पठन एवं लेखन कौशल
पठन एवं लेखन कौशल: Overview
इस टॉपिक के अंतर्गत भाषा कौशल में पठन कौशल का महत्व, भाषा कौशल में पठन कौशल के कारक, एवं भाषा कौशल में लेखन कौशल का महत्व का अध्ययन किया गया है।
Important Questions on पठन एवं लेखन कौशल
______में अभ्यास पुस्तिका पर अक्षरों को लिख देता है तथा छात्रों को कहा जाता है कि उन अक्षरों को देखकर उनके नीचे स्वयं उसी प्रकार के अक्षर बनाए।

______ छात्र शब्द लिखकर अध्यापक द्वारा लिखित शब्द से मिलाते हुए स्वयं संशोधन करते हैं और इसके पश्चात् शिक्षक बिना देखे मूल वाक्य को लिखने को कहता है।

_______ के अन्तर्गत बच्चों को लकड़ी या प्लास्टिक से बने अर्धवृत्त, वृत्त, रेखाओं इत्यादि टुकड़ों को मिलाकर वर्ण बनाना सिखाया जाता है।

_____ में शिक्षक श्यामपट्ट से बिन्दु बनाते हुए शब्द लिख देता और छात्रों से उन निशानों पर पेन्सिल से लिखने के लिए बोलता है।

_____ में लिखाना सिखाने के लिए आँख, कान और हाथ तीनों के प्रयोग पर बल दिया है।

_______ में छोटे-छोटे वाक्यों से निर्मित कहानी चार्ट व चित्रों के माध्यम से बच्चों के समक्ष प्रस्तुत की जाती है।


_____ में पहले छात्रों को वर्णों का ज्ञान कराया जाता है।

______ विधि में अक्षरों एवं शब्दों को उनकी स्वर ध्वनि के अनुसार पढ़ाया जाता है।



भाव और विचारों को लिखित भाषा के माध्यम से पढ़कर समझने को _____ कहा जाता है।


लिखित सामग्री को मन-ही-मन आवाज निकाले बिना पढ़ना _____ कहलाता है।

______ का अर्थ भाषा की लिपि को पहचान कर उच्चरित करना तथा अर्थ ग्रहण करना है।


भाषा शिक्षक द्वारा बच्चों को पढ़ाने के लिए 'मैं गया था', 'मैं खा रहा था' आदि वाक्यों का प्रयोग करता है, यह विधि:


पढ़ने की कुशलता का विकास करने के लिए जरुरी है कि:

