्षा (HSEE)
TISS स्नातक प्रवेश परीक्षा (TISS-BAT)
कानून कॉमन-लॉ एडमिशन टेस्ट
ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (AILET)
विज्ञान किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY)
नेशनल एंट्रेंस स्क्रीनिंग टेस्ट (NEST)
गणित भारतीय सांख्यिकीय संस्थान प्रवेश
विश्वविद्यालयों में प्रवेश
विभिन्न बी.एससी कार्यक्रम
बनस्थली विद्यापीठ प्रवेश

प्रैक्टिकल नॉलेज /कैरियर लक्ष्य

Prediction

वास्तविक दुनिया से सीखना

जो छात्र कक्षा में सीखी गई बातों को “वास्तविक दुनिया” में लागू करने में असमर्थ होते हैं, उनके असफल होने का खतरा होता है। छात्र बेहतर ढंग से समझ सकते हैं कि वे स्कूल में क्यों हैं और कैसे कार्यक्रम कक्षा में वास्तविक जीवन के अनुभवों को शामिल करके उन्हें अपने लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करेंगे।

व्यावहारिक लक्ष्य जैसे कि अंकगणित कक्षा में एक संरचना का निर्माण या प्रौद्योगिकी वर्ग में बतख के लिए एक कृत्रिम पैर डिजाइन करना व्यावहारिक लक्ष्यों के उदाहरण हैं जो छात्रों को बीजगणित और विज्ञान जैसे अमूर्त विषयों को समझने में मदद करते हैं, जबकि व्यावहारिक सबूत पेश करते हैं कि उनकी शिक्षा मायने रखती है। दूसरी ओर, प्रशिक्षण के इस रूप में पाठ्यपुस्तक से अधिक की आवश्यकता होती है।

भविष्य के कौशल

कोडिंग एक प्रकार की कंप्यूटर प्रोग्रामिंग है जिसका उपयोग सॉफ्टवेयर, वेबसाइट और एप्लिकेशन बनाने के लिए किया जाता है।

तकनीक की समझ रखने वाले व्यक्तियों के लिए जो समय और सीखने की इच्छा रखते हैं, कोडिंग कठिन नहीं है। जो लोग कोडिंग को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त रूप से लगातार नहीं हैं, वे इसे गलत रूप से खराब प्रतिष्ठा देते हैं। सरलतम कोडिंग भाषाओं में याद रखने के लिए केवल कुछ सौ शब्द और नियम होते हैं। बोली जाने वाली विदेशी भाषा सीखने की तुलना में यह बाल्टी में एक बूंद है। एक बार जब आप मौलिक भाषाओं में महारत हासिल कर लेते हैं, तो कोडिंग के नए तरीके सीखना काफी आसान हो जाता है। कई प्रोग्रामिंग भाषाएं कंप्यूटर अनुप्रयोगों को डिजाइन और डिबग करने के लिए समान कार्यप्रणालियों का उपयोग करती हैं.

लगभग एक दर्जन प्रोग्रामिंग भाषाएं हैं जिनका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इनमें रूबी, स्विफ्ट, जावास्क्रिप्ट, कोबोल, ऑब्जेक्टिव-सी, विजुअल बेसिक और पर्ल शामिल हैं।आइए कुछ सबसे सामान्य प्रोग्रामिंग भाषाओं पर एक नज़र डालें जिनके बारे में शुरुआती लोगों को पता होना चाहिए।

