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नीट एग्जाम

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  • द्वारा लिखित bhupendra
  • अंतिम संशोधित दिनांक 6-03-2023
  • द्वारा लिखित bhupendra
  • अंतिम संशोधित दिनांक 6-03-2023

नीट परीक्षा 2023 के बारे में

About Exam

परीक्षा का संक्षिप्त विवरण

एनटीए नीट 2023 (NTA NEET 2023) देश की सबसे महत्वपूर्ण मेडिकल प्रवेश परीक्षा है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी भारत में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएससी नर्सिंग, आयुष, पशु चिकित्सा, और अन्य चिकित्सा / पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) आयोजित करती है। नीट की फुल फॉर्म राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और MHRD की स्वीकृति के साथ यूजी चिकित्सा शिक्षा में नामांकन के लिए एनटीए द्वारा नीट एक्जाम (NEET Exam) का आयोजन 2013 से ही किया जा रहा है। नीट यूजी परीक्षा में हर साल 18 लाख से अधिक उम्मीदवार उपस्थित होते हैं। एनटीए द्वारा जारी एग्जाम नोटिफिकेशन मुताबिक नीट 2023 एग्जाम  7 मई, 2023 को आयोजित की जाएगी। नीट ऑनलाइन फॉर्म 2023, नीट आंसर की 2023 और नीट रिजल्ट 2023 neet.nta.nic.in पर ऑफिशियल जारी किया जाएगा।

एनटीए नीट विवरणिका 2023

एनटीए अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नीट ब्रोशर (NTA NEET 2023 Brochure) जारी करता है। नीट विवरणिका  में परीक्षा से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारियां जैसे नीट एग्जाम डेट, नीट एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया, नीट एग्जाम पैटर्न, नीट मार्किंग स्कीम आदि  विद्यमान होते हैं। ब्रोशर में नीट एप्लीकेशन फॉर्म भरने के सभी स्टेप्स और आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी भी दी हुई होती है। नीट 2023 के लिए अभी आधिकारिक ब्रोशर जारी कर दी गई है। सन्दर्भ के लिए उम्मीदवार नीचे दिए गए लिंक से नीट 2023 ब्रोशर का उल्लेख कर सकते हैं:

NEET Hindi Mock Test Embibe

परीक्षा सारांश

नीट एग्जाम देश के प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करने के लिए आयोजित किया जाता है। नीट परीक्षा साल में एक बार आयोजित की जाती है। देश भर के 543 परीक्षा केंद्रों एवं देश के बाहर के 14 परीक्षा केंद्रों पर 13 भाषाओं में नीट एग्जाम 2023 आयोजित किया जाएगा। 

एनटीए द्वारा पिछले साल नीट परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया था जिसके अनुसार परीक्षा में कुल 200 प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें उम्मीदवारों को 180 प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। परीक्षा प्रत्येक विषयों को दो खंडों में विभाजित किया गया है, खंड A,खंड B। परीक्षा का विवरण नीचे दी गई तालिका में दिया गया है:

शीर्षक  विवरण
नीट परीक्षा का तरीका लिखित (OMR शीट आधारित)
नीट परीक्षा का भाषा माध्यम अंग्रेजी, हिंदी, असमी, बंगाली, गुजराती, मलयालम, कन्नड़, मराठी, उड़िया, तमिल, तेलुगू, उर्दू और पंजाबी
नीट प्रश्न-पत्र की संख्या 1
नीट एग्जाम टाइम   3 घंटे 20 मिनट
नीट परीक्षा सेक्शन  प्रत्येक विषय  में दो सेक्शन होंंगे
भौतिकी
रसायन विज्ञान
जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान)
जीव विज्ञान (जंतु विज्ञान)
नीट परीक्षा मार्किंग सिस्टम  सही उत्तर = +4,
गलत उत्तर = -1 नकारात्मक अंकन (नेगेटिव मार्किंग)
अनुत्तरित = 0

आधिकारिक वेबसाइट लिंक

https://neet.nta.nic.in/

पदों / रिक्तियों की संख्या

91415

नीट परीक्षा नोटिस बोर्ड 2023

Test

लेटेस्ट अपडेट

 नीट 2023 एग्जाम डेट लेटेस्ट न्यूज़ दिए जा रहे हैं जो सभी मेडिकल उम्मीदवारों को पता होने चाहिए:

 नीट 2023 से संबंधित अब तक जारी सूचना इस प्रकार से हैं

6 मार्च, 2023: नीट 2023 के लिए  रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नीट पात्रता मानदंड को पूरा करने वाले उम्मीदवार                              6 अप्रैल 2023 तक आवेदन कर सकते हैं।  

15 दिसंबर, 2022:  एनटीए द्वारा  नीट 2023 के लिए परीक्षा तिथि की घोषणा की गई,  नीट एग्जाम  07 मई 2023 को आयोजित किया जाएगा। 

 एनटीए नीट 2023 में हुए नए बदलाव

एनटीए के द्वारा नीट 2023 के लिए अब तक ब्रोशर जारी कर दिया गया है। नीट एग्जाम 2023 के लिए  किए गए बदलाव का संदर्भ ले सकते हैं। 

ये नीट 2023 एग्जाम के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव इस प्रकार है:-

  • नीट 2023 परीक्षा अवधि 3 घंटे से बढ़ाकर 3 घंटे 20 मिनट कर दी गई है।
  • NEET 2023 पंजीकरण शुल्क सभी श्रेणियों के लिए और विदेश में रहने वाले उम्मीदवारों के लिए बढ़ा दिया गया है। भारत के भीतर रहने वाले उम्मीदवारों को निम्नानुसार भुगतान करना होगा:
    सामान्य श्रेणी: 1600/- रुपये
    सामान्य- ईडब्ल्यूएस/ओबीसी-एनसीएल: 1500/- रुपये
    अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पीडब्ल्यूबीडी/थर्ड जेंडर: 900/- रुपये
    विदेश से आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को 8500/- रुपये का भुगतान करना होगा।
  • उम्मीदवारों को बाएं और दाएं उंगलियों और अंगूठे के निशान 10 केबी से 200 केबी के बीच आकार प्रदान करना आवश्यक है।
  • नीट 2023 परीक्षा में प्रत्येक विषय के एक सेक्शन में सवालों के जवाब देने का विकल्प होगा। प्रत्येक विषय में दो खंड होंगे।
  • जबकि सेक्शन ए में 35 प्रश्न होंगे, सेक्शन बी में 15 प्रश्न होंगे, जिनमें से उम्मीदवार किसी भी 10 प्रश्नों को हल करने का विकल्प चुन सकते हैं।
  • भारत सरकार ने NEET 2023 परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए ऊपरी आयु सीमा को हटा दिया है।
  • साल में दो बार नीट परीक्षा कराने को लेकर बातचीत हो चुकी है। इस बारे में अंतिम फैसला जल्द होने की उम्मीद है।
  • एनएमसी ने निजी कॉलेजों को 50 प्रतिशत सीटों की फीस उस विशेष राज्य के सरकारी कॉलेजों के बराबर रखने को कहा है।

नीट परीक्षा पैटर्न 2023

Exam Pattern

परीक्षा पैटर्न विवरण - स्कोरिंग पैटर्न (+/- मार्किंग)

नीट 2023 परीक्षा में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों को नीट एग्जाम के नियम यनि कि नीट 2023 एग्जाम पैटर्न से अवगत होना आवश्यक है। एनटी नीट परीक्षा में कुल चार विषय पूछे जाते हैं। प्रत्येक विषय को दो खंडों में विभाजित किया गया है। नीट एग्जाम पैटर्न 2023 के अनुसार, सेक्शन B के 15 प्रश्नों में से किन्हीं 10 प्रश्नों को ही हल करना है।

एनटीए नीट एक्जाम पैटर्न 2023 विस्तृत सूचना- विषयवार प्रश्नों की संख्या इस प्रकार है:

क्रम सं. विषय अनुभाग प्रश्नों की संख्या अंक (प्रत्येक के लिए 04 अंक) प्रश्नों के प्रकार
1. भौतिकी अनुभाग A 35 140 बहु-विकल्पीय प्रश्न 
अनुभाग B 15 40
2. रसायन विज्ञान अनुभाग A 35 140 बहु-विकल्पीय प्रश्न
अनुभाग B 15 40
3. वनस्पति विज्ञान अनुभाग A 35 140 बहु-विकल्पीय प्रश्न
अनुभाग B 15 40
4. जंतु-विज्ञान अनुभाग A 35 140 बहु-विकल्पीय प्रश्न
अनुभाग B 15 40
कुल अंक 720

एनटीए नीट परीक्षा 2023 समय सीमा

नीट 2023 में  परीक्षा समयावधि में  किया बदलाव के बाद नीट परीक्षा 3 घंटे 20 मिनट की होगी। नीट परीक्षा पैटर्न की विस्तृत जानकारी इस लेख में दी गई है, जिसमें इस परिवर्तन का उल्लेख किया गया है।

एनटीए नीट एग्जाम कैलेंडर 2023

नीट 2023 का एग्जाम कब होगा, नीट 2023 का फॉर्म कब भरा जाएगा आदि नीट एग्जाम से जुड़ी हुई मह्तवपूर्ण तारीखों की जानकारी नीट एग्जाम कैलेंडर में दी गई होती है। नीट परीक्षा 2023 में बैठने वाले सभी उम्मीदवारों के लिए परीक्षा से संबंधित नीट महत्वपूर्ण तिथि 2023 से अवगत होना आवश्यक है। इससे उम्मीदवार अपनी तैयार योजना में सुधार कर सकते हैं। एनटीए नीट 2023 (NTA NEET 2023) से संबंधित महत्वपूर्ण तिथियों का उल्लेख नीचे दी गई तालिका में किया गया है।

इवेंट

महत्वपूर्ण तिथियाँ

नीट एप्लीकेशन फॉर्म 2023 रिलीज़ डेट

 5 मार्च 2023 

नीट रजिस्ट्रेशन अंतिम तिथि

 6 अप्रैल, 2023

नीट एप्लीकेशन फॉर्म करेक्शन

सूचित किया जाएगा

नीट परीक्षा शहर की अग्रिम घोषणा

सूचित किया जाएगा

नीट एडमिट कार्ड 2023

सूचित किया जाएगा

नीट 2023 परीक्षा तिथि

 7 मई 2023

एनईईटी (यूजी) का केंद्र, तिथि और शिफ्ट

नीट प्रवेश पत्र पर उल्लेख किया जाएगा

नीट आंसर की 2023 जारी तिथि

सूचित किया जाएगा

नीट 2023 रिजल्ट डेट

वेबसाइट पर सूचित किया जाएगा

 

नीट परीक्षा सिलेबस 2023

Exam Syllabus

एनटीए, नीट एक्जाम सिलेबस को अपने आधिकारिक बेसाइट पर जारी करता है। इच्छुक उम्मीदवार एनटीए की नीट ऑफिशियल वेबसाइट से नीट सिलेबस इन हिंदी पीडीएफ 2023 (neet syllabus 2023 pdf download in hindi)  को डाउनलोड कर सकते है। नीट एग्जाम कक्षा 11 और कक्षा 12 के सिलेबस पर आधारित होता है। उम्मीदवार यहां से नीट पाठ्यक्रम 2023 की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

एनटीए नीट सिलेबस कक्षा 11: भौतिकी

भौतिक जगत और मापन:

  1. भौतिकी: प्रयोजन और उत्साह; भौतिक नियमों की प्रकृति; भौतिकी, प्रौद्योगिकी और समाज।
  2. मापन की आवश्यकता: मापन के मात्रक; मात्रक प्रणाली; SI मात्रक, मौलिक और व्युत्पन्न मात्रक। लंबाई, द्रव्यमान और समय का मापन; मापन उपकरणों की शुद्धता और सटीकता।
  3. भौतिक राशियों के आयाम, आयामी विश्लेषण और इसके अनुप्रयोग।
     

गतिकी:

  1. संदर्भ फ्रेम, सरल रेखा में गति; स्थिति-समय ग्राफ, चाल और वेग। एक समान और असमान गति, औसत चाल और तात्कालिक वेग। एक समान रूप से त्वरित गति, एक समान रूप से त्वरित गति के लिए वेग-समय और स्थिति-समय ग्राफ (आलेखीय निरूपण)।
  2. गति का वर्णन करने के लिए अवकलन और समाकलन के प्रारम्भिक अवधारणाएँ। अदिश और सदिश राशियाँ: स्थिति और विस्थापन सदिश, व्यापक सदिश, व्यापक सदिश और संकेतन, सदिशों की समानता, सदिशों का वास्तविक संख्या से गुणन; सदिशों का जोड़ और घटाव। सापेक्षिक वेग।
  3. इकाई सदिश। एक समतल-आयताकार घटक में एक सदिश की अवधारणा।
  4. सदिशों के अदिश एवं सदिश गुणनफल। समतल में गति। एक समान वेग और एक समान त्वरण की स्थितियाँ- प्रक्षेप्य गति। एक समान वृत्तीय गति।
     

गति के नियम:

  1. बल की सहज अवधारणा। जड़त्व, न्यूटन का गति का पहला नियम; संवेग और न्यूटन का गति का दूसरा नियम; आवेग; न्यूटन का गति का तीसरा नियम। रैखिक संवेग के संरक्षण का नियम और इसके अनुप्रयोग।
  2. संगामी बलों की साम्यावस्था। स्थैतिक और गतिज घर्षण, घर्षण के नियम, आवर्ती घर्षण, स्नेहन।
  3. एक समान वृत्तीय गति की गतिकी। अभिकेंद्रीय बल, वृत्ताकार गति के उदाहरण (समतल वृत्ताकार सड़क पर वाहन, किनारे वाली सड़क पर वाहन)।
     

कार्य, ऊर्जा और शक्ति:

  1. किसी नियत बल और चर बल द्वारा किया गया कार्य; गतिज ऊर्जा, कार्य-ऊर्जा प्रमेय, शक्ति।
  2. स्थितिज ऊर्जा का संकेतन, स्प्रिंग की स्थितिज ऊर्जा, संरक्षी बल; यांत्रिक ऊर्जा (गतिज और स्थितिज ऊर्जा) का संरक्षण; असंरक्षी बल; ऊर्ध्वाधर वृत्त में गति, एक और दो आयामों में प्रत्यास्थ एवं अप्रत्यास्थ टक्कर की अवधारणा।
     

