शब्दालंकार
शब्दालंकार: Overview
This topic covers concepts, such as, शब्दालंकार के भेद, अनुप्रास अलंकार, यमक अलंकार, श्लेष अलंकार & वक्रोक्ति अलंकार etc.
Important Questions on शब्दालंकार
निर्देश : निम्नांकित पंक्तियों के संबंध में प्रश्न संख्या एवं के अनुसार उत्तर दीजिए।
मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
ऊंचे घोर मन्दर के अंदर रहनवारी, ऊंचे घोर मन्दर के अंदर रहाती है।

निर्देश : निम्नांकित पंक्तियों के संबंध में प्रश्न संख्या एवं के अनुसार उत्तर दीजिए।
मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
रहिमन जो गति दीप की, कुल कपूत गति सोय।
बारे उजियारे लगै, बढ़ै अंधेरो होय।।

निर्देश : निम्नांकित पंक्तियों के संबंध में प्रश्न संख्या एवं के अनुसार उत्तर दीजिए।
मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
माला फेरत युग गया, फिरा न मन का फेर। कर का मनका छाड़ि दे, मन का मनका फेर।।

निर्देश : निम्नांकित पंक्तियों के संबंध में प्रश्न संख्या एवं के अनुसार उत्तर दीजिए।
मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए।

निर्देश : निम्नांकित पंक्तियों के संबंध में प्रश्न संख्या एवं के अनुसार उत्तर दीजिए।
मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे।

निर्देश : निम्नांकित पंक्तियों के संबंध में प्रश्न संख्या एवं के अनुसार उत्तर दीजिए।
मेरा मन अनत कहां सुख पावै,
जैसे उड़ि जहाज को पंछी फिर जहाज पर आवै,
चिरजीवौ जोरी जुरै, क्यों न सनेह गंभीर। को घटि ये वृषभानुजा, वे हलधर के बीर।।

निर्देश : निम्नलिखित प्रश्नों में प्रयुक्त अलंकार भेद का चयन करें?
माया महाठगिनि हम जानी। तिरगुन फांस लिए कर डोलै, बोलै मधुरी बानी।

निर्देश : निम्नलिखित प्रश्नों में प्रयुक्त अलंकार भेद का चयन करें?
रंभा भूमत हौ कहा, कुछक दिन के हेत।
तुमते केते है गए, और है हैं यहि खेत।।

निर्देश : निम्नलिखित प्रश्नों में प्रयुक्त अलंकार भेद का चयन करें?
ध्वनि-मयी कर के गिरी कंदरा।
कलित-कानन केलि निकुंज को।

जब किसी कविता में एक शब्द का एक ही प्रयोग हो परन्तु उसके दो या अधिक अर्थ हो तब कौन-सा अलंकार होता है ?

जहाँ शब्दों, शब्दांशों या वाक्यांशों की आवृति हो, किन्तु उनके अर्थ भिन्न हों वहॉं निम्नलिखित अलंकार है?

जहाँ किसी वस्तु का लोक-सीमा से इतना बढ़कर वर्णन किया जाए कि वह असंभव की सीमा तक पहुंच आये वह असंभव की सीमा तक पहुंच जाए वह अलंकार होता है:

जहाँ एक ही शब्द के अनेक अर्थ व्यंजित हो वह कौन-सा अलंकार होता है?

'वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे' में कौन-सा अलंकार है?


"राग है कि, रूप है कि
रस है कि जल है कि
तन है कि, मन है कि
प्राण है कि, प्यारी है।
उपर्युक्त पंक्तियों में रस है।

"रहिमन जो गति दीप की, कुल कपूत गति सोय ।
बारे उजियारे लगें, बढ़ै अंधेरो होय।।"
इस दोहे में कौन-सा अलंकार है?

'साड़ी बीच नारी है की नारी बीच साड़ी है।' इसमे कौन-सा अलंकार है?

'तरीन तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए' में कौन-सा अलंकार है?

'पूत कपूत तो क्यों धन संचय।
पूत सपूत तो क्यों धन संचय।।' में कौन-सा अलंकार है?