  • HTML (हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज) – HTML (हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज) इंटरनेट ब्राउजर को वेब पेजों को प्रदर्शित करने का तरीका बताता है ताकि उपयोगकर्ता को सर्वोत्तम संभव अनुभव हो।
  • जावा एक वस्तु-उन्मुख प्रोग्रामिंग भाषा है और इसके आदेशों का उपयोग सिंगल-मशीन या पूर्ण-सर्वर प्रोग्राम बनाने के लिए किया जाता है, साथ ही साथ सरल ऑनलाइन एप्लेट भी। जावा मोबाइल एप्लिकेशन और वीडियो गेम के लिए व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली प्रोग्रामिंग भाषा है, विशेष रूप से Android उपकरणों पर। 
  • Python में उच्च-प्रदर्शन कार्यक्रमों, उपयोगकर्ता इंटरफेस और ऑपरेटिंग सिस्टम में बैक-एंड प्रक्रियाओं को स्क्रिप्ट करने के लिए समझने में आसान, अंग्रेजी जैसा सिंटैक्स है। कई प्रणालियाँ, जैसे Google और NASA की एकीकृत योजना प्रणाली, Python का उपयोग करती हैं। 
  • CSS (कैस्केडिंग स्टाइल शीट्स) – CSS (कैस्केडिंग स्टाइल शीट्स) एक वेबसाइट की शैली को परिभाषित करने के लिए एक स्क्रिप्टिंग भाषा है। वेबसाइटों में सौंदर्य की अपील करने के लिए अच्छे CSS कोड का उत्पादन और रखरखाव किया जाना चाहिए।
  • C प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने के लिए किया जाता है। केवल 32 कीवर्ड के साथ, एम्बेडेड डिवाइस, नेटवर्क ड्राइवर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को स्क्रिप्ट करने के लिए C सबसे सरल प्रोग्रामिंग भाषा है।
  • C++, C पर आधारित एक वस्तु-उन्मुख प्रोग्रामिंग भाषा है जो आपको उच्च-स्तरीय कंप्यूटर कार्य करने में सक्षम बनाती है। C++ का उपयोग एडोब, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, अमेज़ॅन और मोज़िला उत्पादों में प्रसंस्करण को गति देने के लिए किया जाता है।
  • PHP (हाइपरटेक्स्ट प्रोसेसर) एक वेब विकास कंप्यूटर भाषा है, सर्वर प्रोग्रामिंग और HTML को एकीकृत करके, PHP का व्यापक रूप से गतिशील वेबसाइट सामग्री बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • SQL (संरचित क्वेरी भाषा) एक डोमेन-विशिष्ट प्रोग्रामिंग भाषा है जो डेटा को डेटाबेस में स्ट्रीम करने की अनुमति देती है। अधिकांश व्यवसाय अपने सर्वर पर संग्रहीत डेटा को लोड करने, पुनर्प्राप्त करने और विश्लेषण करने के लिए SQL पर निर्भर करते हैं।

यहां कुछ उच्च-मांग वाली नौकरियां दी गई हैं जो ऐसे व्यक्तियों की तलाश में हैं जो कोड कर सकते हैं।

  • डेटाबेस ऐडमिनिस्ट्रेटर
  • वेब डेवलपर 
  • सूचना सुरक्षा में विश्लेषक
  • एप्लीकेशन डेवलपर 
  • स्वास्थ्य सूचना विज्ञान विशेषज्ञ
  • निर्देशात्मक डिजाइनर
  • डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर

DIY (इसे स्वयं करें)

DIY (इसे स्वयं करें) एक परियोजना-आधारित, गतिविधि-आधारित शिक्षण पद्धति है। अंग्रेजी और हिंदी जैसे विषयों को खेल के माध्यम से पढ़ाया जा सकता है, जबकि सामाजिक विज्ञान के मुद्दों को बातचीत, सर्वेक्षण और फील्डवर्क के माध्यम से पढ़ाया जा सकता है। विज्ञान सीखने के लिए प्रयोग, क्षेत्र अध्ययन और अन्य विधियों का उपयोग किया जा सकता है। गणित कुछ टॉपिक, जैसे लाभ और हानि, क्षेत्र माप, और इसी तरह, गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जाना चाहिए। Embibe ऐप में लर्निंग को मज़ेदार और सार्थक बनाने के लिए हर ग्रेड, विषय और अध्याय के लिए DIY गतिविधियाँ हैं।

छात्रों को निम्नलिखित DIY कौशल में महारत हासिल करनी चाहिए:

  • घर का बना सोलर वॉटर हीटर
  • पवनचक्की जल पम्प
  • वायरलेस विद्युत स्थानांतरण परियोजना
  • अपना खुद का टेलीस्कोप बनाना

IoT 

संक्षेप में, इंटरनेट ऑफ थिंग्स किसी भी डिवाइस (जब तक उसमें ऑन/ऑफ स्विच है) को इंटरनेट और अन्य कनेक्टेड डिवाइसों से जोड़ने की अवधारणा है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) नेटवर्क वाली वस्तुओं और लोगों का एक विशाल नेटवर्क है जो इस बारे में जानकारी एकत्र और साझा करता है कि उनका उपयोग कैसे किया जाता है और उनके आसपास की दुनिया क्या है। 