कणों के निकाय और दृढ़ पिंड की गति:

  1. दो-कण निकाय के द्रव्यमान केंद्र, संवेग संरक्षण और द्रव्यमान केंद्र की गति। किसी दृढ़ पिंड का द्रव्यमान केंद्र; एक समान छड़ का द्रव्यमान केंद्र।
  2. बल का गुरुत्व, बलाघूर्ण, कोणीय संवेग, कुछ उदाहरणों के साथ कोणीय संवेग संरक्षण।
  3. दृढ़ पिंडों की साम्यावस्था, दृढ़ पिंड का घूर्णन और घूर्णी गति का समीकरण, रैखिक और घूर्णी गति की तुलना; जड़त्वाघूर्ण, घूर्णन की त्रिज्या। सरल ज्यामितिय वस्तुओं के लिए जड़त्वाघूर्ण मान (कोई गणना नहीं),  समांतर और लंबवत अक्षीय प्रमेय के कथन और उनके अनुप्रयोग।
     

गुरुत्वाकर्षण:

  1. ग्रहीय गति पर केपलर के नियम। गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक नियम। गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वरण तथा ऊंचाई और गहराई के साथ इसमें परिवर्तन।
  2. गुरुत्वाकर्षण स्थितिज ऊर्जा; गुरुत्वाकर्षण विभव। पलायन वेग, उपग्रह का कक्षीय वेग। भूस्थिर उपग्रह।
     

द्रव्य के गुणधर्म:

  1. प्रत्यास्थ व्यवहार, तनाव-खिंचाव संबंध। हुक का नियम, यंग गुणांक, अपरूपण गुणांक, अपरूपण, दृढ़ता गुणांक, पॉइसन अनुपात; प्रत्यास्थ ऊर्जा।
  2. श्यानता, स्टोक्स का नियम, सीमांत वेग, रेनॉल्ड संख्या, धारारेखी एवं अपरिवर्ती प्रवाह। क्रांतिक वेग, बर्नूली प्रमेय और उसके अनुप्रयोग।
  3. पृष्ठ ऊर्जा और पृष्ठ तनाव, संपर्क कोण, दाब आधिक्य, बूंद, बुलबुले और कैपिलरी केशिका के लिए पृष्ठ तनाव की अवधारणाओं का अनुप्रयोग।
  4. ऊष्मा, तापमान, तापीय प्रसार; ठोस, तरल और गैसों का तापीय प्रसार। अनियमित प्रसार। विशिष्ट ऊष्मा धारिता: Cp, Cv- कैलोरीमिति; अवस्था परिवर्तन – गुप्त ऊष्मा। 
  5. ऊष्मा स्थानांतरण- चालन और तापीय चालकता, संवहन और विकिरण। कृष्णिका विकिरण, वीन का विस्थापन नियम और ग्रीन हाउस प्रभाव की गुणात्मक अवधारणाएँ।
  6. न्यूटन का शीतलन नियम और स्टीफन का नियम
     

ऊष्मागतिकी:

  1. ऊष्मीय साम्य और तापमान की परिभाषा (ऊष्मागतिकी का शून्यवाँ नियम)। ऊष्मा, कार्य और आंतरिक ऊर्जा।
  2. ऊष्मागतिकी का पहला नियम। समतापीय और रुद्धोष्म प्रक्रियाएँ।
  3. ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम: उत्क्रमणीय एवं अनुत्क्रमणीय प्रक्रियाएँ। ऊष्मा इंजन और रेफ्रिजरेटर।
     

आदर्श गैस का व्यवहार और अणुगति सिद्धांत:

  1. किसी आदर्श गैस का अवस्था समीकरण, गैस के संपीडन पर किया गया कार्य।
  2. गैसों का अणुगति सिद्धांत: धारणाएँ, दाब की अवधारणा। गतिज ऊर्जा और तापमान; स्वतंत्रता की कोटि, ऊर्जा के समविभाजन का नियम (केवल कथन) और गैसों की विशिष्ट ऊष्मा धारिता के अनुप्रयोग; माध्य मुक्त पथ की अवधारणा।
     

दोलन और तरंगें:

  1. आवर्त गति-आवर्त काल, आवृत्ति, समय के फलन के रूप में विस्थापन। आवर्ती फलन। सरल आवर्त गति (SHM) और इसका समीकरण; कला; स्प्रिंग-प्रत्यानयन बल का दोलन और बल स्थिरांक; SHM में ऊर्जा – गतिज एवं स्थितिज ऊर्जा; सरल लोलक-इसकी समयावधि के लिए व्यंजक की व्युत्पत्ति; मुक्त, प्रणोदित और अवमंदित दोलन (केवल गुणात्मक अवधारणा), अनुनाद।
  2. तरंग गति। अनुदैर्ध्य और अनुप्रस्थ तरंग, तरंग गति की चाल। प्रगामी तरंग के लिए विस्थापन संबंध। तरंगों के अध्यारोपण का सिद्धांत, तरंगों का परावर्तन, डोरी और ऑर्गन पाइप में अप्रगामी तरंगें, मूल विधा एवं गुणावृत्ति। विस्पंद। डॉप्लर प्रभाव।

एनटीए नीट सिलेबस कक्षा 12: भौतिकी

स्थिरविद्युत:

  1. विद्युत आवेश और उनका संरक्षण। कूलॉम नियम – दो बिंदु आवेशों के बीच बल, बहुल आवेशों के बीच बल; अध्यारोपण का सिद्धांत और संतत आवेश वितरण।
  2. विद्युत क्षेत्र, एक बिंदु आवेश के कारण उत्पन्न विद्युत क्षेत्र, विद्युत क्षेत्र रेखाएँ; विद्युत द्विध्रुव, द्विध्रुव के कारण उत्पन्न विद्युत क्षेत्र; एकसमान विद्युत क्षेत्र में द्विध्रुव पर बलाघूर्ण।
  3. वैद्युत फ्लक्स, गॉस प्रमेय का कथन और अनंत लंबे सीधे तार के कारण उत्पन्न क्षेत्र ज्ञात करने के लिए इसके अनुप्रयोग, समान रूप से आवेशित अनंत समतल चादर और समान रूप से आवेशित पतले गोलीय खोल (अंदर और बाहर क्षेत्र)
  4. वैद्युत विभव, विभवांतर, एक बिंदु आवेश, द्विध्रुव और आवेशों के निकाय के कारण वैद्युत विभव; समविभव पृष्ठ, दो बिंदु आवेशों के निकाय की वैद्युत विभव ऊर्जा और एक स्थिर विद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विध्रुव।
  5. चालक और कुचालक, किसी चालक के अंदर मुक्त आवेश और परिबद्ध आवेश। परावैद्युत एवं विद्युत ध्रुवण, धारिता एवं संधारित्र, श्रेणीक्रम और समांतर क्रम में संधारित्र का संयोजन, प्लेटों के बीच परावैद्युत माध्यम के साथ और इसके बिना समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता, संधारित्र में संग्रहीत ऊर्जा, वान डे ग्राफ जनित्र।
     

विद्युत धारा:

  1. विद्युत धारा, धात्विक चालक में विद्युत आवेशों का प्रवाह, अपवाह वेग और गतिशीलता, और विद्युत धारा के साथ उनका संबंध; ओम का नियम, विद्युत प्रतिरोध, V-I अभिलक्षण (रैखिक और अरैखिक), विद्युत ऊर्जा और शक्ति, विद्युत प्रतिरोधकता और चालकता।
  2. कार्बन प्रतिरोधक, कार्बन प्रतिरोधों के लिए रंग कोड; प्रतिरोधकों का श्रेणीक्रम और समांतर क्रम संयोजन; प्रतिरोधक की तापमान निर्भरता।
  3. सेल का आंतरिक प्रतिरोध, सेल का विभवांतर और emf, श्रेणीक्रम और समांतर क्रम में सेलों का संयोजन।
  4. किरखोफ के नियम और सरल अनुप्रयोग। व्हीटस्टोन सेतु, मीटर सेतु।
  5. विभवांतर को मापने के लिए और दो सेल के emf की तुलना करने के लिए पोटेंशियोमीटर (विभवमापी) सिद्धांत और अनुप्रयोग; सेल के आंतरिक प्रतिरोध का मापन।
     

धारा का चुम्बकीय प्रभाव और चुंबकत्व:

  1. चुंबकीय क्षेत्र की अवधारणा, ओर्स्टेड का प्रयोग। बायो-सावर्ट नियम और धारावाही वृत्ताकार पाश पर इसका अनुप्रयोग।
  2. ऐम्पियर का नियम और अनंत लंबे सीधे तार, सीधे और टोरॉइड परिनालिका के लिए इसके अनुप्रयोग। एकसमान चुंबकीय एवं विद्युत क्षेत्रों में किसी गतिमान आवेश पर बल। साइक्लोट्रॉन।
  3. एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में धारावाही चालक पर बल। दो समांतर धारावाही चालकों के बीच बल-ऐम्पियर की परिभाषा। किसी चुंबकीय क्षेत्र में एक धारावाही पाश द्वारा अनुभव किया गया बलाघूर्ण; चल कुंडली धारामापी – इसकी धारा संवेदनशीलता और अमीटर और वोल्टमीटर में रूपांतरण।
  4. चुंबकीय द्विध्रुव के रूप में एक धारावाही पाश और इसका चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण। किसी परिक्रमी इलेक्ट्रॉन का चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण। चुम्बकीय द्विध्रुव (छड़ चुम्बक) के कारण अपनी धुरी के साथ और अपनी धुरी के लंबवत चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता। एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय द्विध्रुव (छड़ चुम्बक) पर बलाघूर्ण; एक समकक्ष परिनालिका के रूप में छड़ चुम्बक, चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ; पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र और चुंबकीय तत्व।
  5. प्रति-, अनु- और लौह चुंबकीय पदार्थ, उदाहरण सहित।
  6. विद्युत चुंबक और उनकी प्रबलता को प्रभावित करने वाले कारक। स्थायी चुम्बक।
     

विद्युत चुंबकीय प्रेरण एवं प्रत्यावर्ती धारा:

  1. विद्युत चुंबकीय प्रेरण; फैराडे का नियम, प्रेरित emf और धारा; लेन्ज़ का नियम, भँवर धारा (एडी करंट)। स्वप्रेरकत्व और अन्योन्य प्रेरकत्व।
  2. प्रत्यावर्ती धारा, प्रत्यावर्ती धारा/वोल्टता का शिखर मान और rms मान; प्रतिघात एवं प्रतिबाधा; LC दोलन (केवल गुणात्मक विवेचन), LCR श्रेणीक्रम परिपथ, अनुनाद; AC परिपथ में शक्ति, वाटहीन धारा।
  3. AC जनित्र और ट्रांसफार्मर।
     

विद्युत चुम्बकीय तरंगें:

  1. विस्थापन धारा की आवश्यकता।
  2. विद्युत चुम्बकीय तरंगें और उनकी विशेषताएँ (केवल गुणात्मक विवेचन)। विद्युत चुम्बकीय तरंगों की अनुप्रस्थ प्रकृति।
  3. विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम (रेडियो तरंगें, माईक्रोवेव, इन्फ्रारेड, दृश्यमान, पराबैंगनी, एक्स-रे, गामा किरणें), प्राथमिक तथ्यों सहित उनके उपयोग।
     

प्रकाशिकी:

  1. प्रकाश का परावर्तन, गोलीय दर्पण, दर्पण सूत्र। प्रकाश का अपवर्तन, पूर्ण आंतरिक परावर्तन और इसके अनुप्रयोग, प्रकाशिक तंतु, गोलीय पृष्ठों द्वारा अपवर्तन, लेंस, पतले लेंस सूत्र, लेंस निर्माता सूत्र। आवर्धन, लेंस की शक्ति, लेंस और दर्पण के संपर्क संयोजन में पतले लेंसों का संयोजन। किसी प्रिज्म के माध्यम से प्रकाश का अपवर्तन और प्रकीर्णन।
  2. प्रकाश का प्रकीर्णन- आकाश का नीला रंग और सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य का लाल दिखना।
  3. प्रकाशिक उपकरण: मानव नेत्र, प्रतिबिंब निर्माण एवं समायोजन, लेंस का उपयोग करके नेत्र दोष (मायोपिया और हाइपरमेट्रोपिया) का सुधार।
  4. सूक्ष्मदर्शी और खगोलीय दूरदर्शी (परावर्तन और अपवर्तन) और उनकी आवर्धन क्षमताएँ।
  5. तरंग प्रकाशिकी: तरंगाग्र और हाइगेंस का सिद्धांत, तरंगाग्र का उपयोग करके एक समतल सतह पर समतल तरंगों का परावर्तन और अपवर्तन।
  6. हाइगेंस के सिद्धांत का उपयोग करते हुए परावर्तन और अपवर्तन के नियमों का प्रमाण।
  7. व्यतिकरण, यंग द्वि-झिरी प्रयोग और फ्रिंज चौड़ाई के लिए व्यंजक, कला संबद्ध स्रोत और प्रकाश का संतत व्यतिकरण।
  8. एकल झिरी के कारण विवर्तन, केंद्रीय उच्चिष्ठ की चौड़ाई।
  9. सूक्ष्मदर्शी और खगोलीय दूरबीनों की विश्लेषण क्षमता। ध्रुवण, समतल ध्रुवित प्रकाश; ब्रूस्टर का नियम, समतल ध्रुवित प्रकाश का उपयोग और पोलेरॉइड।
     

विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति:

  1. प्रकाश विद्युत प्रभाव, हर्ट्ज और लेनार्ड के अवलोकन; आइंस्टीन का प्रकाश विद्युत समीकरण- प्रकाश की कणीय प्रकृति।
  2. द्रव्य तरंगें- कणों की तरंग प्रकृति, डी ब्रोगली संबंध। डेविसन तथा जर्मर प्रयोग।
     

परमाणु एवं नाभिक:

  1. एल्फा-कण प्रकीर्णन प्रयोग; रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल; बोर मॉडल, ऊर्जा स्तर, हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम। नाभिक की संरचना और आकार, परमाणु द्रव्यमान, समस्थानिक, समभारिक; समन्यूट्रॉनिक।
  2. रेडियोएक्टिवता- अल्फा, बीटा और गामा कण / किरणें और उनके गुणधर्म, क्षय नियम। द्रव्यमान-ऊर्जा संबंध, द्रव्यमान त्रुटि; प्रति न्यूक्लियॉन बंधन ऊर्जा और द्रव्यमान संख्या के साथ इसकी भिन्नता, परमाणु विखंडन और संलयन।
     

विद्युतीय युक्तियाँ: 

  1. ठोस पदार्थों में ऊर्जा बैंड (केवल गुणात्मक विवेचन), चालक, कुचालक और अर्धचालक; अर्धचालक डायोड-अग्र एवं पश्य बायस में I-V अभिलक्षण, एक दिष्टकारी के रूप में डायोड; LED, डायोड, सोलर सेल और जेनर डायोड की I-V अभिलक्षण; वोल्टता नियंत्रक के रूप में जेनर डायोड।
  2. संधि ट्रांजिस्टर, ट्रांजिस्टर क्रिया, ट्रांजिस्टर की अभिलक्षण; एक प्रवर्धक (उभयनिष्ठ उत्सर्जक विन्यास) और दोलित्र के रूप में ट्रांजिस्टर। लॉजिक गेट्स (OR, AND, NOT, NAND और NOR)। एक स्विच के रूप में ट्रांजिस्टर।

 एनटीए नीट सिलेबस कक्षा 11: रसायन विज्ञान 

रसायन विज्ञान की कुछ आधारभूत अवधारणाएँ:

  1. सामान्य परिचय: रसायन विज्ञान का महत्व और प्रयोजन।
  2. रासायनिक संयोजन के नियम, डाल्टन का परमाणु सिद्धांत: तत्वों, परमाणुओं और अणुओं की अवधारणा।
  3. परमाणु एवं आण्विक द्रव्यमान। मोल अवधारणा एवं मोलर द्रव्यमान; प्रतिशत संगठन और मूलानुपाती तथा आण्विक सूत्र; रासायनिक अभिक्रियाएँ, स्टोइकियोमेट्री और स्टोइकियोमेट्री पर आधारित परिकलन।
     

परमाणु की संरचना:

  1. परमाणु क्रमांक, समस्थानिक तथा समभारिक। कोश एवं उपकोश की अवधारणा, द्रव्य और प्रकाश की द्वैत प्रकृति, डी ब्रोग्ली का संबंध, हाइजेनबर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत, कक्षक की अवधारणा, क्वांटम संख्याएँ, s,p और d कक्षक के आकार, कक्षक में इलेक्ट्रॉनों को भरने के नियम-आफबाऊ सिद्धांत, पाउली अपवर्जन सिद्धांत और हुंड का नियम, परमाणुओं का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, अर्ध-पूर्ण और पूर्ण रूप से भरी हुई कक्षाओं की स्थायित्व।
     

तत्वों का वर्गीकरण और गुणों में आवर्तिता:

  1. आधुनिक आवर्त नियम और आवर्त सारणी का दीर्घ रूप, तत्वों के गुण जैसे परमाणु त्रिज्या, आयनिक त्रिज्या, आयनन एंथैल्पी, इलेक्ट्रॉन लब्धि एन्थैल्पी, विद्युत ऋणात्मकता, संयोजकता में आवर्त प्रवृत्ति।
     

रासायनिक आबंधन तथा आण्विक संरचना:

  1. संयोजकता इलेक्ट्रॉन, आयनिक बंध, सहसंयोजक बंध, बंध प्राचल, लुईस संरचना, सहसंयोजक बंध की ध्रुवीय अभिलक्षण, संयोजकता आबंध सिद्धांत, अनुनाद, अणुओं की ज्यामिति, VSEPR सिद्धांत, s, p और d कक्षक वाले अणुओं में संकरण और कुछ सरल अणुओं के आकार, समनाभिकीय द्विपरमाणुक अणुओं का आण्विक कक्षक सिद्धांत (केवल गुणात्मक अवधारणा)। हाइड्रोजन बंध।
     

द्रव्य की अवस्था: गैस एवं द्रव:

  1. द्रव्य की तीन अवस्थाएँ, अंतरा-आण्विक अन्योन्य क्रिया, बंध के प्रकार, गलनांक एवं क्वथनांक, अणु की अवधारणा को स्पष्ट करने के गैस नियमों की भूमिका, बॉयल का नियम, चार्ल्स का नियम, गे-लुसैक का नियम, आवोगाद्रो का नियम, गैसों का आदर्श व्यवहार, गैस समीकरण की मुलानुपाती व्युत्पत्ति। आवोगाद्रो संख्या, आदर्श गैस समीकरण। गतिज ऊर्जा और आण्विक गति (प्राथमिक अवधारणा), आदर्श व्यवहार से विचलन, गैसों का द्रवीकरण, क्रांतिक ताप।
  2. द्रव अवस्था-वाष्प दाब, श्यानता और पृष्ठ तनाव (केवल गुणात्मक अवधारणा, कोई गणितीय व्युत्पत्ति नहीं)।
     

ऊष्मागतिकी:

  1. ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम-आंतरिक ऊर्जा और एन्थैल्पी, ऊष्मा धारिता और विशिष्ट ऊष्मा, U और H का मापन, स्थिर ऊष्मा योग का हेस का नियम: बंध पृथक्करण, दहन, गठन, परमाणुकरण, उर्ध्वपातन, अवस्था रूपांतरण, आयनीकरण, विलयन और तनुकरण।
  2. अवस्था फलन के रूप में एन्ट्रापी का परिचय, उष्मागतिकी का द्वितीय नियम, स्वतः प्रवर्तिता एवं अस्वतः प्रवर्तिता प्रक्रिया के लिए गिब्स ऊर्जा परिवर्तन, साम्यावस्था और स्वतः प्रवर्त्ति के मानदंड।
  3. उष्मागतिकी का तृतीय नियम-संक्षिप्त परिचय।
     

साम्यावस्था:

  1. भौतिक और रासायनिक प्रक्रमों में साम्यावस्था, साम्यावस्था की गतिशील प्रकृति, रासायनिक साम्यावस्था का नियम, साम्यावस्था स्थिरांक, साम्यावस्था को प्रभावित करने वाले कारक – ला-शातेलिए का सिद्धांत; आयनिक साम्यावस्था-अम्ल और क्षार का आयनीकरण, प्रबल और दुर्बल विद्युत अपघट्य, आयनीकरण की डिग्री, बहु क्षारकी अम्ल का आयनीकरण, अम्ल की प्रबलता, pH. की अवधारणा, लवण का जल अपघटन (प्राथमिक अवधारणा), बफर विलयन, हेंडरसन समीकरण, घुलनशीलता उत्पाद, सम आयन प्रभाव (उदाहरण के साथ)।
     

अपचयोपचय अभिक्रियाएँ:

  1. ऑक्सीकरण की अवधारणा और ऑक्सीकरण एवं अपचयन, अपचयोपचय अभिक्रियाएँ,  ऑक्सीकरण संख्या, इलेक्ट्रॉनों की प्राप्ति एवं त्याग और ऑक्सीकरण संख्या में परिवर्तन के पदों में अपचयोपचय अभिक्रिया को संतुलित करना।
     

हाइड्रोजन:

  1. हाइड्रोजन की उपस्थिति, समस्थानिक, विरचन, गुणधर्म और उपयोग; सहसंयोजक और अंतराकाशी; जल के भौतिक और रासायनिक गुण, भारी जल; हाइड्रोजन परॉक्साइड-विरचन, अभिक्रियाएँ, उपयोग एवं संरचना।
     

s- ब्लॉक तत्व (क्षार और क्षारीय मृदा धातु):

  1. वर्ग 1 और वर्ग 2 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, उपलब्धता, प्रत्येक वर्ग के पहले तत्व के असंगत व्यवहार, विकर्ण संबंध, गुणों की भिन्नता में आवर्त प्रवृत्ति (जैसे आयनीकरण एंथैल्पी, परमाणु और आयनिक त्रिज्याएँ), ऑक्सीजन, जल, हाइड्रोजन और हैलोजन के साथ रासायनिक अभिक्रिया में प्रवृत्ति; उपयोग। 
  2. कुछ महत्वपूर्ण यौगिकों का विरचन और गुणधर्म: सोडियम कार्बोनेट, सोडियम क्लोराइड, सोडियम हाइड्रोक्साइड और सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट, सोडियम और पोटेशियम का जैविक महत्व।
  3. चूना और चूना पत्थर का औद्योगिक उपयोग, Mg और Ca का जैविक महत्व।
     

कुछ p-ब्लॉक के तत्व:

  1. p-ब्लॉक के तत्वों का सामान्य परिचय।
  2. वर्ग 13 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, उपलब्धता, गुणों की भिन्नता, ऑक्सीकरण अवस्थाएँ, रासायनिक अभिक्रिया में आवर्त प्रवृत्ति, वर्ग के पहले तत्व के असंगत व्यवहार; बोरॉन, कुछ महत्वपूर्ण यौगिक: बोरेक्स, बोरिक एसिड, बोरॉन के हाइड्राइड। एल्युमिनियम: उपयोग, अम्ल और क्षार के साथ अभिक्रिया।
  3. वर्ग 14 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, उपलब्धता, गुणों की भिन्नता, ऑक्सीकरण अवस्थाएँ, रासायनिक अभिक्रिया में आवर्त प्रवृत्ति, पहले तत्व का असंगत व्यवहार। कार्बन, अपरूप, भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्म: कुछ महत्वपूर्ण यौगिकों के उपयोग: ऑक्साइड।
  4. सिलिकन के महत्वपूर्ण यौगिक और कुछ उपयोग: सिलिकन टेट्राक्लोराइड, सिलिकॉन, सिलिकेट और जिओलाइट, उनके उपयोग।
     

कार्बनिक रसायन – कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें:

  1. सामान्य परिचय, शुद्धिकरण के तरीके, गुणात्मक और मात्रात्मक विश्लेषण, वर्गीकरण और कार्बनिक यौगिकों का IUPAC नामपद्धति।
  2. किसी सहसंयोजक बंध में इलेक्ट्रॉनिक विस्थापन: प्रेरणिक प्रभाव, इलेक्ट्रोमेरिक प्रभाव, अनुनाद एवं अतिसंयुग्मन।
  3. किसी सहसंयोजक बंध के समापघटनी और विषम अपघटनी विदलन: मुक्त मूलक, कार्ब धनायन, कार्ब-ऋणायन; इलेक्ट्रॉनरागी और नाभिकरागी, कार्बनिक अभिक्रिया के प्रकार।
     

हाइड्रोकार्बन:

  1. ऐल्केन – नामपद्धति, समावयवता, संरूपण (केवल ईथेन), भौतिक गुण, रासायनिक अभिक्रियाएँ जिनमें हैलोजनीकरण की मुक्त मूलक क्रियाविधि, दहन और भंजन शामिल हैं।
  2. ऐल्कीन – नामपद्धति, द्वि-बंध (ईथीन) की संरचना, ज्यामितीय समावयवता, भौतिक गुण, विरचन की विधियाँ: रासायनिक अभिक्रियाएँ: हाइड्रोजन, हैलोजन, जल, हाइड्रोजन हैलाइड (मारकोवनिकोव संयोजन एवं परॉक्साइड प्रभाव) का संयोजन, ओजोनोलिसिस, ऑक्सीकरण, इलेक्ट्रानस्नेही योग की क्रियाविधि।
  3. एल्काइन – नामपद्धति, त्रि-बंध (ईथाइन) की संरचना, भौतिक गुण, विरचन की विधियाँ, रासायनिक अभिक्रियाएँ: एल्काइन का अम्लीय गुण, हाइड्रोजन, हैलोजन, हाइड्रोजन हैलाइड और जल की योगात्मक अभिक्रिया।
  4. एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन – परिचय, IUPAC नामपद्धति; बेंजीन; अनुनाद, ऐरोमैटिकता; रासायनिक गुण: इलेक्ट्रानस्नेही प्रतिस्थापन की क्रियाविधि – नाइट्रोकरण सल्फोनेशन, हैलोजनीकरण, फ्रिडेल क्राफ्ट का एल्किलेशन और ऐसिलीकरण; एकल प्रतिस्थापी बेंजीन में कार्यात्मक समूह का निर्देशात्मक प्रभाव; कैंसरजन्यता और विषाक्तता।
     

पर्यावरणीय रसायन:

  1. पर्यावरणीय प्रदूषण: वायु, जल और मृदा प्रदूषण, वायुमंडल में रासायनिक अभिक्रियाएँ, धुँध, प्रमुख वायुमंडलीय प्रदूषक; अम्ल वर्षा, ओजोन और इसकी अभिक्रियाएँ, ओजोन परत के ह्रास के प्रभाव, ग्रीन हाउस प्रभाव और विश्वव्यापी उष्णता – औद्योगिक अपशिष्ट के कारण होने वाला प्रदूषण; प्रदूषण को कम करने के लिए वैकल्पिक उपकरण के रूप में हरित रसायन, पर्यावरण प्रदूषण के नियंत्रण के लिए रणनीति।

एनटीए नीट सिलेबस कक्षा 12: रसायन विज्ञान 

ठोस अवस्था:

  1. विभिन्न बंध बलों के आधार पर ठोस पदार्थों का वर्गीकरण; आण्विक, आयनिक सहसंयोजक और धात्विक ठोस, क्रिस्टलीय और पारदर्शी ठोस (प्राथमिक अवधारणा), दो आयामी और त्रि-आयामी जालक में एकक कोष्ठिका, एकक कोष्ठिका के घनत्व की गणना, ठोसों में संकुलन, संकुलन क्षमता, रिक्तियाँ, किसी घनीय एकक कोष्ठिका में प्रति एकक कोष्ठिका में परमाणुओं की संख्या, बिंदु दोष, विद्युत और चुम्बकीय गुण, धातुओं का बैंड सिद्धांत, चालक, अर्धचालक और कुचालक।
     

विलयन:

  1. विलयनों के प्रकार, द्रवों में ठोसों के विलयन की सान्द्रता का व्यंजक, द्रवों में गैसों की विलेयता, ठोस विलयन, अणुसंख्यक गुण – वाष्प दाब का आपेक्षिक अवनमन, राउल्ट का नियम, क्वथनांक का उन्नयन, हिमांक का अवनमन, परासरण दाब, अणुसंख्यक गुणों का उपयोग करके आण्विक द्रव्यमान का निर्धारण, असामान्य आण्विक द्रव्यमान। वान्ट हॉफ गुणक।
     

विद्युतरसायन:

  1. अपचयोपचय अभिक्रियाएँ,  विद्युत् अपघट्य विलयनों में चालकता, सांद्रण के साथ चालकता की विशिष्ट और मोलर चालकता में भिन्नता, कोहलरॉश का नियम, वैद्युत अपघटन और वैद्युत अपघटन के नियम (प्राथमिक अवधारणा), शुष्क सेल – वैद्युत अपघटनी सेल और गैल्वेनिक सेल; सीसा संचाय, सेल का EMF, मानक इलेक्ट्रोड विभव, गिब्स ऊर्जा परिवर्तन और सेल के EMF के बीच संबंध, ईंधन सेल; संक्षारण।
     

रासायनिक बलगतिकी:

  1. अभिक्रिया की दर (औसत और तात्क्षणिक), अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक; सांद्रता, तापमान, उत्प्रेरक; अभिक्रिया की कोटि और आण्विकता; दर नियम और विशिष्ट दर स्थिरांक, समाकलित दर समीकरण और अर्ध-आयु (केवल शून्य और प्रथम-कोटि अभिक्रियाओं के लिए); संघट्ट सिद्धांत की अवधारणा (प्राथमिक अवधारणा, कोई गणितीय प्रतिपादन नहीं)। सक्रियण ऊर्जा, आरेनियस समीकरण।
     

पृष्ठ रसायन:

  1. अधिशोषण – भौतिक अधिशोषण और रासायनिक अधिशोषण; ठोस पदार्थों पर गैसों के अधिशोषण को प्रभावित करने वाले कारक, उत्प्रेरण : विषमांगी और समांगी, सक्रियता और चयनात्मकता: एन्जाइम उत्प्रेरण; कोलॉइडी अवस्था: वास्तविक विलयनों के बीच भेद, कोलॉइड और निलंबन; द्रवरागी, द्रवविरागी, बहुअणुक एवं वृहदाणुक कोलॉइड; कोलॉइड के गुण; टिंडल प्रभाव, ब्राउनी गति, वैद्युत कण संचलन, स्कंदन; इमल्शन – इमल्शन के प्रकार।
     

तत्वों के पृथक्करण के सामान्य सिद्धांत और प्रक्रम:

  1. निष्कर्षण के सिद्धांत और विधियाँ – सांद्रण, ऑक्सीकरण, अपचयन, विद्युत अपघटनी विधि और परिष्करणः एल्यूमीनियम, तांबा, जिंक और लोहे की उपलब्धता और निष्कर्षण के सिद्धांत।
     

p-ब्लॉक तत्व:

  1. वर्ग 15 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, उपलब्धता, ऑक्सीकरण अवस्थाएँ, भौतिक और रासायनिक गुणों में आवर्त प्रवृत्ति; अमोनिया और नाइट्रिक अम्ल का विरचन और गुण, नाइट्रोजन के ऑक्साइड (केवल संरचना); फास्फोरस – अपरूप; फास्फोरस के यौगिक: फॉस्फीन, हैलाइड (PCI3, PCI5) और ऑक्सोअम्ल (केवल प्राथमिक अवधारणा) का विरचन और गुण।
  2. वर्ग 16 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्थाएँ, उपलब्धता, भौतिक और रासायनिक गुणों में आवर्त प्रवृत्ति; ग्राम डाइऑक्सीजन: विरचन, गुण और उपयोग; ऑक्साइड का वर्गीकरण; ओजोन। सल्फर – अपरूप; सल्फर के यौगिक: सल्फर डाइऑक्साइड का विरचन, गुण और उपयोग; सल्फ्यूरिक अम्ल: विरचन की औद्योगिक प्रक्रिया, गुण और उपयोग, सल्फर के ऑक्सोअम्ल (केवल संरचनाएँ)
  3. वर्ग 17 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्थाएँ, उपलब्धता, भौतिक और रासायनिक गुणों में आवर्त प्रवृत्ति; हैलोजन के यौगिक: क्लोरीन और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का विरचन, गुण और उपयोग, अंतराहैलोजन यौगिक, हैलोजन के ऑक्सोअम्ल (केवल संरचनाएँ)
  4. वर्ग 18 के तत्व: सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, उपलब्धता, भौतिक और रासायनिक गुणों में आवर्त प्रवृत्ति;
     

d और f-ब्लॉक के तत्व:

  1. सामान्य परिचय, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, संक्रमण धातुओं के अभिलक्षण, पहली पंक्ति संक्रमण धातुओं के गुणों – धात्विक गुण, आयनन एंथैल्पी, ऑक्सीकरण अवस्थाएँ, आयनिक त्रिज्याएँ, रंग, उत्प्रेरक गुण, चुंबकीय गुण, अंतराकाशी यौगिक, मिश्र धातु निर्माण में सामान्य आवर्त प्रवृत्ति। K2Cr2O7 और KMnO4 का निर्माण और गुण।
  2. लैन्थेनाइड – इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्थाएँ, रासायनिक अभिक्रियाशीलता और लैंथेनाइड संकुचन तथा इसके परिणाम
  3. एक्टिनाइड: इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, ऑक्सीकरण अवस्थाएँ और लैंथेनाइड के साथ तुलना
     

उपसहसंयोजक यौगिक:

  1. उपसहसंयोजक यौगिक: परिचय, लिगेंड, उपसहसंयोजन संख्या, रंग, चुंबकीय गुण और आकार, एक-केंद्रक उपसहसंयोजक यौगिकों की IUPAC नामपद्धति, समावयवता (संरचनात्मक और त्रिविम), आबंधन, वर्नर सिद्धांत VBT, CFT; उपसहसंयोजक यौगिकों का महत्व (गुणात्मक विश्लेषण, जैविक तंत्रों में)
     

हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन:

  1. हैलोएल्केन: नामपद्धति, C–X बंध की प्रकृति, भौतिक और रासायनिक गुण, प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं की क्रियाविधि। ध्रुवण घूर्णन।
  2. हैलोऐरीन: C-X बंध की प्रकृति, प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ (केवल एकल प्रतिस्थापी यौगिकों के लिए हैलोजन का निर्देशात्मक प्रभाव), डाइक्लोरोमेथेन, ट्राइक्लोरोमेथेन, टेट्राक्लोरोमेथेन, आयोडोफॉर्म, फ्रेऑन, DDT के उपयोग और पर्यावरणीय प्रभाव
     

एल्कोहॉल, फ़ीनॉल और ईथर:

  1. एल्कोहॉल: नामपद्धति, विरचन की विधियाँ, भौतिक और रासायनिक गुण (केवल प्राथमिक एल्कोहॉल के); प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक एल्कोहॉल की पहचान; निर्जलीकरण की क्रियाविधि, मेथेनॉल और इथेनॉल के विशेष संदर्भ के साथ उपयोग
  2. फ़ीनॉल: नामपद्धति, विरचन की विधियाँ, भौतिक और रासायनिक गुण, फ़ीनॉल की अम्लीय प्रकृति, इलेक्ट्रॉनस्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ, फ़ीनॉल के उपयोग
  3. ईथर: नामपद्धति, निर्माण की विधियां, भौतिक और रासायनिक गुण, उपयोग
     

ऐल्डिहाइड, कीटोन एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल:

  1. ऐल्डिहाइड और कीटोन: नामपद्धति, कार्बोनाइल समूह की प्रकृति, विरचन की विधियाँ, भौतिक और रासायनिक गुण; और नाभिकरागी संयोजन की विधि, ऐल्डिहाइड में अल्फा हाइड्रोजन की अभिक्रियाशीलता; उपयोग
  2. कार्बोक्सिलिक अम्ल: नामपद्धति, अम्लीय प्रकृति, विरचन की विधियाँ, भौतिक और रासायनिक गुण, उपयोग
     

नाइट्रोजन युक्त कार्बनिक यौगिक:

  1. ऐमीन: नामपद्धति, वर्गीकरण, संरचना, विरचन की विधियाँ, भौतिक और रासायनिक गुण, उपयोग, प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक ऐमीन की पहचान।
  2. सायनाइड और आइसोसायनाइड – इनका उल्लेख प्रासंगिक स्थानों पर किया जाएगा।
  3. डाइऐजोनियम लवण: विरचन, संश्लेषित कार्बनिक रसायन विज्ञान में रासायनिक अभिक्रियाएँ और महत्व।
     

जैव अणु:

  1. कार्बोहाइड्रेट – वर्गीकरण (एल्डोस और कीटोज), मोनोसैकेराइड (ग्लूकोज और फ्रुक्टोज), D.L. विन्यास, ओलिगोसैकेराइड (सुक्रोज, लैक्टोज, माल्टोज), पॉलीसैकेराइड (स्टार्च, सेल्यूलोज, ग्लाइकोजन): महत्व।
  2. प्रोटीन – एमीनो अम्लों का प्रारंभिक विचार, पेप्टाइड बंध, पॉलीपेप्टाइड, प्रोटीन, प्राथमिक संरचना, द्वितीयक संरचना, तृतीयक संरचना और चतुर्धातुक संरचना (केवल गुणात्मक अवधारणा), प्रोटीन का निष्क्रियकरण; एंजाइम।
  3. हार्मोन – प्रारंभिक अवधारणा (संरचना को छोड़कर)।
  4. विटामिन – वर्गीकरण और कार्य।
  5. न्यूक्लिक अम्ल: DNA और RNA
     

बहुलक:

  1. वर्गीकरण – प्राकृतिक और संश्लेषित, बहुलकीकरण की विधियाँ (योगात्मक और संघनन), सहबहुलकीकरण। कुछ महत्वपूर्ण बहुलक: प्राकृतिक और संश्लेषित जैसे पॉलिएस्टर, बैकलाइट; रबर, जैव निम्नीकरणीय और अजैव निम्नीकरणीय बहुलक।
     

दैनिक जीवन में रसायन:

  1. दवाओं में रसायन- एनाल्जेसिक, ट्रैंक्विलाइज़र, एंटीसेप्टिक्स, डिसिंफेक्टेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीफर्टिलिटी ड्रग्स, एंटीबायोटिक्स, एंटासिड, ऐन्टीहिस्टमीन।
  2. भोजन में रसायन- संरक्षक, मीठा करने वाले कृत्रिम घटक, ऑक्सीकरण रोधी की प्रारंभिक अवधारणा।
  3. सफाई घटक – साबुन और अपमार्जक, सफाई प्रक्रिया।

 एनटीए नीट सिलेबस कक्षा 11: जीव विज्ञान

जीव जगत में विविधता:

  1. सजीव क्या है?; जैव विविधता; वर्गीकरण की आवश्यकता; जीवन के तीन क्षेत्र; वर्गिकी और सिस्टेमेटिक्स; प्रजातियों और वर्गिकी पदानुक्रम की अवधारणा; द्विपद नामपद्धति; वर्गिकी के अध्ययन के साधन – म्यूजियम, चिड़ियाघर, हरबेरियम, बोटेनिकल गार्डन। 
  2. पाँच जगत में वर्गीकरण; मॉनेरा की मुख्य विशेषताएँ और वर्गीकरण; प्रमुख समूहों में प्रोटिस्टा और कवक; लाइकेन; वायरस और विरोइड।
  3. प्रमुख समूहों में पौधों की मुख्य विशेषताएँ और वर्गीकरण – शैवाल, ब्रायोफाइट, टैरिडोफाइट जिम्नोस्पर्म और एंजियोस्पर्म (तीन से पाँच मुख्य और विशिष्ट विशेषताएँ तथा प्रत्येक श्रेणी के कम से कम दो उदाहरण); एंजियोस्पर्म – वर्ग तक वर्गीकरण, विशिष्ट विशेषताएँ और उदाहरण।
  4. जंतुओं की मुख्य विशेषताएँ और वर्गीकरण- संघ स्तर तक नॉन कॉर्डेटा और संघ स्तर तक कॉर्डेटा (मुख्य विशेषताएँ एवं उदाहरण)।
     

पादप एवं प्राणियों में संरचनात्मक संगठन:

  1. आकारिकी एवं रूपांतरण; ऊतक; पुष्पी पादप के विभिन्न भागों का शारीर एवं कार्य: जड़, तना, पत्ती, पुष्पक्रम – असीमाक्षी तथा ससीमाक्षी, फूल, फल और बीज
  2. जंतु ऊतक; कीट (तिलचट्टा) की आकारिकी, शारीर और विभिन्न तंत्र (पाचन, संचरण, श्वसन, तंत्रिका और प्रजनन) के कार्य। (केवल संक्षिप्त विवरण)
     

कोशिका संरचना एवं कार्य:

  1. कोशिका सिद्धांत एवं जीवन की मूलभूत इकाई के रूप में कोशिका; प्रोकैरियोटिक एवं यूकेरियोटिक कोशिका की संरचना; पादप कोशिका और जंतु कोशिका; कोशिका आवरण, कोशिका झिल्ली, कोशिका भित्ति; कोशिकांग – संरचना एवं कार्य; अंतः झिल्लिका तंत्र – अन्तद्रव्यी जालिका, गॉल्जी निकाय, लाइसोसोम, रसधारी; माइटोकॉन्ड्रिया, राइबोसोम, प्लास्टिड, सूक्ष्मकाय माइक्रोबॅाडी; साइटोस्केलेटन, पक्ष्माभ, कशाभ, तारककेंद्र (अतिसूक्ष्म संरचना और कार्य); केन्द्रक – केन्द्रक झिल्ली, क्रोमेटीन, केंद्रिका।
  2. सजीव कोशिकाओं के रासायनिक घटक: जैव अणु – प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, लिपिड, न्यूक्लिक अम्ल की संरचना एवं कार्य; एंजाइम – प्रकार, गुण, एंजाइम क्रिया।
  3. कोशिका विभाजन: कोशिका चक्र, समसूत्री विभाजन, अर्धसूत्री विभाजन और उनका महत्व।
     

