शब्द निर्माण
हिंदी Solutions from Chapter -1 - शब्द निर्माण
शब्दों के शुद्ध रूप के ज्ञान एवं उपयोग की विधि ज्ञात होने के उपरांत शब्दों के साथ अन्य शब्दों को जोड़ कर शब्दों के निर्माण करने की विधि इस पाठ के अंतर्गत सिखायी जाती है। इसके अंतर्गत उपसर्ग, प्रत्यय, संधि एवं विच्छेद तथा समास का अध्ययन किया जाता है।
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इस टॉपिक के अंतर्गत छात्र शब्दों के उस रूप का अध्ययन करते हैं जिसमें एक उपशब्द, शब्द के पहले लग कर शब्द के अर्थ में परिवर्तन करता है। इसमें उपसर्ग की परिभाषा एवं प्रकार तथा संस्कृत, हिंदी, आगत और उर्दू के उपसर्गों का अध्ययन किया जाता है।

इस टॉपिक के अंतर्गत छात्र शब्द के उस रूप का अध्ययन करते हैं, जिसमें एक उपशब्द, शब्द के बाद लग कर शब्द के अर्थ में परिवर्तन करता है। इसमें प्रत्यय के प्रकार एवं प्रयोग तथा कृदंत, तद्धित एवं स्त्री प्रत्यय के उदाहरण एवं प्रयोग का अध्ययन किया जाता है।

इस टॉपिक में छात्र दो शब्दों के मेल से उत्पन्न संधि एवं उसकी परिभाषा का अध्ययन करते हैं। इसमें संधि के उदाहरण तथा उसके भेदों स्वर, दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि, व्यंजन, श्चुत्व, ष्चुत्व, जशत्व एवं विसर्ग संधि के बारे में अध्ययन किया जाता है।

इस टॉपिक के अंतर्गत संधि किये गए दो शब्दों के अलग करने की प्रक्रिया को पढा जाता है। इसमें छात्र संधि विच्छेद की परिभाषा, प्रयोग एवं उदाहरणों से अवगत होते हैं।

इस टॉपिक के अंतर्गत शब्दों के संक्षिप्तिकरण की विधि का अध्ययन किया जाता है। समास के अंतर्गत समास की परिभाषा एवं उसके प्रकार यथा: अव्ययी भाव, द्वंद, द्विगु, कर्मधारय, कर्म तत्पुरुष, कर्ण, अपादान, सम्प्रदान इत्यादि समास का अध्ययन किया जाता है।
