
जेईई मेन बेस्ट बुक्स 2025 – पूरी सूची यहाँ देखें
June 8, 2022जेईई मेन्स मार्क्स बनाम रैंक 2025 (JEE Main Marks Vs Rank in Hindi): सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश पाने के इच्छुक जेईई मेन के उम्मीदवारों को जेईई मेन्स मार्क्स बनाम रैंक 2025 से अवगत होना चाहिए। जेईई मेन 203 अंक बनाम रैंक विश्लेषण (JEE Main Marks vs Rank Analysis) विद्यार्थियों को जेईई मेन सामान्यीकरण प्रक्रिया को पूरी तरह से जानने में मदद करता है।
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन 2025 सत्र 2 रिजल्ट (JEE Main Session 2 Result 2025) ऑफिशियल वेबसाइट पर घोषित कर दिया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने इस वर्ष दो बार जेईई मेन्स परीक्षा आयोजित की जाती है। आईआईटी जेईई मेन परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर रैंक की अनुमानित जानकारी प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार जेईई मेन अंक बनाम रैंक 2025 विश्लेषण की जांच कर सकते हैं। हिंदी में जेईई मेन मार्क्स बनाम रैंक के बारे में विस्तृत जानकारी जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।
उम्मीदवार यह जानने के लिए काफी उत्सुक होंगे कि उनके जेईई मेन पर्सेंटाइल स्कोर का क्या मतलब होता है और उनके पर्सेंटाइल स्कोर के आधार पर उन्हें कौन सी रैंक मिलने की संभावना है। आपके इस संदेह को दूर करने के लिए Embibe के शैक्षणिक विशेषज्ञों ने पिछले ट्रेंड्स और NTA द्वारा उपयोग की जाने वाली JEE मेन सामान्यीकरण प्रक्रिया के आधार पर JEE मेन्स पर्सेंटाइल बनाम रैंक 2025 को क्यूरेट किया है। आपको हमारी तरफ से यह सलाह दी जाती है कि आप जेईई मेन अंक बनाम रैंक के इसे पेज को बुकमार्क कर लें ताकि कोई भी लेटेस्ट अपडेट आपसे छूट न जाए।
जेईई मेन 2025 स्कोरकार्ड (JEE Main 2025 Score Card) अभी रिलीज नहीं किये गए हैं लेकिन उससे पहले निम्नलिखित तालिका उम्मीदवारों को जेईई मेन के 300 में से प्राप्त अंकों के आधार पर उनकी जेईई मेन रैंक खोजने में मदद करेगी:
300 में से अंक | रैंक |
---|---|
286 – 292 | 19 – 12 |
280 – 284 | 42 – 23 |
268 – 279 | 106 – 64 |
250 – 267 | 524 – 108 |
231 – 249 | 1385 – 546 |
साथ ही, नीचे जेईई मेन अंक बनाम पर्सेंटाइल (JEE Main Marks Vs Percentile) तालिका दी गई है, जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कितने अंक प्राप्त होने पर आपको कितना पर्सेंटाइल प्राप्त होगा।
300 में से अंक | पर्सेंटाइल |
---|---|
286 – 292 | 99.99826992 – 99.99890732 |
280 – 284 | 99.99617561 – 99.99790569 |
268 – 279 | 99.99034797 – 99.99417236 |
250 – 267 | 99.9.5228621 – 99.999016586 |
231 – 249 | 99.87388626 – 99.95028296 |
निम्नलिखित अभ्यर्थियों ने, जेईई मेन सत्र 1 के पेपर 1 (B.E./B.Tech.) में 100 पर्सेंटाइल स्कोर प्राप्त किया है:
क्र. सं. | आवेदन संख्या | परीक्षार्थी का नाम | राज्य |
---|---|---|---|
1 | 220310183262 | जस्ति यशवंत वी वी एस | तेलंगाना |
2 | 220310136025 | सार्थक माहेश्वरी | हरियाणा |
3 | 220310283661 | अनिकेत चट्टोपाध्याय | तेलंगाना |
4 | 220310178049 | धीरज कुरुकुंडा | तेलंगाना |
5 | 220310404438 | कोय्याना सुहास | आंध्र प्रदेश |
सामान्य
क्र. सं. | आवेदन संख्या | परीक्षार्थी का नाम | राज्य | पर्सेंटाइल स्कोर |
---|---|---|---|---|
1 | 220310171727 | पेनिकालपति रवि किशोर | आंध्र प्रदेश | 100 |
2 | 220310148283 | स्नेहा पारीक | असम | 100 |
3 | 220310136025 | सार्थक माहेश्वरी | हरियाणा | 100 |