पादप कार्यिकी:

  1. पादपों में परिवहन: जल, गैसों और पोषक तत्वों की गति; कोशिका से कोशिका तक परिवहन – विसरण, सुसाध्य विसरण, सक्रिय परिवहन; पादप – जल संबंध – अंतःशोषण, जल क्षमता, परासरण, जीवद्रव्यकुंचन; जल का लंबी दूरी तक परिवहन – अवशोषण, एपोप्लास्ट, सिमप्लास्ट, वाष्पोत्सर्जन खिंचाव, मूल दाब और बिंदुस्राव; वाष्पोत्सर्जन – रंध्रों का खुलना और बंद होना; खनिज पोषक का उद्ग्रहण और संचरण – भोजन का परिवहन, फ्लोएम परिवहन, सामूहिक प्रवाह परिकल्पना; गैसों का विसरण
  2. खनिज पोषण: अनिवार्य खनिज तत्व, वृहद एवं सूक्ष्म पोषक तत्व और उनकी भूमिका; अपर्याप्तता के लक्षण; खनिज विषाक्तता; खनिज पोषण का अध्ययन करने की एक विधि के रूप में जल संवर्धन की प्राथमिक अवधारणा; नाइट्रोजन उपापचय – नाइट्रोजन चक्र, जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण।
  3. प्रकाश संश्लेषण: स्वपोषी पोषण के माध्यम के रूप में प्रकाश संश्लेषण; प्रकाश संश्लेषण का स्थल; प्रकाश संश्लेषण (प्राथमिक अवधारणा) में शामिल वर्णक; प्रकाश संश्लेषण का प्रकाशरसायन और जैव संश्लेषण चरण; चक्रीय एवं अचक्रीय फोटो-फॉस्फोरीलेशन; रसोपरासरणी परिकल्पना; प्रकाश श्वसन C3 और C4 पथ; प्रकाश संश्लेषण को प्रभावित करने वाले कारक।
  4. श्वसन: गैसों का विनिमय; कोशिकीय श्वसन – ग्लाइकोलिसिस, किण्वन (अवायवीय), TCA चक्र और इलेक्ट्रॉन परिवहन तंत्र (वायवीय); ऊर्जा संबंध- उत्पन्न ATP अणुओं की संख्या; ऐंफीबोलिक पथ; श्वसनीय अनुपात।
  5. पादप वृद्धि एवं परिवर्धन: बीज अंकुरण; पादप वृद्धि के चरण और पादप वृद्धि दर; वृद्धि के लिए दशाएँ; विभेदन, निर्विभेदन तथा पुनर्विभेदन; पादप कोशिका में विकासात्मक प्रक्रिया का अनुक्रम; वृद्धि नियामक – ऑक्सिंस, जिब्वेरेलिंस, साइटोकिनिंस (कोशिकाद्रव्य विभाजन), एथीलिन, एबसिसिक एसिड (ABA); बीज प्रसुप्ति; वसंतीकरण; दीप्तिकालिता।
     

मानव शरीर विज्ञान:

  1. पाचन एवं अवशोषण; आहार नाल और पाचन ग्रंथियाँ; पाचन एंजाइमों और जठर आंत्रीय मार्ग हार्मोन की भूमिका; क्रमाकुंचन, पाचन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा का अवशोषण और स्वांगीकरण; प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा का कैलोरी मान; उत्सर्जन; पोषण और पाचन विकार – PEM (प्रोटीन ऊर्जा कुपोषण), अपच, कब्ज (कोष्ठबद्धता), उल्टी (वमन), पीलिया, दस्त (प्रवाहिका)।
  2. श्वसन और गैसों का विनिमय: प्राणियों के श्वसन अंग (केवल याद रखने के लिए); मानव श्वसन तंत्र; श्वसन की क्रियाविधि और मनुष्यों में इसका नियमन – गैसों का विनिमय, गैसों का परिवहन और श्वसन का नियमन, श्वसन संबंधी आयतन; श्वसन संबंधी विकार – दमा, वातस्फीति या एम्फिइसिमा, व्यावसायिक श्वसन रोग।
  3. शरीर द्रव तथा परिसंचरण: रक्त की संगठन, रक्त समूह, रक्त का जमाव (रक्त-स्कंदन); लसीका (ऊतक द्रव) का संगठन और उसके कार्य; मानव परिसंचरण तंत्र – मानव हृदय और रक्त वाहिकाओं की संरचना; हृदय चक्र, हृदनिकास, ECG (विद्युत हृद लेख), द्विसंचरण (डबल सरकुलेशन); हृदय क्रिया का विनियमन; परिसंचरण तंत्र के विकार – उच्च रक्त दाब, हृद धमनी रोग, एन्जाइना पेक्टोरिस (हृदशूल पेक्टोरिस), हृदपात (हार्ट फेल्योर)।
  4. उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन: उत्सर्जन के तरीके – अमोनियाउत्सर्जी (अमोनोटेलिक), यूरियाउत्सर्जी (यूरियोटेलिक), यूरिकअम्लउत्सर्जी (यूरिकोटेलिक); मानव उत्सर्जन तंत्र – संरचना एवं कार्य; मूत्र निर्माण, परासरण नियमन; वृक्क क्रियाओं का नियमन – रेनिन एंजियोटेंसिन, एट्रियल नेट्रियुरेटिक कारक, ADH और डायबिटीज इन्सीपिडस; उत्सर्जन में अन्य अंगों की भूमिका; विकार; यूरिमिया, वृक्क की क्रियाहीनता, वृक्क की पथरी, वृक्कशोथ; अपोहन और कृत्रिम वृक्क।
  5. गमन और संचलन: गति के प्रकार – पक्ष्माभी, कशाभी, पेशीय; कंकाल पेशियाँ – संकुचनशील प्रोटीन और पेशी संकुचन; कंकाल तंत्र और उसके कार्य (प्रायोगिक पाठ्यक्रम के प्रासंगिक प्रयोग के लिए); संधियाँ या जोड़; पेशीय और कंकाल तंत्र के विकार – माइस्थेनिया ग्रेविस, अपतानिका (टेटनी), पेशीय दुष्पोषण, संधि शोथ, अस्थि सुषिरता, गाउट
  6. तंत्रिकीय नियंत्रण एवं समन्वय: तंत्रिकोशिका एवं तंत्रिकाएं; मनुष्यों में तंत्रिका तंत्र – केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, परिधीय तंत्रिका तंत्र और अंतरंग तंत्रिका तंत्र; तंत्रिका आवेगों की उत्पत्ति और संचरण; प्रतिवर्ती क्रिया; इंद्रियाँ; नेत्र और कर्ण की प्राथमिक संरचना एवं कार्य। 
  7. रासायनिक समन्वय तथा एकीकरण: अंतःस्रावी ग्रंथियाँ और हार्मोन; मानव अंतःस्रावी तंत्र – हाइपोथैलेमस, पीयूष ग्रंथि, पिनियल ग्रंथि, थायरॉइड ग्रंथि, पैराथायरॉयड ग्रंथि, एड्रिनल ग्रंथि, अग्नाशय, जनन ग्रंथि; हार्मोन क्रिया की क्रियाविधि (प्राथमिक अवधारणा); संदेशवाहकों और नियामकों के रूप में हार्मोन की भूमिका। अवक्रिया और अतिक्रिया एवं संबंधित विकार (सामान्य विकार जैसे बौनापन, अतिकायता, अवटुवामनता, गलगण्ड, नेत्रोत्सेधी गलगण्ड, डायबिटीज, एडीसन रोग)

एनटीए नीट सिलेबस कक्षा 12: जीव विज्ञान

प्रजनन:

  1. सजीवों में प्रजनन: प्रजनन, प्रजातियों की निरंतरता के लिए सभी सजीवों की एक विशिष्ट विशेषता; जनन की विधियाँ – अलैंगिक और लैंगिक; अलैंगिक जनन; विधियाँ – द्विखंडन, बीजाणुजनन, मुकुलन, जैम्यूल, विखंडन; पादपों में कायिक जनन।
  2. पुष्पी पादपों में लैंगिक जनन: पुष्प संरचना; नर और मादा युग्मकोद्भिद् का विकास; परागण – प्रकार, साधन ​​और उदाहरण; बहिःप्रजनन युक्तियाँ; पराग स्त्रीकेसर संकर्षण पारस्परिक क्रिया; द्विनिषेचन; निषेचन के बाद की घटनाएँ – भ्रूणपोष एवं भ्रूण का विकास, बीज का विकास और फल का निर्माण; विशेष विधियाँ – असंगजनन, अनिषेकफलन, बहुभ्रूणता; बीज और फल निर्माण का महत्व।
  3. मानव जनन: नर और मादा जनन तंत्र; वृषण और अंडाशय की सूक्ष्म शारीरिक रचना; युग्मक जनन – शुक्राणु जनन और अंड जनन; मासिक धर्म; निषेचन, बीजगुहा बनने तक भ्रूण का विकास, अंतर्रोपण; गर्भावस्था और बीजांडासन (प्लेसेंटा) का निर्माण (प्राथमिक अवधारणा); प्रसव (प्राथमिक अवधारणा); स्तनपान (प्राथमिक अवधारणा)।
  4. प्रजनन स्वास्थ्य: प्रजनन स्वास्थ्य की आवश्यकता और यौन संचारित रोगों (STD) की रोकथाम; जन्म नियंत्रण – आवश्यकता और तरीके, गर्भनिरोधक और चिकित्सीय गर्भपात (MTP); उल्बवेधन (एम्नियोसेंटेसिस); बंध्यता और सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकियाँ – IVF, ZIFT, GIFT (सामान्य जागरूकता के लिए प्राथमिक विचार)
     

आनुवंशिकी और उद्भव:

  1. आनुवंशिकता और विविधता: मेंडल वंशागति; मेंडल से विचलन- अपूर्ण प्रभाविता, सह-प्रभाविता, बहुअलील और रक्त समूहों की वंशागति, बहुप्रभाविता; बहुजीनी वंशागति की प्राथमिक अवधारणा; वंशागति का गुणसूत्र सिद्धांत; गुणसूत्र और जीन; लिंग निर्धारण – मनुष्यों, पक्षियों, मधुमक्खियों में; सहलग्नता और विनिमय; लिंग सहलग्न वंशागति – हीमोफिलिया, वर्णांधता; मनुष्यों में मेंडल के विकार – थैलेसीमिया; मनुष्यों में गुणसूत्र संबंधी विकार; डाउन सिंड्रोम, टर्नर और क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम।
  2. वंशागति का आण्विक आधार: आनुवंशिक सामग्री की खोज और आनुवंशिक सामग्री के रूप में DNA; DNA और RNA की संरचना; DNA पैकेजिंग; DNA प्रतिकृति; सेंट्रल डोग्मा; अनुलेखन, आनुवंशिक कोड, स्थानांतरण; जीन अभिव्यक्ति एवं नियमन – लैक प्रचालेक; जीनोम और मानव जीनोम परियोजना; DNA फिंगरप्रिंटिंग।
  3. विकास: जीवन की उत्पत्ति; जैविक विकास और जीवाश्मिकी से जैविक विकास के साक्ष्य, तुलनात्मक शारीर, भ्रूणविज्ञान और आण्विक साक्ष्य; डार्विन का योगदान, विकास का मॉडर्न सिंथेटिक सिद्धांत; विकास की क्रियाविधि – विविधता (उत्परिवर्तन और पुनर्योजन) और उदाहरण के साथ प्राकृतिक चुनाव, प्राकृतिक चयन के प्रकार; जीन प्रवाह और जीन अपवाह; हार्डी-वेनबर्ग का सिद्धांत; अनुकूली विकिरण; मानव का विकास।
     

जीव विज्ञान और मानव कल्याण:

  1. स्वास्थ्य एवं रोग; रोगजनक; मानव रोग पैदा करने वाले परजीवी (मलेरिया, फाइलेरिया, एस्केरिएसिस, टाइफाइड, निमोनिया, सामान्य जुखाम, अमीबता, दाद); प्रतिरक्षा विज्ञान की  मूलभूत अवधारणाएँ – टीके; कैंसर, HIV एवं AIDS; किशोरावस्था, नशीली दवाओं और शराब का दुरुपयोग।
  2. खाद्य उत्पादन में सुधार; पादप प्रजनन, ऊतक संवर्धन, एकल-कोशिका प्रोटीन, जैव संवर्धन; मधुमक्खी पालन और पशुपालन।
  3. मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव: घरेलू खाद्य प्रसंस्करण, औद्योगिक उत्पादन, वाहित मल उपचार, ऊर्जा निर्माण और जैव नियंत्रण कारक तथा जैव उर्वरक के रूप में।
     

जैव-प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग:

  1. जैव-प्रौद्योगिकी के सिद्धांत और प्रक्रिया: आनुवंशिक अभियांत्रिकी (पुनर्योगज DNA प्रौद्योगिकी)।
  2. स्वास्थ्य एवं कृषि में जैव-प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग: मानव इंसुलिन और टीके का उत्पादन, जीन थेरैपी; आनुवंशिक रूप से संशोधित जीव-Bt फसलें; पारजीवी जंतु (ट्रांसजेनिक एनीमल); जैव सुरक्षा के मुद्दे-बायोपाइरेसी और पेटेंट।
     

पारिस्थितिकी और पर्यावरण:

  1. सजीव एवं पर्यावरण: आवास और निकेत; जनसंख्या और पारिस्थितिक अनुकूलन; जनसंख्या संबंध – सहोपकारिता, स्पर्धा, परभक्षण, परजीविता; जनसंख्या विशेषताएँ – वृद्धि, जन्म दर और मृत्यु दर, आयु वितरण।
  2. पारितंत्र: पैटर्न, घटक; उत्पादकता और अपघटन; ऊर्जा प्रवाह; संख्या, जैव मात्रा, ऊर्जा के पिरामिड; पोषक चक्रण (कार्बन और फॉस्फोरस); पारिस्थितिक अनुक्रमण; पारिस्थितिक सेवाएँ – कार्बन स्थिरीकरण, परागण, ऑक्सीजन उत्सर्जन।
  3. जैव-विविधता एवं इसका संरक्षण: जैव-विविधता की अवधारणा; जैव विविधता के पैटर्न; जैव विविधता का महत्व; जैव विविधता की हानि; जैव-विविधता संरक्षण; हॉट स्पॉट, संकटापन्न जीव, विलोपन, रेड डेटा बुक, जीवमंडल संरक्षित क्षेत्र, राष्ट्रीय उद्यान एवं अभ्यारण।
  4. पर्यावरणीय मुद्दे: वायु प्रदूषण और उसका नियंत्रण; जल प्रदूषण और उसका नियंत्रण; कृषि रसायन और उनके प्रभाव; ठोस अपशिष्ट प्रबंधन; रेडियोसक्रिय अपशिष्ट प्रबंधन; ग्रीन हाउस प्रभाव और विश्वव्यापी उष्णता; ओजोन का क्रमिक ह्रास; वनों की कटाई; पर्यावरणीय मुद्दों को संबोधित करने वाली सफलता की कहानियों के रूप में किन्हीं तीन मामलों का अध्ययन (केस स्टडीज)।

परीक्षा ब्लूप्रिंट

पिछले वर्षों के आँकड़ों और प्रीवियस ईयर नीट पेपर्स के आधार पर, हमने नीट के सभी महत्वपूर्ण अध्यायों और प्रत्येक अध्याय से लिए गए प्रश्नों की संख्या की एक सूची तैयार की है। हमने प्रत्येक अध्याय का सापेक्ष अंक भार भी प्रदान किया है, ताकि विद्यार्थी उसी के अनुसार अपने अध्ययन की योजना बना सकें।

भौतिकी के टॉपिक वाइज वेटेज:

अध्याय का नाम प्रश्नों की  संख्या  अंक भार
प्रत्यावर्ती धारा 1 4 %
परमाणु 0-1 1.5 %
विद्युत धारा 2 8 %
विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति 2 6 %
वैद्युत आवेश एवं क्षेत्र 1 4.5 %
वैद्युत चुम्बकीय प्रेरण 1 4 %
वैद्युत चुम्बकीय तरंगें 1 5 %
स्थिर वैद्युत विभव तथा धारिता 1 4.5 %
गुरुत्वाकर्षण 0-1 2 %
अणुगति सिद्धांत 1 3 %
गति के नियम 1 3 %
चुंबकत्व एवं द्रव्य 1 2.5 %
तरलों के यांत्रिक गुण 0-1 2 %
ठोसों के यांत्रिक गुण 0-1 2 %
समतल में गति 0-1 1.5 %
सरल रेखा में गति 0-1 1.5 %
गतिमान आवेश और चुंबकत्व 1 2.5 %
नाभिक 0-1 1.5 %
दोलन 0-1 1.5 %
भौतिक जगत, मात्रक एवं माप 0-1 2 %
किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र 1 5 %
अर्धचालक इलेक्ट्रॉनिकी: पदार्थ, युक्तियाँ एवं सरल परिपथ 2 6 %
कणों के निकाय तथा घूर्णी गति 1 5%
द्रव्य के तापीय गुण 0-1 2 %
ऊष्मागतिकी 2 9 %
तरंग प्रकाशिकी 1 5 %
तरंगें 0-1 1.5 %
कार्य, ऊर्जा और शक्ति 1 4 %
कुल 45 100

रसायन विज्ञान का विषयवार वेटेज:

अध्याय का नाम (अकार्बनिक रसायन) प्रश्नों की  संख्या 
रासायनिक आबंधन 4
p-ब्लॉक तत्व 3
उपसहसंयोजन यौगिक 3
आवर्त सारणी और गुणधर्मों में आवर्तिता 2
d और f-ब्लॉक के तत्व 2
हाइड्रोजन 1
s-ब्लॉक तत्व 1
धातुकर्म 1
गुणात्मक विश्लेषण 1

 

अध्याय का नाम (कार्बनिक रसायन) प्रश्नों की  संख्या
ऐरोमैटिक यौगिक 3
IUPAC और समावयवता 2
दैनिक जीवन में रसायन 2
नाइट्रोजन युक्त कार्बनिक यौगिक 2
कार्बोनिल यौगिक 2
जैव-अणु 2
ऐल्किल हैलाइड, एल्कोहॉल और ईथर 2
ऐल्डिहाइड, कीटोन एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल 2
हाइड्रोकार्बन 2
सामान्य कार्बनिक रसायन 2
हैलोऐल्केन और बहुलक 2
पर्यावरणीय रसायन और प्रायोगिक कार्बनिक रसायन 2

 

अध्याय का नाम (भौतिक रसायन) प्रश्नों की  संख्या 
आयनिक साम्यावस्था 2
मोल अवधारणा 2
रासायनिक बलगतिकी 2
विलयन और अणुसंख्य गुणधर्म 2
पृष्ठ रसायन 1
ठोस अवस्था 1
वैद्युतरसायन 1
ऊष्मागतिकी और ऊष्मारसायन 1
गैसीय अवस्था 1
अपचयोपचय अभिक्रियाएँ 1
परमाणु संरचना और नाभिकीय रसायन 1

रसायन विज्ञान का विषयवार वेटेज:

रसायन विज्ञान प्रश्नों की  संख्या  प्रतिशत
अकार्बनिक रसायन 18 34%
कार्बनिक रसायन 25 34%
भौतिक रसायन 16 32%

वनस्पति विज्ञान का विषयवार वेटेज

अध्याय का नाम (वनस्पति विज्ञान टॉपिक) प्रश्नों की  संख्या  प्रतिशत
पादप विविधता 7 12%
पादप आकारिकी 4 7%
पादप शारीर 2 4%
जैव-अणु 2 3%
कोशिका जैविकी एवं कोशिका विभाजन 6 10%
पादप कार्यिकी 8 13%
पादप प्रजनन 5 9%
आनुवंशिकी एवं जैव-प्रौद्योगिकी 15 24%
मानव कल्याण में जीव विज्ञान 1 2%
पारिस्थितिकी 10 16%
कुल   100%

जूलॉजी का विषयवार वेटेज

अध्याय का नाम प्रश्नों की  संख्या  प्रतिशत
जंतु विविधता 3 10%
जंतु ऊतक 1 3%
जंतुओं में संरचनात्मक रचना 1 2%
मानव शरीर विज्ञान 13 45%
मानव प्रजनन एवं प्रजनन संबंधी स्वास्थ्य 5 18%
उद्भव और विकास 3 10%
पशुपालन 1 3%
मानव स्वास्थ्य एवं रोग 3 9%
कुल   100%

नीट परीक्षा एक्जाम टिप्स 2023

Study Plan to Maximise Score

नीट एक्जाम टिप्स 2023: आर्टिकल के इस खंड में नीट परीक्षा 2023 तैयारी के लिए सबसे प्रभावी टिप्स और रणनीतियां दी गई हैं। NEET-UG 2023 परीक्षा भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान पर केंद्रित होगी, जिसका सिलेबस काफी व्यापक और कठिन होता है। पूरे पाठ्यक्रम को एक निर्धारित समय सीमा के अंदर कवर करना काफी चैलेंजिंग होता है और इसलिए अक्सर नीट परीक्षा को अच्छे नंबरों से क्रैक करने के लिए अभ्यर्थी एक सर्वोत्तम स्टडी प्लान की तलाश करते हैं। क्योंकि सही योजना और तरीके को अपनाकर  किसी भी परीक्षा को क्रैक करना और अच्छी रैंक प्राप्त करना संभव है। इसलिए आपकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए हमने विषयवार परीक्षा करने की तैयारी को समझाया है।

भौतिकी की तैयारी के लिए सुझाव
अभ्यर्थियों के लिए नीट भौतिकी की तैयारी काफी कठिन होती है क्योंकि इसमें कई गणितीय पदों और संकेतों, सूत्रों और लंबी गणनाओं को याद रखना पड़ता है। कुछ महत्वपूर्ण हैं टॉपिक जो अति महत्वपूर्ण हैं और जिनको अच्छे से पढ़कर आपकी उच्च अंक प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाएगी, उनमें यांत्रिकी, ऊष्मागतिकी, आधुनिक भौतिकी, विद्युत-गतिकी, प्रकाशिकी, तरंगें इत्यादि शामिल हैं। हालांकि, अभ्यर्थियों को यह सलाह दी जाती है कि वे स्वयं को सर्वोत्तम तरीके से तैयार करने के लिए कक्षा 11 और 12 के पूरे पाठ्यक्रम का अध्ययन करें ताकि नीट के भौतिकी विषय में सफलता प्राप्त की जा सके।

रसायन विज्ञान की तैयारी के लिए सुझाव
रसायन विज्ञान के टॉपिक की तैयारी तीन भागों में विभाजित है, जो कार्बनिक, अकार्बनिक और भौतिक हैं। विस्तृत पाठ्यक्रम को कवर करने के लिए, अभ्यर्थियों को सबसे पहले पाठ्यक्रम को अलग-अलग करने की आवश्यकता होती है, जिससे उन्हें पहले आसान टॉपिक को चुनने में सहायता मिलेगी। पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करना रसायन विज्ञान के उन महत्वपूर्ण टॉपिक के दायरे को निर्धारित करने के लिए प्राथमिक मानदंडों में से एक है, जिनसे अक्सर नीट में प्रश्न पूछे जाते हैं। इन टॉपिक में मुख्य रूप से रासायनिक आबंध, p-ब्लॉक तत्व, उपसहसंयोजक यौगिक शामिल हैं। ज्यादातर अभ्यर्थी रसायन विज्ञान को आसान और स्कोरिंग मानते हैं, लेकिन इसके लिए निरंतर अभ्यास की भी आवश्यकता होती है। नीट के अपडेटेड परीक्षा पैटर्न को देखने की भी सलाह दी जाती है।

जीव विज्ञान की तैयारी के लिए सुझाव
जीव विज्ञान की तैयारी में वनस्पति विज्ञान और जंतु विज्ञान दोनों शामिल हैं क्योंकि प्रत्येक विषय से प्रश्न पूछे जाएंगे। कुछ महत्वपूर्ण विषय जैव-प्रौद्योगिकी, पारिस्थितिकी, पादप कार्यिकी, आनुवांशिकी, जन्तु कार्यिकी इत्यादि हैं। नीट परीक्षा के जीव विज्ञान विषय में सफलता प्राप्त करने के लिए, सबसे पहले, अभ्यर्थियों को महत्वपूर्ण टॉपिक और टॉपिक के कठिन स्तरों को समझने की आवश्यकता होती है। यह पाठ्यक्रम पूरा करने का सही तरीका है।

नीट की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को पूरी पाठ्यसामग्री को एक जगह शॉर्ट में लिखें और उसके बाद उन विषयों के महत्व के आधार पर उनको विभाजित करके उसकी तैयारी करना शुरू करें। इस तरह से पढ़ाई करने से आपकी तैयारी निर्धारित वक्त में पूरी हो जाएगी। इसके साथ ही टॉपिक का अभ्यास और पुनरावलोकन साथ-साथ करना भी आवश्यक है। 

नीट परीक्षा (NEET Exam) में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान सहित सभी तीन विज्ञान शामिल हैं। विस्तृत अध्ययन योजना का पालन करके ही अभ्यर्थी नीट परीक्षा में सफल हो सकते हैं। चूँकि समय और पाठ्यक्रम का अनुपात व्यापक रूप से अलग-अलग है, इसलिए तीनों विज्ञानों को समान महत्व देते हुए एक संपूर्ण नीट अध्ययन योजना की रणनीति बनाना जरूरी है। नीट परीक्षा की तैयारी के लिए बचे हुए विभिन्न अवधियों के आधार पर, निम्नलिखित अध्ययन योजनाएँ अभ्यर्थियों को नीट की सर्वोत्तम संभव तैयारी करने में सहायता कर सकती हैं:

आठ महीने की अध्ययन योजना:

जीवविज्ञान (वनस्पति एवं जंतु विज्ञान) के अध्यायों की संख्या 10
रसायन विज्ञान (कार्बनिक, अकार्बनिक और भौतिक रसायन) के अध्यायों की संख्या 31
भौतिकी के अध्यायों की संख्या 19
तैयारी की कुल अवधि (महीने में) 8 महीने (240 दिन)
अध्ययन एवं पुनरावलोकन का विषयवार वितरण प्रत्येक विषय के लिए 60 दिन (कुल 180 दिन)
मॉक टेस्ट का अभ्यास करने के लिए समय अवधि (दिनों में) 60 दिन

छः महीने की अध्ययन योजना:

जीवविज्ञान (वनस्पति एवं जंतु विज्ञान) के अध्यायों की संख्या 10
रसायन विज्ञान (कार्बनिक, अकार्बनिक और भौतिक रसायन) के अध्यायों की संख्या 31
भौतिकी के अध्यायों की संख्या 19
तैयारी की कुल अवधि (महीने में) 6 महीने (180 दिन)
अध्ययन एवं पुनरावलोकन का विषयवार वितरण प्रत्येकविषयकेलिए 45 दिन (कुल 135 दिन)
मॉक टेस्ट का अभ्यास करने के लिए समय अवधि (दिनों में) 45 दिन

तीन महीने की अध्ययन योजना:

जीवविज्ञान (वनस्पति एवं जंतु विज्ञान) के अध्यायों की संख्या 10
रसायन विज्ञान (कार्बनिक, अकार्बनिक और भौतिक रसायन) के अध्यायों की संख्या 31
भौतिकी के अध्यायों की संख्या 19
तैयारी की कुल अवधि (महीने में) 3 महीने (90 दिन)
अध्ययन एवं पुनरावलोकन का विषयवार वितरण प्रत्येकविषयकेलिए 45 दिन (कुल 180 दिन)
मॉक टेस्ट का अभ्यास करने के लिए समय अवधि (दिनों में) 45 दिन

एनटीए नीट 2023 में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सुझाव

नीट में कड़ी प्रतिस्पर्धा होती इसलिए विद्यार्थियों को सिर्फ स्कूल या कॉलेज की पढ़ाई तक सिमित नहीं रहना चाहिए बल्कि खुद से जितना हो सके उतना पढ़ना चाहिए। वर्तमान का युग तकनीक का युग है। अतः आपको पढ़ाई के अपडेट रहना भी बहुत जरूरी है। पढ़ाई के लिए इंटरनेट का सहारा लेना चाहिए। 