स्मार्ट माइक्रोवेव जो आपके द्वारा निर्दिष्ट समय में आपके भोजन को पकाने का काम करता है से लेकर सेल्फ-ड्राइविंग कारों के जटिल सेंसर जो अपने रास्ते में आने वाली वस्तुओं का पता लगाते हैं से लेकर पहनने योग्य फ़िटनेस डिवाइस जो आपकी हृदय गति और आपके द्वारा प्रतिदिन चले जाने वाले कदमों की संख्या को ट्रैक करते हैं, और उस जानकारी का उपयोग आपके अनुरूप व्यायाम कार्यक्रमों की अनुशंसा करने के लिए करते हैं। यहां तक कि कनेक्टेड फ़ुटबॉल ट्रैक कर सकते हैं कि उन्हें कितनी दूर और कितनी तेज़ी से फेंका गया है और अभ्यास के लिए ऐप में जानकारी रिकॉर्ड कर सकते हैं। 

लोग इंटरनेट ऑफ थिंग्स का उपयोग अधिक बुद्धिमानी से जीने और काम करने के लिए कर सकते हैं और अपने जीवन पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं। घरों को स्वचालित करने के लिए स्मार्ट गैजेट देने के अलावा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स व्यवसाय के लिए महत्वपूर्ण है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स व्यवसायों को उनके सिस्टम के काम करने के तरीके के लिए एक वास्तविक समय के परिप्रेक्ष्य के साथ प्रदान करता है, मशीन के प्रदर्शन से लेकर आपूर्ति श्रृंखला और रसद संचालन तक किसी भी चीज़ पर डेटा वितरित करता है।

इंटरनेट ऑफ थिंग्स व्यवसायों को संचालन को स्वचालित करने और मानव संसाधनों पर पैसे बचाने में मदद कर सकता है। उत्पादन और परिवहन लागत में कटौती और उपभोक्ता लेनदेन में पारदर्शिता बढ़ाकर, यह कचरे को भी कम करता है और सेवा वितरण में सुधार करता है।

नतीजतन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स आधुनिक समाज की सबसे महत्वपूर्ण तकनीकों में से एक बन गया है। यह कर्षण प्राप्त करेगा क्योंकि अधिक व्यवसाय प्रतिस्पर्धी बने रहने में जुड़े उपकरणों की आवश्यकता को पहचानते हैं।

कैरियर कौशल

आपके पास जो योग्यताएं हैं जो आपको अपना काम करने और अपने करियर का प्रबंधन करने में सक्षम बनाती हैं, उन्हें करियर  कौशल के रूप में जाना जाता है। ये आपके करियर के कार्यों को करने के लिए आवश्यक क्षमताओं और तकनीकी ज्ञान के अतिरिक्त हैं।

पाठ्यक्रम में पढ़ाए जाने वाले कुछ नौकरी कौशल निम्नलिखित हैं जो प्रत्येक छात्र को भविष्य में सफल होने में मदद करेंगे:

  1. खुदरा
  2. सूचान प्रौद्योगिकी
  3. सुरक्षा
  4. मोटर वाहन
  5. वित्तीय बाजारों का परिचय
  6. पर्यटन का परिचय
  7. सौंदर्य और कल्याण
  8. कृषि
  9. खाद्य उत्पादन
  10. फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन
  11. बैंकिंग और बीमा
  12. विपणन और बिक्री
  13. स्वास्थ्य देखभाल
  14. परिधान
  15. मल्टीमीडिया
  16. मल्टी स्किल फाउंडेशन
  17. कृत्रिम होशियारी
  18. शारीरिक गतिविधि ट्रेनर
  19. आँकड़े वाला वैज्ञानिक
  20. स्कूल शिक्षक
  21. सहेयक प्रोफेसर
  22. विश्लेषक
  23. सांख्यिकीविद
  24. वास्तुकार
  25. कानून
  26. जिवानांकिकी
  27. रक्षा

कैरियर की संभावनाएं / कौन सा वर्ग चुनें?

इस तथ्य के बावजूद कि परीक्षा का परिणाम सीधे नौकरी के निर्णय में नहीं होता है, छात्रों को उनके चुने हुए क्षेत्र में अपने शोध को आगे बढ़ाने के लिए करियर के विकल्पों के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। छात्र 12 वीं कक्षा के बाद विज्ञान, वाणिज्य, कला, ललित कला और अन्य व्यवसायों में अपनी रुचि के अनुसार जा सकते हैं। एक छात्र को वैज्ञानिक और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं जैसे NEET, JEE, और अन्य को पास करना होगा यदि वे मेडिकल या इंजीनियरिंग में एक नौकरी करना चाहते हैं। छात्र CA, CS, FCA और अन्य व्यवसाय से संबंधित पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। जो छात्र पत्रकारिता, कानून, ललित कला, या एयरलाइन परिचारिका में काम करना चाहते हैं, उन्हें कला या मानविकी में अध्ययन करना चाहिए।

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