बहुभाषिकता
बहुभाषिकता: Overview
इस टॉपिक के अंतर्गत विभिन्न परिवेशों से आए विद्यार्थियों के पठन पाठन में बहुभाषिकता एक चुनौती है। इसके निदान एवं बहुभाषिकता के महत्व, लाभ तथा राष्ट्रीय स्तर पर भाषायी अंतःसंबंध स्थापित कर राष्ट्र एकता के निर्माण की विधियों को सीखने हेतु अध्ययन किया जाता है।
Important Questions on बहुभाषिकता
द्विभाषिकता किसी भी व्यक्ति के ज्ञान एवं व्यक्तित्व के विकास के लिये बहुत ______ है।

बहुभाषिक कक्षा में क्या अनिवार्य होना चाहिए-

बहुभाषिकता का ज्ञान अधिगम और सीखने-सिखाने का _____ है।

बहुभाषिता के माध्यम से छात्र एक-दूसरे को संस्कृति के बारे में सीखते हैं, जिससे कि ______ का विकास होता है।

द्विभाषिक व्यक्ति वह है जो उन ____ भाषाओं को बोल सकता है जो उच्चारण, शब्दावली और वाक्य-विन्यास की दृष्टि से एक-दूसरे से भिन्न होती हैं।

भारत में बहुभाषिकता के संबंध में कौन-सा कथन सत्य है-

_______ की अवधारणा प्राचीनकाल से ही शिक्षा व्यवस्था में रही है।

जिस राष्ट्र में भिन्न-भिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न भाषाएँ प्रचलित होती हैं, वह ______कहलाता है।

जब किसी राष्ट्र में विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न भाषाएँ बोली जाती हैं तो उसे _______ कहा जाता है।

भारत सहित अधिकांश विश्व में बहुभाषी छात्र-छात्रा ______ है।

भारत में सोलह सौ से अधिक भाषाओं की पहचान की गई है, जो _____ विभिन्न भाषा-परिवारों के अन्तर्गत आती है।

_____भाषाओं को ही संविधान द्वारा राजभाषा के रूप में मान्यता प्रदान की गई है।

_____ की स्थिति तब पैदा होती है जब व्यक्ति किसी ऐसे समाज में रहता है जो उसकी मातृभाषा से अलग भाषा बोलता है।

‘त्रि-भाषा सूत्र’ तीन भाषाएँ _____, अंग्रेजी और संबंधित राज्यों की क्षेत्रीय भाषा से संबंधित है।

दो या दो से अधिक भाषाओं को सहजता के साथ बोलने वाले व्यक्ति को _____कहते हैं।



मुनमुन कक्षा में अपनी मातृभाषा का प्रयोग करती है, शिक्षक के तौर पर आप क्या करेंगे-

वर्तमान में ______ भाषाएँ हैं जिन्हें भारत में 'शास्त्रीय भाषा' का दर्जा प्राप्त है:

भारत में वर्तमान में आठवीं अनुसूची में ____ भाषाएँ अनुसूचित है