  1. किसी भी परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए नोट्स बनाना एक बहुत बढ़िया तरीका माना जाता है। नोट्स बनाने के बाद आपको उनको गहराई से चेक करके यह देखना है कि वो कौन से सेक्शन हैं जिनसे परीक्षा में बहुत ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं। उन प्रश्नों की एक अलग लिस्ट बनाकर उसको कवर करना शुरू करना चाहिए।   
  2. एक निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरे पेपर को हल करने हेतु प्रत्येक खंड के लिए समय को डिवाइड करना आवश्यक है। अभ्यर्थी को समय बचाने के लिए यदि शॉर्टकट ट्रिक का सहारा लेना चाहिए पर पहले शॉर्टकट ट्रिक का अच्छे से उपयोग करना सीखना चाहिए। परीक्षा में समय का बहुत महत्व होता है इसलिए आपको पढ़ाई के समय यह देखना चाहिए कि आप एक प्रश्न को हल करने में कितना समय ले रहे हैं। अगर निर्धारित वक्त से ज्यादा समय लग रहा है तो अपनी पढ़ाई की गति को और तेज करने का प्रयास करिए। 
  3. सकारात्मक दृष्टिकोण किसी भी शैक्षणिक या व्यावसायिक परीक्षा में सफलता की कुंजी है। सकारात्मक दृष्टिकोण से आपके अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है। आपको ऐसे लोगों की संगत में भी नहीं रहना चाहिए जो हमेशा नेगेटिव बात करते हैं क्योंकि इससे आपका मनोबल कम हो सकता है। पॉजिटिव लोगों के साथ रहने से आपका मनोबल ऊँचा रहेगा।  
  4. दी गई समय सीमा के भीतर पेपर को हल करने के लिए आपको पीछे साल के पेपरों को ज्यादा से ज्यादा हल करना चाहिए। स्व-मूल्यांकन का सबसे बढ़िया तरीका यही है। क्योंकि इससे आप जान पाएंगे कि एक सवाल को हल करने में आपका कितना टाइम लग रहा है। यह पता चल जाने के बाद आपको अपनी गति और सटीकता पर कार्य करना शुरू कर देना चाहिए।   
  5. परीक्षा केंद्र पर हमेशा समय से पहले पहुंचे, ताकि आपके पास आराम करने और आगामी परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का समय मिल सके।
  6. यह एक लिखित परीक्षा है इसलिए OMR शीट में सभी जानकारी को ध्यान से भरा जाना चाहिए, और सभी विकल्पों को सही ढंग से भरने का ध्यान रखना चाहिए।
  7. प्रश्नपत्र हल करना शुरू करने से पहले, निर्देशों को ध्यान से पढ़ें ताकि बाद में कोई अनावश्यक बाधाएं उत्पन्न न हों।
  8. नीट परीक्षा 2023 में निगेटिव मार्किंग की जाएगी है, इसलिए अभ्यर्थी को केवल उन्हीं प्रश्नों को हल करना चाहिए जिनके बारे में वे कन्फर्म हैं।
  9. अभ्यर्थियों को गहन पढ़ाई के साथ-साथ उन्नत और उचित तकनीकों और दृष्टिकोणों का ज्ञान रखना भी महत्वपूर्ण है। विद्यार्थी अक्सर उन नीट ई-लर्निंग कक्षाओं से अपने शिक्षण को पूरित करते हैं जो नीट परीक्षाओं में सफलता पाने के प्राथमिक लक्ष्य पर केंद्रित होते हैं, इस प्रकार विद्यार्थी से क्यूरेटिंग सामग्री का कठिन काम हटाया जाता है। विद्यार्थी केवल सामग्री और परीक्षा देने पर ही ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

एनटीए नीट 2023 के लिए महत्वपूर्ण आध्याय

यहाँ नीट परीक्षा महत्वपूर्ण अध्याय (NTA NEET Important Chapters) की सूची दी गई है जिन पर विद्यार्थियों को अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए, क्योंकि वे परीक्षा में बार-बार  आते हैं। अत: इन अध्यायों को अच्छी तरह से पढ़ने से अभ्यर्थियों के सफल होने की संभावना बढ़ जाएगी।

भौतिकी से महत्वयूर्ण अध्याय:

  1. गति के नियम
  2. चालक
  3. कार्य, ऊर्जा एवं शक्ति
  4. ऊष्मा एवं ऊष्मागतिकी
  5. घूर्णन गति
  6. आधुनिक भौतिकी
  7. विद्युत
  8. चुंबकत्व
  9. प्रकाशिकी 

रसायन विज्ञान से महत्वपूर्ण अध्याय:

  1. रासायनिक ऊष्मागतिकी
  2. जैव-अणु एवं बहुलक
  3. तत्त्वों का आवर्ती वर्गीकरण 
  4. ठोस अवस्था
  5. रासायनिक गतिकी
  6. एल्कोहॉल एवं ईथर
  7. कार्बनिक रसायन मूलभूत सिद्धांत
  8. p-ब्लॉक तत्व
  9. मोल अवधारणा
  10. उपसहसंयोजक यौगिक 
  11. s-ब्लॉक तत्व
  12. रासायनिक आबंध एवं आण्विक संरचना
  13. ऐमीन एवं डाइऐजोनियम लवण
  14. एल्केन, एल्कीन एवं एल्काइन

जीव विज्ञान से महत्वपूर्ण अध्याय:

  1. कोशिका – जीवन की इकाई
  2. कोशिका चक्र एवं कोशिका विभाजन
  3. जैविक वर्गीकरण
  4. जंतु जगत
  5. पर्यावरणीय मुद्दे
  6. पुष्पी पादप में लैंगिक प्रजनन
  7. वंशागति का आण्विक आधार
  8. मानव स्वास्थ्य एवं रोग
  9. शरीर द्रव और परिसंचरण
  10. रासायनिक समन्वय
  11. मानव प्रजनन
  12. वंशागति और विविधता का सिद्धांत
  13. वनस्पति जगत
  14. उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण
  15. श्वसन एवं गैसों का विनिमय
  16. भोजन का पाचन एवं अवशोषण
  17. जैव विविधता
  18. पुष्पी पादपों की आकारिकी
  19. जैव प्रौद्योगिकी – सिद्धांत एवं प्रक्रिया

प्रीवियस ईयर नीट एग्जाम एनालिसिस 2022

Previous Year Analysis

पिछले वर्ष की कट-ऑफ

यहाँ नीट 2021 कटऑफ और नीट 2020 कट-ऑफ दी गई हैं। विद्यार्थी इसे देखकर अनुमान लगा सकते हैं कि नीट 2023 कटऑफ को क्लियर करने के लिए उन्हें कितने अंक हासिल करने होंगे।

नीट 2021 कटऑफ स्कोर

श्रेणी कटऑफ स्कोर (2021)
सामान्य 720-138
SC (अनुसूचित जातियाँ) 137-108
ST (अनुसूचित जन जातियाँ) 137-108
OBC (अन्य पिछड़ी जातियाँ ) 137-108
SC (PH) 121-108
ST (PH) 121-108
OBC (PH) 121-108
UR (अनारक्षित श्रेणी/EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग श्रेणी)/PH 137-122

नीट 2020 कटऑफ स्कोर एवं पर्सेंटाइल

श्रेणी कटऑफ स्कोर (2020) कटऑफ पर्सेंटाइल (2020)
सामान्य 720-147 50वाँ पर्सेंटाइल
SC (अनुसूचित जातियाँ) 146-113 40वाँ पर्सेंटाइल
ST (अनुसूचित जन जातियाँ) 146-113 40वाँ पर्सेंटाइल
OBC (अन्य पिछड़ी जातियाँ ) 146-113 40वाँ पर्सेंटाइल
SC (PH) 128-113 40वाँ पर्सेंटाइल
ST (PH) 128-113 40वाँ पर्सेंटाइल
OBC (PH) 128-113 40वाँ पर्सेंटाइल
UR (अनारक्षित श्रेणी/EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग श्रेणी)/PH 146-129 45वाँ पर्सेंटाइल

 

पिछले वर्ष की टॉपर सूची

पिछले वर्ष के नीट टॉपर्स और उनकी रैंक एवं उनके द्वारा हासिल अंकों पर एक नजर नीचे दी गई टेबल के माध्यम से डालें।

अखिल भारतीय नीट टॉपर लिस्ट:

टॉपर का नाम (2020) प्राप्त अंक अखिल भारतीय रैंक
शोएब आफताब 720 1
आकांक्षा सिंह 720 2
तुम्मला स्निकिता 715 3
विनीत शर्मा 715 4
अमृशा काइतन 715 5
गुथी चैतन्य सिंधु 715 6
सात्विक गोदारा 711 7
सृजन आर 710 8
कार्तिक रेड्डी 710 9
मात्रावाडिया मन्नित 710 10
अनंत पाराकारा बी नूकला 710 11
आयशा एस 710 12
कोटा वेंकट 710 13
बारेड्डी साईं ट्रिशा रेड्डी 710 14
गुरकीरत सिंह 710 15
भावना मानस 710 16
अभ्युदय प्रताप सिंह 710 17
शेख खदीर 710 18
जंत्ये आशीष अविनाश 710 19
लोक शेखर सात्विक शर्मा 710 20

राज्य-वार टॉपर सूची:

टॉपर का नाम प्राप्त अंक राज्य
आकांक्षा सिंह 720 दिल्ली
शोएब आफताब 720 उड़ीसा
गुथी चैतन्य सिंधु 715 आंध्र प्रदेश
तुम्मला स्निकिता 715 तेलंगाना
अमृशा काइतन 715 हरियाणा
विनीत शर्मा 715 राजस्थान
मात्रावाडिया मन्नित 710 गुजरात
जंत्ये आशीष अविनाश 710 महाराष्ट्र
कार्तिक रेड्डी 710 कर्नाटक
गुरकीरत सिंह 710 चंडीगढ़
अभ्युदय प्रताप सिंह 710 उत्तरप्रदेश
आयशा एस 710 केरल
सृजन आर 710 तमिलनाडु
इशिता गर्ग 706 पंजाब
तान्या राज 705 छत्तीसगढ़
विवेक कुमार 705 पश्चिम बंगाल
पृथ्वी राज सिंह 705 बिहार
रोहित वेंकटसिम्हा गोलापुडी 700 अन्य
सिबानुज बोर्कोटोकी 700 असम
चिभिशा एम 700 पुद्दुचेरी
सौम्या शुक्ला 696 मध्यप्रदेश
अविक्षित गुप्ता 695 जम्मू एवं कश्मीर
आरण्यक देबनाथ 695 त्रिपुरा
आशीष पंत 695 उत्तराखंड
जारुबिल आकांक्षा 692 झारखंड
भाव्या शर्मा 685 हिमाचल प्रदेश
शेख रुबिया अब्दुस्सलाम 675 गोवा
समानंद यमनम 661 मणिपुर
कृतिका प्रियदर्शिनी 630 अरुणाचल प्रदेश
संतोष बोर्मोन 623 मेघालय
स्नेहा एलिज़ाबेथ लाल 613 अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
मुर्तजा अली 570 लद्दाख
मानसी सुब्बा 562 सिक्किम
पुलक जैन 518 नागालैंड
मलसवदवंगलिंग 496 मिज़ोरम

नीट परीक्षा परामर्श 2023

Exam counselling

छात्र परामर्श

नीट करने के फायदे यह है कि नीट एग्जाम पास करने वाले उम्मीदवारों के लिए मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए नीट 2023 काउंसलिंग आयोजित की जाएगी। मेडिकल काउंसलिंग समिति 15% ऑल इंडिया क्वालिफाइंग (AIQ) सीटों के लिए काउंसलिंग आयोजित करेगी, जबकि राज्य अपनी काउंसलिंग प्रक्रिया खुद करेंगे। नीट काउंसलिंग ऑनलाइन होगी, और विद्यार्थियों को अपने विवरण और कॉलेजों की प्राथमिकता सूची के साथ ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। MCC सफल अभ्यर्थियों के नाम अपनी वेबसाइट पर सूचित करेगा।

नीट काउंसलिंग प्रक्रिया 2023

एनटीए विभिन्न मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट यूजी 2023 काउंसलिंग का भी आयोजन करेगा। नीट यूजी परिणाम 2023 की आधिकारिक घोषणा के बाद काउंसलिंग सत्र शुरू होगा।नीट काउंसलिंग का आयोजन मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा अपनी आधिकारिक वेबसाइट यानी mcc.nic.in पर किया जाएगा।NEET काउंसलिंग के पहले दो राउंड 15% अखिल भारतीय कोटा (AIQ), AIIMS, AFMC, ESIC, JIPMER और डीम्ड और सेंट्रल यूनिवर्सिटी के तहत किए जाते हैं। फिर, उन 15% AIQ सीटों को छोड़कर, जिन पर पहले दौर में विचार किया गया था, एक मॉप-अप राउंड होता है। संबंधित राज्य के अधिकारी उन 85% राज्य कोटे की सीटों को तय करते हैं। नीचे यूजी नीट 2023 की काउंसलिंग प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया है:

एनटीएन नीट काउंसलिंग 2023 डेट्स

एनटीए नीट 2023 परीक्षा समाप्त होने के बाद, अधिकारी नीट 2023 काउंसलिंग की तारीख (NEET 2023 Counselling Dates) जारी करेंगे। नीट काउंसलिंग डेट्स रिलीज होने के बाद, नीचे दी गई तालिका को अपडेट कर दिया जाएगा। UG NEET 2023 काउंसलिंग तिथियों की जाँच करें:

इवेंट तिथियां 
एआईक्यू, डीम्ड, सीआई के लिए पहले दौर की काउंसलिंग अधिसूचना जारी की जाएगी 
एआईक्यू, डीम्ड, सीआई के लिए पहले दौर की काउंसलिंग के बाद शामिल होने की अंतिम तिथि अधिसूचना जारी की जाएगी 
एआईक्यू, डीम्ड, सीआई के लिए काउंसलिंग का दूसरा दौर अधिसूचना जारी की जाएगी 
एआईक्यू, डीम्ड, सीआई के लिए दूसरे दौर की काउंसलिंग के बाद शामिल होने की अंतिम तिथि अधिसूचना जारी की जाएगी 
डीम्ड, सीआई के लिए काउंसलिंग का मॉप-अप राउंड अधिसूचना जारी की जाएगी 
डीम्ड, सीआई के लिए मॉप-अप राउंड के बाद शामिल होने की अंतिम तिथि अधिसूचना जारी की जाएगी 

 

नीट यूजी 2023 काउंसलिंग प्रोसेस

1. MCC वेबसाइट होमपेज पर ‘उम्मीदवार लॉगिन’ पर क्लिक करें।
2. अपना अनुक्रमांक और पासवर्ड एंटर करें।
3. नए पेज पर पूछे गए विवरण दर्ज करें और ‘जमा करें’ पर क्लिक करें।
4. पेज पर सभी सूचनाओं को ध्यान से देखें, और सत्यापित करें कि यह सही है। सुनिश्चित हो जाने पर, ‘पंजीकरण की पुष्टि करें’ पर क्लिक करें। एक पंजीकरण पर्ची उत्पन्न होगी। इस पेज को सेव करें, क्योंकि यह पंजीकरण पूरा करने का प्रमाण है।

एनटीए नीट काउंसलिंग 2023 फीस का भुगतान

प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अभ्यर्थियों को काउंसलिंग फीस (NTA NEET 2023 Counseling Fee )का भुगतान करना होगा। अभ्यर्थियों को दो प्रकार के काउंसलिंग शुल्क का भुगतान करना होगा: गैर-वापसी योग्य शुल्क और वापसी योग्य शुल्क, जिसे अभ्यर्थी के ट्यूशन में समायोजित किया जाएगा। शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम जैसे क्रेडिट कार्ड / डेबिट कार्ड / नेट बैंकिंग के जरिए किया जा सकता है। नीचे दी गई तालिका में नीट काउंसलिंग फीस 2023 का विवरण प्राप्त करें-

एनटीए नीट काउंसलिंग 2023 फीस विवरण

श्रेणी गैर-वापसी योग्य पंजीकरण शुल्क वापसी योग्य ट्यूशन शुल्क
15% AIQ/ केंद्रीय विश्वविद्यालय मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय 15% AIQ/ केंद्रीय विश्वविद्यालय मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय
UR रु. 1,000 रु. 5,000 रु. 10,000 रु. 2,00,000
SC/ST/OBC/PwD रु. 500 रु. 5,000 रु. 5,000 रु. 2,00,000

एनटीए नीट 2023 ऑप्शन एंट्री और लॉकिंग 

इस चरण में, अभ्यर्थियों को अपनी प्राथमिकताएँ प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है। स्क्रीन पर कॉलेजों की एक सूची दिखाई गई है, और अभ्यर्थी प्राथमिकता के क्रम में जितने चाहें उतने विकल्प भर सकते हैं। अभ्यर्थी ‘विकल्प लॉक करें’ पर क्लिक करके अपनी प्राथमिकताएँ लॉक कर सकते हैं। याद रखें कि इस बिंदु के बाद किसी भी बदलाव की अनुमति नहीं है, इसलिए अभ्यर्थियों को बहुत सावधान रहना चाहिए। साथ ही, विकल्प लॉक पेज का प्रिंट आउट लेना न भूलें।

एनटीए नीट 2023 सीट आवंटन 

प्रत्येक राउंड के बाद, MCC चयनित अभ्यर्थियों को नीट सीट अलॉटमेंट लेटर जारी करने के बाद एक सूची के रूप में सीट आवंटन परिणाम जारी करता है। प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अभ्यर्थियों को आवंटित कॉलेजों (Colleges allotted to NTA NEET)को अलॉटमेंट लेटर और अन्य दस्तावेजों के साथ रिपोर्ट करना होगा।

एनटीए नीट 2023 में ऑल इंडिया कोटा (AIQ) (15% सीटें) के तहत योग्यता सूची 

कुल उत्तीर्ण विद्यार्थियों के शीर्ष 15% ऑल इंडिया कोटे (NTA NEET All India Quota) के तहत आने वाली सीटों के लिए पात्र होंगे। यह कटऑफ 720 में से 470 अंक पर होने की उम्मीद है।

एनटीए नीट 2023 में राज्य कोटे के तहत सीटों के लिए योग्यता सूची (शेष 85%)

प्रत्येक राज्य से सफल अभ्यर्थियों की एक सूची संबंधित राज्य के मेडिकल शिक्षा निदेशालय को सीटों के आवंटन के उद्देश्य से या तो ऑनलाइन काउंसलिंग के माध्यम से या व्यक्तिगत उपस्थिति के माध्यम से भेजी जाती है, जो राज्य में लागू कानूनों के अधीन है।

एनटीएन नीट 2023 में AFMC और अन्य चिकित्सा विश्वविद्यालयों/संस्थानों के लिए योग्यता सूची

AFMC के लिए आवश्यक फॉर्म भरने वाले सफल अभ्यर्थियों की एक सूची सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय और भारत सरकार को दूसरे चरण की काउंसलिंग और स्क्रीनिंग के लिए भेजी जाती है।

नीट एडमिट कार्ड 2023

Admit Card

नीट फीस के साथ सफलतापूर्वक आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए एनटीए द्वारा नीट 2023 एडमिट कार्ड (NEET Admit Card 2023) आधिकारिक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर किया जाएगा। नीट एडमिट कार्ड 2023 डाउनलोड करने की पूरी प्रक्रिया नीचे क्रमबद्ध तरीके से दी जा रही है। हॉल टिकट पर नीट एग्जाम सेंटर  की जानकारी दी गई होगी। उम्मीदवार निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करके हॉल टिकट डाउनलोड कर सकते हैं:

नीट एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए निम्नलिखित प्रकिया का पालन करें:

  1.  एनटीए नीट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
  2.  लॉगिन टैब में क्लिक करें
  3.  आवेदन संख्या और अन्य विवरण दर्ज करें
  4.  सबमिट बटन पर क्लिक करें
  5.  आपके सामने एडमिट कार्ड दिखने लगेगा
  6. अब इसका एक प्रिंट आउट निकाल लें।

परीक्षा उत्तर कुंजी / हल - लाइव

Exam Answer key

शिफ्ट/दिनवार उत्तर कुंजी

Embibe द्वारा नीट 2023 हल सहित पेपर जारी कर दिया गया है। हल सहित नीट प्रश्न पत्र डाउनलोड लिंक पर क्लिक कर नीट 2023 पेपर प्रश्नों के समाधान चेक करें और नीट आंसर की देखें।

नीट रिजल्ट 2023

Exam Result

एनटीए नीट 2023 रिजल्ट (NEET Result 2023) आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। उम्मीदवार वहां से परिणाम की जांच या डाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षा समाप्त होने के बाद अथॉरिटीज पहले neet nta nic in पर प्रोविजनल नीट आंसर की 2023 जारी करेंगी और फिर उसके बाद ऑफिशियल नीट फाइनल आंसर की 2023 जारी करेंगी। यदि उम्मीदवार को प्रोविजनल आंसर की में किसी प्रश्न के उत्तर पर कोई आपत्ति है, तो वह इसके बारे में अपनी आपत्ति उठा सकता है, जिसके बाद परीक्षा प्राधिकरण इस पर विचार करेगा और नीट अंतिम उत्तर कुंजी 2023 जारी करेगा।

 उम्मीदवार नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करके आधिकारिक वेबसाइट से परिणाम की जांच कर सकते हैं।

  1.  आधिकारिक नीट वेबसाइट पर जाएं
  2.  नीट रिजल्ट 2023 टैब पर क्लिक करें
  3.  अपना आवेदन संख्या और अन्य विवरण दर्ज करें
  4.  आपका नीट 2023 स्कोर कार्ड स्क्रीन पर दिखाई पड़ेगा।
  5.  अपने नीट रिजल्ट का प्रिंट आउट ले लें

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Freaquently Asked Questions

प्रश्न : नीट का फुल फॉर्म क्या है?
उत्तर :  नीट फुल फॉर्म (NEET Full Form) नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट है। हिंदी में नीट का पूरा नाम राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा कहलाता है।

प्रश्न : नीट हेतु आवेदन करने के लिए कक्षा 12 बोर्ड में न्यूनतम कितने प्रतिशत अंक आवश्यक होते हैं?
उत्तर : अभ्यर्थी को अपनी संबंधित बोर्ड परीक्षा में इन विषयों को उनकी श्रेणी के लिए न्यूनतम प्रतिशत से अधिक (सामान्य के लिए 50%, SC/ST/OBC/PwBD के लिए 40%) के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। इस वर्ष अपने बोर्ड के लिए उपस्थित होने वाले विद्यार्थी भी प्रोविजनल रूप से परीक्षा दे सकते हैं।

प्रश्न 3. नीट एग्जाम डेट क्या है?
उत्तर. नीट 2023 एग्जाम डेट 7 मई, 2023 है।

प्रश्न 4. क्या नीट की परीक्षा कठिन है?
उत्तर. हाँ, नीट परीक्षा काफी कठिन परीक्षा है। हालांकि, सही तरीके से अध्ययन और समय प्रबंधन के साथ, विद्यार्थी आसानी से परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं। 

प्रश्न 5. नीट 2023 के फॉर्म कब भरे जाएंगे? 
उत्तर. NEET 2023 के लिए आधिकारिक नोटिस जारी कर दी गई है। आधिकारिक सूचना के मुताबिक नीट 2023 फॉर्म भरने की प्रक्रिया 6 मार्च से शुरू कर दी गई है। उम्मीदवार 6 अप्रैल, 2023 तक नीट 2023 के लिए आवेदन कर सकते हैं।  

प्रश्न 6. नीट एडमिट कार्ड कब आएगा? 
उत्तर. नीट परीक्षा 202 के लिए एनटीए द्वारा नीट 2023 एडमिट कार्ड  एग्जाम शुरू होने से कुछ दिनों पहले जारी किया जाएगा। 

प्रश्न 7. नीट फुल फॉर्म इन इंग्लिश में क्या होता है?
उत्तर.  नीट फुल फॉर्म इन इंग्लिश National Eligibility cum Entrance Test होता है।

प्रश्न 8. नीट में कितने चांस मिलते है?
उत्तर.  नीट की परीक्षा शामिल होने के लिए ऊपरी सीमा समाप्त करने के बाद नीट की परीक्षा में शामिल होने के लिए समय सीमा नही है। 

प्रश्न 9. मैं नीट 2023 परीक्षा के लिए किस उम्र तक उपस्थित हो सकता हूं?
उत्तर.  नीट एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के अनुसार अब परीक्षा में शामिल होने के लिए ऊपरी सीमा को हटा दिया गया है। 

प्रश्न 10. नीट काउंसलिंग प्रक्रिया कब शुरू होगी? 
उत्तर.  नीट रिजल्ट 2023 की घोषणा के कुछ दिनों बाद, एमसीसी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके लिए जल्द ही तारीखों की सूचना दी जाएगी।

समान परीक्षाएं

Similar Exam

समांतर परीक्षाओं की सूची

निम्नलिखित परीक्षाएँ ऐसी परीक्षाएँ हैं जिन्हें नीट परीक्षा के बराबर माना जा सकता है:

परीक्षा का नाम प्रस्तावित पाठ्यक्रम परीक्षा संचालन प्राधिकरण
NEET PG MD/MS/PG डिप्लोमा/DNB पोस्ट-MBBS राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBE)
NEET MDS MDS/PG डिप्लोमा (डेंटल) राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBE)
FMGE (फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम) भारत में प्रैक्टिस करने हेतु लाइसेंस प्राप्त करने के लिए फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBE)
NEET SS डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन, मास्टर्स ऑफ सर्जरी राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBE)
AIAPGET MD, MS, PG डिप्लोमा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA)
JIPMER PG MD, MS, MDS जवाहरलाल स्नातकोत्तर मेडिकल शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान
AIIMS PG MD, MS, DM, M.Ch, MDS अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली
PGIMER MD, MS स्नातकोत्तर मेडिकल शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान छत्तीसगढ़
NIMHANS MD, DM, M.Ch राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान संस्थान
FET
(फेलोशिप प्रवेश परीक्षा)
पोस्ट डॉक्टरेट FNB परीक्षा एवं पाठ्यक्रम राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड

आगामी परीक्षा

Similar

आगामी परीक्षाओं की सूची

नीट यूजी (NEET-UG) में भाग लेने वाले विद्यार्थी विभिन्न व्यवसाय मार्गों (करियर पाथ) पर विचार कर सकते हैं। इनमें से कुछ हैं:

  1. एक व्यावसायिक चिकित्सक: विद्यार्थी अस्पतालों में काम कर सकते हैं, या मरीजों के इलाज के लिए अपनी निजी प्रैक्टिस कर सकते हैं।
  2. डेंटिस्ट के रूप में: विद्यार्थी डेंटल मेडिसिन का काम कर सकते हैं, और उस क्षेत्र में विशेषज्ञ बन सकते हैं।
  3. आयुर्विज्ञान के एक विशेष क्षेत्र में कैरियर: विद्यार्थी अनुसंधान का विकल्प चुन सकते हैं, और आयुर्विज्ञान को आगे बढ़ा सकते हैं।
  4. स्पेशलाइज्ड मेडिसिन प्रैक्टिसनर: MBBS कोर्स पूरा करने के बाद, अभ्यर्थी एनाटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी, डर्मेटोलॉजी, ENT, वेनेरोलॉजी, जेरियाट्रिक्स, फोरेंसिक साइंस इत्यादि के क्षेत्र में मास्टर्स डिग्री हासिल कर सकता है।
  5. स्वास्थ्य देखभाल और अस्पताल प्रबंधन: भविष्य में, विद्यार्थी सक्रिय रोगी उपचार के बजाए अस्पताल प्रबंधन पर ध्यान देने का निर्णय भी ले सकते हैं।

स्व-मूल्यांकन का बेहतरीन उपाय - प्रतिदिन करें AI-पावर्ड पर्सनलाइज्ड नीट टेस्ट का अभ्यास