4 | 220310375520 | कुशाग्र श्रीवास्तव | झारखंड | 100 |
5 | 220310169764 | मृणाल गर्ग | पंजाब | 100 |
जेईई मेन्स 2025 मार्क्स बनाम पर्सेंटाइल, परिणाम घोषित होने के बाद उपलब्ध होंगे। जेईई मेन रिजल्ट में अपनी अनुमानित पर्सेंटाइल रेंज का अंदाजा लगाने के लिए उम्मीदवार प्रीवियस ईयर जेईई मेन अंक बनाम पर्सेंटाइल की नीचे दी गई तालिका देख सकते हैं।
नीचे जेईई मेन्स मार्क्स बनाम पर्सेंटाइल को निरूपित करने वाली तालिका दी गई है:
जेईई मेन मार्क्स | जेईई मेन पर्सेंटाइल |
---|---|
-75 से -20 | 0.843517743614459 – 0.843517743614459 |
-19 से -10 | 0.843517743614459 – 0.843517743614459 |
0 – 10 | 0.843517743614459 – 9.69540662201048 |
11 – 20 | 13.4958497103427 – 33.2291283360524 |
21 – 30 | 37.6945295632834 – 56.5693109770195 |
यहाँ इस तालिका में, उम्मीदवार जेईई मेन्स के मार्क्स बनाम पर्सेंटाइल बनाम रैंक ट्रेंड की जांच कर सकते हैं:
पर्सेंटाइल: सत्र 3 अर्थात दिन-2 शिफ्ट-1 | |||||||||
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अनुक्रमांक | यथाप्राप्त अंक | पर्सेंटाइल स्कोर | जन्मतिथि | ||||||
कुल | गणित | भौतिकी | रसायन विज्ञान | कुल | गणित | भौतिकी | रसायन विज्ञान | ||
C20150694 | 331 | 120 | 110 | 101 | 100 | 100 | 0 | 99.9201471 | 7041995 |
C20087997 | 321 | 115 | 95 | 111 | 99.9975802 | 99.9903209 | 99.9080482 | 99.9975802 | 4101993 |
C20121991 | 321 | 106 | 110 | 105 | 99.9975802 | 99.9007888 | 100 | 99.966123 | 22051995 |
उम्मीदवार जेईई मेन्स के रैंक बनाम अंकों (पिछले वर्ष, जनवरी 2024 के अनुसार) से नीचे की जांच कर सकते हैं। जेईई मेन पर्सेंटाइल बनाम मार्क्स की जांच करने के बाद, उम्मीदवार अब जेईई मेन्स रैंक बनाम मार्क्स (पिछले वर्ष, जनवरी 2024 के अनुसार) नीचे देख सकते हैं:
मार्क्स | अखिल भारतीय रैंक (AIR) |
---|---|
-75 से -20 | 1074300 – 1071804 |
-19 से -10 | 1071460 – 1058151 |
0 – 10 | 991222 – 831941 |
11 – 20 | 796929 – 615134 |
21 – 30 | 573996 – 400110 |
अब, आपको जेईई मेन पर्सेंटाइल बनाम रैंक बनाम अंक के बारे में एक आईडिया लग गया होगा। लेकिन पर्सेंटाइल स्कोर वास्तव में क्या है? पर्सेंटाइल की गणना कैसे की जाती है? अधिकारी पर्सेंटाइल स्कोर से उम्मीदवारों की रैंकिंग कैसे निर्धारित करते हैं? इस सवालों को लेकर बहुत सारे अभ्यर्थी भ्रमित रहते हैं, तो आइए हम स्टेप-दर-स्टेप इन सबके बारे में जानते हैं।
जेईई मेन का रिजल्ट पर्सेंटाइल अर्थात कुल और विषयवार पर्सेंटाइल रूप में घोषित किया गया है। पर्सेंटाइल स्कोर एक सापेक्ष स्कोर है जिसमें टॉपर को 100 पर्सेंटाइल स्कोर मिलेगा। पर्सेंटाइल स्कोर बताता है कि आपने परीक्षा में बैठने वाले अन्य सभी विद्यार्थियों की तुलना में कैसा प्रदर्शन किया है।
यह आपको बताता है कि परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या के कितना प्रतिशत ने उस परीक्षा में उस विशेष पर्सेंटाइल से कम या उसके बराबर स्कोर किया है। यह न तो प्रतिशत अंक (जो आपके द्वारा प्राप्त किए गए अधिकतम अंकों का प्रतिशत है) और न ही यथाप्राप्त अंक (उम्मीदवार द्वारा प्राप्त पूर्ण अंक) है।
पर्सेंटाइल स्कोर की गणना करने का सूत्र निम्न प्रकार है:
एक उम्मीदवार का पर्सेंटाइल स्कोर = 100 x (उम्मीदवार के बराबर या उससे कम यथाप्राप्त स्कोर (या वास्तविक स्कोर) प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों की संख्या) / (उस सत्र में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या) |
---|
इसलिए, इस सूत्र द्वारा, उम्मीदवारों के यथाप्राप्त स्कोर सामान्यीकृत होते हैं और पर्सेंटाइल स्कोर (जिसे एनटीए स्कोर भी कहा जाता है) के रूप में व्यक्त किए जाते हैं। यह विभिन्न सत्रों में कठिनाई स्तर में भिन्नता के कारण उत्पन्न विसंगति को भी समाप्त करता है।
जेईई मेन की सामान्यीकरण प्रक्रिया कठिनाई स्तर में भिन्नता के कारण होने वाली विसंगतियों को समाप्त कर देगी।
आइए नीचे दिए गए उदाहरण से इसे समझें:
अब, यदि हम मेरिट लिस्ट बनाने के लिए उम्मीदवार A (280) और उम्मीदवार B (265) द्वारा हासिल किए गए यथाप्राप्त अंकों पर विचार करते हैं, तो उम्मीदवार A समग्र रूप से टॉपर होगा।
यह अनुचित होगा क्योंकि सत्र 2, सत्र 1 की तुलना में अधिक कठिन था।
अब, देखते हैं कि क्या होगा यदि हम उपरोक्त सूत्र का उपयोग करके उम्मीदवार A और उम्मीदवार B द्वारा प्राप्त अंकों को सामान्य करते हैं और उन्हें पर्सेंटाइल के रूप में व्यक्त करते हैं।
सत्र 1 में:
उम्मीदवार A के बराबर या उससे कम यथाप्राप्त अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों की संख्या = 45,632
सत्र 1 में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या = 45,632
उपरोक्त सूत्र का उपयोग करने पर,
उम्मीदवार A द्वारा प्राप्त पर्सेंटाइल स्कोर = 100 x (45632/45632) = 100
सत्र 2 में:
उम्मीदवार B के बराबर या उससे कम यथाप्राप्त अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों की संख्या = 45,067
सत्र 2 में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या = 45,067
उपरोक्त सूत्र का उपयोग करने पर,
उम्मीदवार B द्वारा प्राप्त पर्सेंटाइल स्कोर = 100 x (45067/45067) = 100
इसलिए, जब पर्सेंटाइल के रूप में व्यक्त किया जाता है, तो इसका मतलब है कि दोनों उम्मीदवारों ने समान अंक प्राप्त किए हैं।
आइए हम निम्नलिखित परिदृश्यों को भी मान लेते हैं:
सत्र 1 में:
सत्र 2 में:
अब, यदि हम मेरिट सूची को संकलित करने के लिए यथाप्राप्त अंकों पर विचार करते हैं, तो उम्मीदवारों A, B, C, D, E और F की रैंक निम्नानुसार है:
उम्मीदवार A (280) | पहला स्थान |
उम्मीदवार B (265) | तीसरा स्थान |
उम्मीदवार C (272) | दूसरा स्थान |
उम्मीदवार D (272) | दूसरा स्थान |
उम्मीदवार E (255) | चौथा स्थान |
यहाँ, आप देख सकते हैं कि उम्मीदवार E और उम्मीदवार F दोनों ने समान अंक प्राप्त किए हैं और इसलिए, दोनों ने समान रैंक प्राप्त की हैं। लेकिन उम्मीदवार E सत्र 1 में उपस्थित हुआ, जो सत्र 2 से आसान था। इसलिए, उम्मीदवार F को उम्मीदवार E से बेहतर रैंक वाला होना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है क्योंकि कठिनाई स्तर में भिन्नता पर विचार नहीं किया गया था।
इसलिए, आइए अब उम्मीदवारों के पर्सेंटाइल स्कोर को देखें:
अब, पर्सेंटाइल स्कोर पर विचार करते हुए मेरिट लिस्ट निम्न प्रकार है:
उम्मीदवार A (350) | पहला स्थान |
उम्मीदवार B (310) | पहला स्थान |
उम्मीदवार C (334) | दूसरा स्थान |
उम्मीदवार D (334) | दूसरा स्थान |
उम्मीदवार E (305) | चौथा स्थान |
यहाँ, उम्मीदवार F को उम्मीदवार E की तुलना में बेहतर रैंक मिलती है। इसलिए, यदि हम अलग-अलग कठिनाई स्तर वाले विभिन्न सत्रों में परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के यथाप्राप्त अंकों पर विचार करते हैं, तो जो विसंगतियाँ उत्पन्न हुई थी, वो अब समाप्त हो गई हैं।
इस तरह, अधिकारी जेईई मेन पर्सेंटाइल स्कोर की गणना करते हैं और रैंक निर्धारित करते हैं। मूल रूप से, आपका पर्सेंटाइल स्कोर उन अभ्यर्थियों के प्रतिशत को इंगित करता है, जिन्होंने आपके द्वारा प्राप्त यथाप्राप्त स्कोर से कम या उसके बराबर स्कोर हासिल किया है।
जैसा कि आप देख सकते हैं, उपरोक्त उदाहरण में हमने उम्मीदवार A और उम्मीदवार B द्वारा उनकी रैंक निर्धारित करने के लिए केवल कुल पर्सेंटाइल स्कोर पर विचार किया।
एक से अधिक सत्रों में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के लिए सर्वश्रेष्ठ समग्र (कुल) एनटीए स्कोर महत्वपूर्ण होंगे, और अधिकारी उस स्कोर पर विचार करेंगे। इसके बाद अधिकारी जेईई मेन रैंक सूची को तदनुसार संकलित करेंगे, और ऑल इंडिया रैंक जेईई मेन रैंक प्रदान की जाएगी।
एटीए द्वारा टाई-ब्रेकिंग नियम में दो बड़े बदलाव किए गए हैं। आयु मानदंड जिसे पहले समाप्त कर दिया गया था, उसे फिर से लागू किया गया है। साथ ही, जेईई मेन परीक्षा के लिए पहले आवेदन करने वाले उम्मीदवार को दूसरो की तुलना में वरीयता दी जाएगी। jee main 1st attempt 2025 result date से पहले जेईई मेन टाईब्रेकर गाइडलाइन्स चेक करना जरूरी है। लेटेस्ट जेईई मेन टाई-ब्रेकिंग नियम (JEE Main Tie-Breaking Rule) निम्नलिखित हैं:
यहाँ हमने जेईई मेन्स पर्सेंटाइल बनाम रैंक और सामान्यीकरण प्रक्रिया के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले कुछ प्रश्नों के उत्तर दिए हैं।
उ : एनटीए के द्वारा एनटीए जेईई मेन 2023 पर्सेंटाइल जल्दी ही जारी की जा सकती है। जेईई मेन पर्सेंटाइल 2025 की जांच करने के लिए एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in को विजिट करते रहे या फिर जेईई मेन 2025 से संबंधित ताजा जानकारी प्राप्त करते रहने के लिए इस पेज को बुकमार्क कर लें।
उ : हाँ, एक उम्मीदवार जिसने 70 पर्सेंटाइल अंक प्राप्त किए हैं, उसके पास सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश पाने की अधिक संभावना है।
उ : यदि आपका पर्सेंटाइल 70 है, तो इसका मतलब है कि आपके अंक परीक्षा में बैठने वाले कुल विद्यार्थियों के 70% से आगे हैं। हालांकि, यह अंकों की संख्या का पता लगाने में मदद नहीं करता है क्योंकि यह कटऑफ और जेईई परीक्षा में बैठने वाले सभी उम्मीदवारों के समग्र अंकों पर निर्भर करता है।
उ : राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) उम्मीदवार द्वारा प्राप्त अंकों को स्केल रेंज में परिवर्तित करती है। यह किसी व्यक्ति के जेईई स्कोर के लिए पर्सेंटाइल स्कोर की गणना करने के लिए एक सूत्र का उपयोग करता है।
उ : जेईई मेन्स पर्सेंटाइल बनाम रैंक 2025 विवरण की तलाश करने वाले उम्मीदवार इस लेख को देख सकते हैं।
उ : उम्मीदवारों को पूरी लगन और ईमानदारी के साथ उचित अध्ययन योजना (स्टडी प्लान) का पालन करना चाहिए, उन सभी महत्वपूर्ण टॉपिक की प्रैक्टिस करनी चाहिए जिनका अधिक वेटेज है, मॉक टेस्ट का प्रयास करें और पिछले साल के प्रश्न पत्रों को हल करना चाहिए। तब, आप जेईई मेन्स में 99 पर्सेंटाइल स्कोर प्राप्त कर सकते हैं।
उ : जेईई मेंस एग्जाम में लगभग 280 के आस पास अंक पाने वाले कैंडिडेट का स्कोर 99 पर्सेंटाइल हो सकता।
हमें उम्मीद है कि जेईई मेन्स मार्क्स बनाम रैंक पर यह विस्तृत लेख आपके लिए मददगार साबित होगा। हम सभी विद्यार्थियों को सलाह देते हैं कि वे अपनी तैयारी को बेहतर करें, पूरे पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करें और जेईई मेन के अपने कमजोर सेक्शन पर अधिक ध्यान केंद्रित करें। साथ ही, अधिक से अधिक जेईई मेन प्रैक्टिस प्रश्नों को हल करें और जेईई मेन मॉक टेस्ट दें।
जेईई मेन मार्क्स बनाम रैंक 2025 की लेटेस्ट न्यूज़ और अपडेट के लिए Embibe के साथ बने रहें।